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    मुंह और जीभ के छाले की दवा का नाम

    Muh ke chale - मुंह के छालेमुंह और जीभ के छाले की दवा का नाम

    मुंह और जीभ के छाले की दवा (medicine) का नाम और लक्षण इन हिंदी: मुंह के छालों को अंग्रेजी में माउथ अल्सर कहते है ये समस्या ज्यादातर पेट की गर्मी, पानी कम पीने, तेज मसाले वाला खाना खाने और कब्ज के कारण होती है। मुंह में छाले होंठ, जीभ और गालों पर होते है। मुंह के छाले आम तौर पर छोटे, दर्दनाक घाव होते हैं जो आपके मुंह में या आपके मसूड़ों पर विकसित होते हैं। वे खाने, पीने और बात करने में असहज हो सकते हैं।

    ज्यादातर मामलों में, मुंह के अल्सर हानिरहित होते हैं और उपचार की आवश्यकता के बिना 10 से 14 दिनों में स्वयं द्वारा हल करते हैं।कई चीजें हैं जो मुंह के अल्सर का कारण बनती हैं। सबसे आम कारण चोट है। इसके अलावा अल्सर, कुछ दवाएं, मुंह में त्वचा पर चकत्ते, वायरल, बैक्टीरियल और फंगल संक्रमण, रसायन और कुछ चिकित्सा स्थितियां शामिल हैं।

    एक अच्छी तरह से संतुलित आहार खाने, भोजन के ट्रिगर से बचने, उचित दंत स्वच्छता और मल्टीविटामिन लेने से मुंह के छालों से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है।कुछ सरल और प्रभावी घरेलू उपचार हैं जो मुंह के छालों से त्वरित राहत प्रदान करने में अच्छा काम करते हैं।

    वैसे तो ये कोई गंभीर रोग नहीं है पर एक बार छाले होने पर इनमें तेज दर्द होता है जिससे बोलने व कुछ भी खाने पीने में तकलीफ होती है। इससे पहले हमने जाना घरेलू नुस्खे, उपाय और आयुर्वेदिक इलाज से मुंह के छाले कैसे ठीक करे। आज इस लेख में हम मुंह और जीभ के छाले की दवा,टेबलेट, पतंजलि, होम्योपैथिक दवा और बार बार छालों की समस्या से बचने के लिए उपाय जानेंगे, mouth ulcer medicine name and treatment in ayurveda in hindi.

    मुंह के छाले का कारण की जानकारी हो तो बार बार होने वाले छालों से बचा जा सकता है। इसके कारण में विटामिन B की कमी, कब्ज और पेट में गर्मी, पाचन तंत्र कमजोर होना, हार्मोन असंतुलन होना, तेज मिर्च मसालेदार खाना और खाते समय दांत से गाल कटना।

    मुंह के छाले के लक्षण

    • छालों से पहले मुंह में चुभन और जलन महसूस होना।
    • मुंह के छाले पीले और सफेद रंग के होते है व इनकी बाहरी परत लाल होती है।
    • चीस उठना, छालों में तेज दर्द होना और बुखार आना muh ke chale ke lakshan में प्रमुख है।
    • मुंह के अंदर गालों पर कुछ कटा हुआ सा महसूस होना।
    • खाना खाने और बोलने में तकलीफ होना।

    मुंह और जीभ के छाले की दवा का नाम

    Muh Ke Chalo Ki Dawa in Hindi

    1. मुंह और जीभ के छालों की समस्या ज्यादातर कब्ज और पेट खराब होने की वजह से होती है। एक बार छाले ठीक होने के बाद अगर फिर से छाले हो जाते है तो इसका मतलब है की ठीक से आपका पेट साफ नहीं होता है।
    2. पेट अगर ठीक से साफ होने लगे और पेट की गर्मी की समस्या ना हो तो बार बार होने वाले छाले की समस्या भी खत्म हो जाएगी। आप देसी घरेलू नुस्खे से कब्ज और पेट की गर्मी का इलाज कर सकते है और इसमें सबसे जरूरी है घुंट घुंट पानी पीना।
    3. एक बार में पानी पीने की बजाय धीरे धीरे पानी पीने की आदत बनाये। पानी जो काम धीरे धीरे करता है वही काम मुंह के छाले की होम्योपैथिक दवा जल्दी से कर देती है।
    4. होम्योपैथिक इलाज में दवा का नाम है Borax. इस को 30 या 200 की पेटेन्सी प्रयोग कर सकते है। इस दवा की 3 खुराक से ही आप का पेट ठीक से साफ हो जाएगा।
    5. मुंह और जीभ के छाले की दवा पतंजलि से भी ले सकते है। पतंजलि खदिरादि वटी गले की खराश, आवाज बैठना और मुंह में छाले ठीक करने की एक आयुर्वेदिक दवा है।
    6. पतंजलि की इस मेडिसिन की 2 गोली मुंह में रख कर धीरे धीरे इसका रस चूसे। ये टेबलेट दिन में 2-3 बार लेने पर छाले दूर होने लगेगे।
    7. मुँह के छाले के उपाय के लिए अगर आप अंग्रेजी दवा लेना चाहते है तो विटामिन B के कैप्सूल का प्रयोग कर सकते है। ये मेडिसिन पेट की गर्मी को दूर करती है जिससे मुंह और जीभ के छालों से छुटकारा मिलता है।
    8. विटामिन बी को मुंह के छाले की टेबलेट के नाम से भी जाना जाता है।
    9. छाले में तेज दर्द होने पर बर्फ का प्रयोग भी कर सकते है। छाले के दर्द से निजात पाने के लिए छाले पर बर्फ से सिकाई करनी चाहिए।
    10. खाने में इस्तेमाल होने वाली हल्दी छाले में देसी दवा जैसा काम करती है। घाव जल्दी भरने में हल्दी रामबाण इलाज है। आधा चम्मच हल्दी 1 गिलास हल्के गुनगुने पानी में डाल कर उससे कुल्ला करे। दिन में 2 से 3 बार इस उपाय को करने से छाले और दर्द से आराम मिलने लगेगा।

    मुंह के छालों में क्या नहीं खाएं – Muh ke chale me kya nahi khana chahiye in hindi

    • खाने में ऐसी चीजों से परहेज करें जिससे मुंह को नुकसान पहुंच सके, जैसे की मिर्च मसाले वाला तीखा खाना।
    • मुंह में छाले होने की एक बड़ी वजह है पेट ठीक से साफ ना होना और पेट की गर्मी। इससे बचने के लिए भोजन में ऐसे फूड ना खाएं जिससे कब्ज हो।
    • शराब और धूम्रपान से दूर रहे। इसका सेवन करने से पेट में गर्मी हो सकती है जिससे मुँह के छाले की समस्या होने लगती है।
    • ज्यादा सख्त चीजें नहीं खाये। सख्त चीजों को चबाने में समय अधिक लगता है और साथ ही इससे मुंह में घाव होने की सम्भावना अधिक होती है।
    • कैंसर के घाव भी मुंह के छालों की तरह दिखते है और बिना इलाज के ये ठीक नहीं होते। मुंह के कैंसर के लक्षण भी मुंह में छालों के लक्षण जैसे होते है। ऐसे में अगर मुंह में छाले होने के साथ अगर नीचे बताये सिम्पटम्स भी दिखे तो तुरंत डॉक्टर से मिले।

    डॉक्टर से कब मिलना चाहिए

    दोस्तों मुंह और जीभ के छाले की दवा और लक्षण, Muh ke chalo ki dawa in hindi का ये लेख कैसा लगा हमें बताये और अगर आपके पास मुंह और जीभ के छाले की दवा (mouth ulcer) के लिए टेबलेट मेडिसिन का नाम है तो हमारे साथ साझा करे।

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