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    प्रेगनेंसी में क्या करना चाहिए और क्या काम नहीं करे

    Pregnancy - गर्भावस्थाप्रेगनेंसी में क्या करना चाहिए और क्या काम नहीं करे

    प्रेगनेंसी में क्या करना चाहिए और क्या काम नहीं करे इन हिंदी: गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में कई तरह के बदलाव होते है जिसके लक्षण पहले महीने से ही दिखने लगते है। ऐसे में कुछ बातें ध्यान रखने वाली होती है जैसे की कैसे कपड़े पहने, उल्टी होना, कैसे रहना बैठना चाहिए, सोने का तरीका क्या है, कौन सा फ्रूट नहीं खाएं व गर्भावस्था के दौरान यात्रा कब और कौन से महीने में कर सकते है। ये सब कुछ ऐसे काम है जिनमें प्रेग्नेंट महिला को सावधानियां रखनी जरूरी है इससे माँ और बच्चा दोनों स्वस्थ रहते है। आज इस लेख में हम जानेंगे गर्भधारण के बाद 1 मंथ से 9 मंथ तक क्या करे और क्या ना करे, pregnancy me kya karna chahiye aur kya nahi, pregnancy care tips in hindi.

    प्रेगनेंसी में क्या करना चाहिए क्या नहीं, Pregnancy care tips in hindi

     

    गर्भावस्था में ध्यान रखने की बातें सावधानियां

    • अगर प्रेगनेंसी में पहले किसी भी तरह की कोई परेशानी रही है तो डॉक्टर से सलाह लेते रहे।
    • गर्भावस्था में bleeding होने पर अनदेखा ना करे और तुरंत डॉक्टर से मिले।
    • गर्भवती महिला को गलत तरीके से आपसी मेल नहीं करना चाहिए।
    • ज्यादा मेहनत वाला काम ना करे और ना ही ज्यादा भारी समान उठाए।
    • उल्टी और पेट दर्द की समस्या ज्यादा होने पर भी डॉक्टर से मिलकर इलाज जाने।
    • डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी प्रकार की दवा ना ले।

     

    प्रेगनेंसी में क्या करना चाहिए और क्या नहीं

    Pregnancy Me Kya Karna Chahiye in Hindi

    1. प्रेगनेंसी में कैसे सोये ये सवाल अक्सर बहुत सी गर्भवती महिलाओं के मन में होता है। प्रेगनेंसी के 1 month से 3 month तक नींद बहुत आती है और इसके बाद नींद आना कम हो जाती है।

    2. गर्भावस्था के तीसरा महीने तक महिला पीठ के बल सो सकती है पर 3 से 9 महीने में पीठ के बल सोना ठीक नहीं है।

    3. इस समय में पीठ के बल सोने की बजाय दांई तरफ सोना थोड़ा बेहतर है पर बांई तरफ सोना सबसे अच्छा है। दांई और सोने से लिवर पर ज्यादा दबाव पड़ता है व दांई और सोने से शरीर में रक्त संचार अच्छा होता है जिससे बच्चे को ऑक्सीजन और भरपूर पोषण मिलता है।

    4. प्रेगनेंसी में सोने का सबसे अच्छा तरीका है बांई तरफ मुंह कर के सोएं और अगर ऐसे में कुछ परेशानी आये तो दोनों टांगों में एक तकिया रख कर सो सकती है।

    5. गर्भावस्था में खानपान का ध्यान रखना चाहिए इसलिए इस बात की जानकारी होना जरुरी है की गर्भवती महिला भोजन और फल में क्या खा सकती है और क्या नहीं, इससे माँ और बच्चे को जरुरी पोषक तत्व मिलते है।

    6. प्रेगनेंसी में काला अंगूर, अनानास और पपीता कुछ ऐसे fruits है जिसे गर्भवती महिला को नहीं खाना चाहिए व केला, सेब, तरबूज, मौसमी, कीवी, आम, अमरूद, एवोकाडो और लीची जैसे फ्रूट्स खाना चाहिए।

    7. प्रेग्नेंट महिला को डॉक्टर travel करने के लिए मना करते है पर कुछ चीजों का ध्यान रखा जाए तो महिला प्रेगनेंसी में ट्रैवल कर सकती है।

    8. गर्भावस्था के पहले से तीसरे महीने और छह से नौ महीने के बीच के टाइम महिला को अपना खास ख्याल रखना चाहिए और इस दौरान यात्रा से भी बचना चाहिए।

    9. ट्रेन यात्रा हो बस कार या फिर हवाई यात्रा हो 3 से 6 महीने के बीच का समय ठीक होता है। इस दौरान ज्यादा सुस्ती थकान जैसी परेशानियां कम होती है।

    10. प्रेगनेंसी में यात्रा करनी हो तो अपने साथ में पानी जरूर ले और थोड़े थोड़े समय में पानी पीते रहे ताकि बॉडी में पानी की कमी ना आये।

    11. गर्भ ठहर जाने के बाद का हर पल नाजुक होता है इसलिए समय समय पर डॉक्टर से मिल कर महिला को चेकअप करवाना चाहिए। खासकर वो महिलाएं जिनको गर्भधारण करने में परेशानी हुई हो।

     

    गर्भावस्था में क्या काम नहीं करना चाहिए – Pregnancy Me Kya Na Kare in Hindi

    • कुछ महिलाओं को इस दौरान पेट में दर्द की शिकायत होती है पर जब दर्द ज्यादा होने लगे या फिर दर्द बार बार हो तो इसे अनदेखा ना करे और डॉक्टर से मिले।
    • गर्भावस्था में लम्बे समय तक भूखा ना रहे और अपने भोजन में ऐसे फ्रूट्स और फूड्स खाये जिससे शरीर को कैल्शियम, मिनरल्स, प्रोटीन और आयरन मिले।
    • पेट के बल हो कर कोई भी काम करने से बचे, बार बार झुकने से बचना चाहिए, थका देने वाली एक्सरसाइज और योग ना करे व ज्यादा मेहनत वाला काम भी नहीं करना चाहिए।
    • गर्भावस्था के दौरान सफर करना पड़े तो ऐसी जगह पर जाने से बचना चाहिए जहां इन्फेक्शन होने का खतरा अधिक हो।
    • पहली और तीसरी तिमाही के दौरान गर्भवती महिला को आपसी मेल करने से बचना चाहिए और इसके बीच के समय में भी सही तरीके से मेल करना चाहिए।
    • गर्भधारण के बाद अगर ब्लीडिंग हो तो अनदेखा ना करे क्यूंकि गर्भपात होने के लक्षण भी हो सकते है।
    • ज्यादा मसाले वाला और तला हुआ खाने से परहेज करे व बाजार से मिलने वाला डब्बा बंद खाने का सेवन भी ना करे।
    • अक्सर कुछ महिलाएं बात बात पर दर्द दूर करने वाली दवाओं का सेवन करती है पर प्रेगनेंसी में ऐसा ना करे। अगर कभी भी कहीं दर्द हो तो डॉक्टर की सलाह से ही मेडिसिन ले।

     

    दोस्तों प्रेगनेंसी में क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए, Pregnancy care tips in hindi का ये लेख कैसा लगा हमें बताये और अगर आपके पास गर्भावस्था के दौरान बैठने सोने का तरीका और यात्रा से जुड़े सुझाव है तो हमारे साथ साँझा करे।

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