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    पस (मवाद) वाले पिंपल्स

    Skin - त्वचापस (मवाद) वाले पिंपल्स

    पिंपल्स का इलाज : हम सभी जानते है की पिंपल्स कई प्रकार के होते है,उनमे से एक होते है मवाद(पस )वाले पिंपल्स| वैसे तो पिंपल्स किसी भी प्रकार के हो अगर वो किसी के भी चेहरे पर हो जाते है तो उस चेहरे की ख़ूबसूरती को ख़राब कर ही देते है| कुछ लोग बिना कुछ सोचे समझे पस वाले पिंपल्स को ऐसे ही फोड़ देते है जिसकी वजह से पिंपल्स में से निकला पस उनके हाथ में और चेहरे में और जगह भी लग जाता है, जिसकी वजह से पिंपल्स पहले से भी ज्यादा हो जाते है| 

    आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम कई बार अपनी स्किन पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। ऐसे में हमारी स्किन धीरे-धीरे काफी ख़राब होने लगती है। इसलिए जरुरी है कि हम ग्लोइंग स्किन पाने के लिए बिजी लाइफस्टाइल से थोड़ा समय जरुर निकालें। हालांकि, प्रदूषण से भरपूर इस वातावरण में हमारी स्किन को कुछ ऐसे नुस्खों की जरुरत होती है, जिनके साइड इफ़ेक्ट न हों। फिर बाजार से ब्यूटी प्रोडक्ट्स खरीदने में पैसा भी खर्च होता है।

    मुँहासा त्वचा संबंधी आम रोगों में सबसे ज्यादा परेशान करने वाली बीमारी है क्योंकि इसका सीधा असर आपकी सुंदरता पर पड़ता है। वैसे तो 17-21 वर्ष की उम्र में मुँहासों का होना सामान्य है। क्योंकि इस उम्र में हार्मोन्स जैसे- एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन घटते और बढ़ते रहते हैं जिसकी वजह से चेहरे में तेल का स्राव ज्यादा होने लगता है और चेहरे पर मुँहासे होने लगते हैं। लेकिन शायद आप ये जानकर आश्चर्यचकित हो जायेंगे कि आयुर्वेद के अनुसार घरेलू नुस्खे (Home remedies for Pimples) मुँहासों के लिए ज्यादा फायदेमंद होती है।आईये जाने पिंपल्स का इलाज|

    पिम्पल्स (मुंहासे) होने के कारण 

    आम तौर पर मुंहासे होने के बहुत सारे कारण है लेकिन उनमें से आहार और जीवनशैली प्रमुख है जिनके कारण मुँहासा होता है। चलिये इसके बारे में  जानते है कि इन दोनों के अलावा और भी कौन से ऐसे कारण है। लेकिन कारण कोई भी हो घरेलू नुस्खे बहुत फायदेमंद होते हैंपिम्पल्स होने के चार मुख्य कारण है-

    • अत्याधिक सीबम का उत्पादन
    • हेयर फॉलिकल्स में मृत त्वचा और सीबम का जमा होना,
    • बैक्टीरिया
    • चोट के कारण होने वाली सूजन।
    • हार्मोनल बदलाव – बढ़ती उम्र के साथ शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलावों की वजह से भी पिंपल होते हैं। खासकर महिलाओं को मासिक धर्म, गर्भावस्था और रजोनिवृत्ति के समय शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलावों के कारण पिंपल हो सकते हैं
    • दवाओं के कारण – कभी-कभी तनाव, मिर्गी या मानसिक बीमारी से जुड़ी कुछ दवाओं के सेवन से भी पिंपल निकल सकते हैं
    • इसके अतिरिक्त स्टेरॉयड और खराब खानपान के कारण भी पिंपल्स हो जाते हैं। 
    • तनाव में रहने से भी पिंपल्स हो सकते हैं। तनाव की वजह से शरीर में अंदरूनी बदलाव होते हैं, जिस कारण पिंपल्स हो सकता है। साथ ही स्ट्रेस पिंपल को गंभीर भी काम कर सकता है |

    इसीलिए पिंपल्स को कभी फोड़ना नहीं चाहिए और अगर आपको किसी कारण से उन्हें फोड़ना हो तो बहुत ही सावधानीपूर्वक फोड़ना चाहिए| वैसे तो पिंपल्स को खत्म करने के लिए बहुत सारे नुस्खे हम आपको पहले ही बता चुके है लेकिन आज जो नुस्खा हम आपको बताने जा रहे है वो पस वाले पिंपल्स पर ज्यादा असर करता है|

    पिंपल्स का इलाज

    1 – खीरे का रस – खीरा हमारे शरीर के लिए तो बहुत फायदेमंद है ही लेकिन उसका रस हमारे चेहरे पर भी जबरदस्त निखार भी लाता है| सबसे पहले आप खीरे का रस निकाल ले और उसे पिंपल्स पर रुई की मदद से लगा ले,सूख जाने पर ताजे पानी से चेहरा धो ले,बहुत जल्द ही आपको पिंपल्स से मुक्ति मिल जाएगी और आपका चेहरा भी चमक उठेगा|

    2 – लौंग सेब,ग्रीन टी और शहद का फेस पैक – आज जो हम पैक आपको बता रहे है वो पस वाले पिंपल्स पर बहुत असरदार है | आपको सबसे पहले 1 कप ग्रीन टी बनानी है, ग्रीन टी में  एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होता है जो की हमारे शरीर और त्वचा के लिए बहुत लाभकारी होता है| जब आप ग्रीन टी बनाते है तो उसे बनाते समय उसमें 4 या 5 लौंग को पीस कर डालनी है| लोंग में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुणों की भरमार होने के कारण इसे त्वचा के बेहतरीन क्लींजर के रूप में इस्तेमाल करते है|अगर आपके पास लौंग का तेल है तो आप 5 से 6 बूँद ग्रीन टी में डाल सकते है और अगर नहीं है तो लौंग पीस कर डाल सकते है| 

    • ग्रीन टी बनाने के बाद उसे ठंडा कर ले,जब तक वो ठंडी होती है तब तक आप एक सेब ले,सेब में फाइबर भरपूर होता है जो हमारी त्वचा के रोम छिद्रों से ऑयल निकालने में मदद करता है| सेब को आधा काट कर उस आधे सेब को बारीक पीस ले,जब आपकी ग्रीन टी ठंडी हो जाए उसमे पीसा हुआ सेब मिला और उसमे 1 चम्मच शहद मिला ले| चारो चीजों को मिलाने के बाद आप सबसे पहले अपने चेहरे को अच्छी तरह से धो ले, उसके बाद चेहरे को सूखा ले|
    • जब चेहरा सूख जाए तब जो पैक हमने बना रखा है उसे पूरे चेहरे पर लगा ले और 15 से 20 मिनट के लिए उसे लगा रहने दे, जब आपका चेहरा सूख जाए तब आप अपने चेहरे पर बहुत हलके हाथ से उस पैक को रगड़ते हुए छूटा दे| जब वो पूरा उतर जाए तब आप ताजे पानी से चेहरे को धो ले| कुछ ही दिनों में आपके चेहरे से पस वाले पिंपल्स खत्म होते हुए दिखाई देंगे और चेहरे से निशान भी खत्म हो जाएंगे|

    3 – मुल्तानी मिटटी : मुल्तानी मिटटी को बारीक पीस ले,थोड़ी सा मुल्तानी मिटटी पॉउडर लेकर उसमे गुलाबजल मिलाकर पेस्ट बना ले,इस पेस्ट को चेहरे पर लगा ले| सूख जाने पर ताजे पानी से चेहरे को धो ले,ऐसा रोजाना करने से जल्द ही आपको पिंपल्स से रहत मिल जाएगी|

    4- शहद और हल्दी- शहद और हल्दी दोनों ही स्किन के लिए काफी अच्छी होती हैं| इसके इस्तेमाल से आप पिंपल की समस्या से निजात पाने के साथ-साथ जवां स्किन पा सकते हैं| शहद में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो दाग-धब्बे, कील-मुंहासे और झुर्रियों से मुकाबला करने में मदद करती है| इसे चेहरे पर नियमित लगाने से चेहरे की चमक बढ़ती है| यह स्किन पोर्स में जमी अशुद्धियों को बाहर निकालता है| आप इसे अपनी स्किन केयर रूटीन में शामिल कर सकती हैं|

    5 –  एलोवेरा जेल : पिंपल्स का इलाज एलोवेरा जेल हो सकता है। इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लामेटरी गुण बैक्टीरिया की वजह से होने वाले पिंपल्स को पनपने से रोकने के साथ ही इससे संबंधित सूजन को कम कर सकते हैं। साथ ही एलोवेरा में मौजूद एंटीसेप्टिक गुण भी बैक्टीरिया को त्वचा पर पनपने से रोक सकता है। एलोवेरा को लेकर एनसीबीआई में मौजूद एक शोध में यह भी कहा गया है कि इसमें एंटी-एक्ने गुण भी होते हैं, जो मुहांसों से बचाव कर सकते हैं|

    6- तुलसी चेहरे पर लगाने से ना सिर्फ आपके मुहांसे दूर हो जाएंगे, बल्कि आपको ग्लोइंग स्किन बबी मिल जाएगी। आपको एक बड़े तुलसी के पत्तों के पाउडर, एक चम्मच नीम के पत्तों का पाउडर और एक चम्मच हल्दी पाउडर को मिलाना है। इस पेस्ट में थोड़ा सा  मुल्तानी मिट्टी का पाउडर भी मिला लें और चेहरे पर लगा लें। आप चेहरे पर इस पेस्ट को हफ्ते में दो बार बनाकर लगा सकते हैं। इससे चेहरा साफ़ तो होगा ही साथ में कोमल भी हो जाएगा। 

    7- घर-घर में इस्तेमाल होने वाली हरी धनिया यूं तो सिर्फ साधारण पत्तियां लगती हैं। मगर कील-मुंहासों को हटाने में ये बड़े काम में आती हैं। धनिया एक जड़ी बूटी है, जोकि प्रोटीन, वसा, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, खनिज पदार्थ जैसे तत्व पाए जाते हैं। यही नहीं, धनिया चेहरे की सुंदरता के लिए भी काफी कारगर है। धनिया के रस को हल्दी में मिलकर, इसे अपने चेहरे पर लगा लें। ऐसा हफ्ते में दो बार करें। इसके अलावा धनिया के रस को कच्चे दूध मिलाकर लगाने से खुश्की दूर होती है। ये बहुत अच्छा क्लींजर भी है।

    8- विटामिन ‘सी’ और विटामिन ‘डी’ युक्त फल व सब्जियों का सेवन : संतरा, अनार, मौसमी, कद्दू, शकरकन्द, पपीता, सेब, टमाटर, केला, नींबू आदि का सेवन करना चाहिए क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में विटामिन ‘ए’ और विटामिन ‘डी’ पाया जाता है जो त्वचा के मुंहासों को कम करते हैं और चेहरे को स्वस्थ बनाते हैं।

    9- टूथपेस्ट : पिंपल्स का इलाज के लिए वाइट टूथपेस्ट काफी असरदार है। यह बर्फ की तरह काम करता है। त्वचा जलने पर भी इसे लगाया जाता है। मगर ध्यान रहे कि टूथपेस्ट जेल वाला न हो अन्यथा आपको जलन हो सकती है। इसमें बेकिंग सोडा, हाइड्रोजन पेरोक्साइड और ट्राइक्लोसन जैसे पदार्थ मौजूद होते हैं, जिसकी वजह से मुंहासे जल्दी सूख जाते हैं। इसे प्रतिदिन दो बार लगाएं। उसके बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें।

    10- चिया बीज का प्रयोग (Chia Seed) : पिंपल्स का इलाज में नाश्ते में चिया के बीज खाने चाहिए क्योंकि यह शरीर के विषाक्त (Toxins) को बाहर निकालने का काम करती है।

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