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    त्रिफला चूर्ण के फायदे नुकसान और सेवन का तरीका

    Home Remedies - घरेलू नुस्खेत्रिफला चूर्ण के फायदे नुकसान और सेवन का तरीका

    त्रिफला चूर्ण के फायदे नुकसान और खाने का सही तरीका इन हिंदी: त्रिफला चूर्ण हमारे शरीर के लिए बहुत ज्यादा लाभदायक होता है, जानिए त्रिफला चूर्ण के फायदे, नुक्सान, सेवन करने का सही तरीका और समय के बारे में| त्रिफला का चूर्ण 3 प्रकार के फलों से मिल कर बनता है हरड़, बहेड़ा, आंवला। ये एक आयुर्वेदिक दवा है जो पाचन और पेट के रोग के उपचार में रामबाण काम करती है। बहुत से लोगों का ये मानना है की कब्ज में ही त्रिफला काम आता है पर पेट साफ करने के अलावा भी त्रिफला चूर्ण का उपयोग किया जाता है। त्रिफला चूर्ण मोटापा कम करने के लिए भी लिया जाता है पर अधिक मात्रा में इसके प्रयोग से फायदा होने की बजाय नुकसान भी सकता है। 

    भारत में आज भी ऐसे कई सारे लोग हैं जो अंग्रेजी दवाओं का सेवन ना करके कई सारे फल और जड़ी बूटियों से बनने वाली औषधि का प्रयोग अपने स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने के लिए करते हैं। इन औषधियों में ऐसे गुणकारी असर भी होते हैं जो स्वास्थ्य समस्या से बचाए रखने में सक्रिय रूप से अपनी भूमिका अदा करते हैं। ऐसा ही एक गुणकारी चूर्ण का नाम त्रिफला है।

    त्रिफला एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसका इस्तेमाल आमतौर पर लोग कब्ज़ दूर करने के लिए करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि यह सिर्फ़ कब्ज़ दूर करने की ही दवा नहीं है बल्कि इसके अनेकों फायदे हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सा में सदियों पहले से त्रिफला का इस्तेमाल होता आया है। 

    शारीरिक दुर्बल व्यक्ति के लिए त्रिफला का सेवन रामबाण साबित होता है| इसके सेवन करने वाला व्यक्ति की याददाश्त भी अन्य लोगों के मुकाबले तेज होती है | इसका सेवन करने से दुर्बलता कम होती है| दुर्बलता को कम करने के लिए त्रिफला को हरड़, बहेड़ा, आंवला, घी और शक्कर को मिलाकर खाना चाहिए|

    इसलिए डॉक्टर की सलाह से ही इसका सेवन करना चाहिए। आज हम जानेंगे त्रिफला चूर्ण कैसे खाएं, त्रिफला चूर्ण के फायदे benefits of triphala churna in hindi.

    त्रिफला चूर्ण का सेवन कैसे करे

    • त्रिफला चूर्ण लेने का सही तरीका ज्यादातर रोग के इलाज पर निर्भर करता है।
    • इसे आधे ग्राम से लेकर 15 ग्राम की मात्रा तक खाया जा सकता है। रोग के अनुसार ही इसकी सही मात्रा ली जाती है।
    • दूध या फिर पानी के साथ में त्रिफला चूर्ण किया जा सकता है।
    • इसकी तासीर गर्म होती है इसलिए इसका सेवन अधिक करने पर नुकसान हो सकता है।
    • सुबह त्रिफला खाने से शरीर को पोषण मिलता है और कैल्शियम, आयरन और विटामिन की कमी पूरी होती है। सुबह के वक़्त गुड़ के साथ इसे खाएं।
    • रात के समय सोने से पहले त्रिफला खाने से कब्ज दूर होती है और ठीक से पेट साफ होता है। रात में इसे हल्के गुनगुने दूध के साथ ले।

    त्रिफला चूर्ण के फायदे और उपाय

    Triphala Churna Khane Ke Fayde in Hindi

    1. प्रतिदिन अच्छा भोजन लेने के साथ साथ अगर त्रिफला चूर्ण खाएं तो हाई ब्लड प्रेशर, दिल व पेट के रोग, कब्ज और गैस की समस्या से राहत मिलती है।
    2. त्रिफला चूर्ण कैसे खाया जाता है अगर इसकी सही जानकारी हो तो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद मिलती है जिससे कई प्रकार के रोगों से बचे रहते है।
    3. ताकत बढ़ाने व शरीर की कमजोरी को दूर करने के लिए त्रिफला रामबाण इलाज है। हर रोज इसका सेवन करने से याददाश्त भी तेज होती है।
    4. आजकल शुगर के रोग से बहुत लोग प्रभावित है पर रोजाना त्रिफला चूर्ण का सेवन करने पर शुगर कंट्रोल होने लगती है।
    5. त्रिफला को अगर दूध के साथ लिया जाता है तो पेट की जलन दूर होती है।
    6. पाचन शक्ति मजबूत करने में भी त्रिफला चूर्ण काम आता है।
    7. फोड़े फुंसी और दाद खाज खुजली का इलाज करने में भी त्रिफला चूर्ण बेनिफिट्स अचूक है। इसके लिए 5 से 6 ग्राम चूर्ण दिन में 2 बार पानी के साथ ले।
    8. कब्ज दूर करने और सुबह ठीक से पेट साफ करने के रोग के लिए सोने से पहले रात को एक चम्मच त्रिफला का चूर्ण 1 गिलास गुनगुने दूध के साथ सेवन करें। गुनगुने पानी के साथ भी आप इसका सेवन कर सकते है।
    9. एक चम्मच त्रिफला चूर्ण, गाय का घी 10 ग्राम और थोड़ा शहद मिला कर लेने से आँखों की बीमारी और मोतियाबिंद की समस्या दूर रहती है।
    10. त्रिफला वेट लॉस के लिए भी खाया जाता है। वजन कम करने के लिए त्रिफला का उपयोग सबसे अच्छा माना जाता है। खाने के 1 घंटे बाद 1 चम्मच चूर्ण हल्के गर्म पानी में मिलाकर सेवन करना चाहिए।
    11. मोटापा घटाने के लिए इसके सेवन का एक तरीका और भी है। त्रिफला पानी में उबाल ले और शहद  के साथ इसे लेने से शरीर की चर्बी कम होती है।

    त्रिफला चूर्ण के नुकसान: Triphala churna ke nuksan in hindi

    • अगर अधिक मात्रा में त्रिफला खाया जाए तो बेनिफिट होने की जगह इसके नुकसान भी हो सकते है। इसका उपयोग ज्यादा करने पर दस्त लग सकते है।
    • जो महिलाएं बच्चे को दूध पिलाती है और गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान त्रिफला के प्रयोग से नुकसान हो सकता है।
    • 6 साल से कम उम्र के बच्चों को त्रिफला नहीं देना चाहिए।
    • इसका इस्तेमाल अधिक करने से अनिद्रा होने की संभावना भी होती है।
    • कुछ लोग ऐसे भी है जिन्हें त्रिफला के सेवन से ज्यादा नींद आती है।
    • अगर आप ज्यादा समय तक इसका उपयोग करना चाहते है तो उसको कम मात्रा में ही ले।
    • त्रिफला खाने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक व किसी डॉक्टर से सलाह जरूर ले।

    त्रिफला चूर्ण कैसे बनाये

    • बहेड़ा, सूखी हुई हरड़ और आंवला।
    • इन सब को अलग अलग पीस ले और किसी जार में रख ले।
    • अब 1 हिस्सा हरड़ चूर्ण, 2 हिस्से बहेड़ा चूर्ण और 3 हिस्से आंवला का चूर्ण मिला ले।
    • आपका त्रिफला चूर्ण अब उपयोग के लिए तैयार है।
    • आप अगर इसे घर पर नहीं बना सकते तो त्रिफला पाउडर पतंजलि से भी ले सकते है।

    दोस्तों त्रिफला चूर्ण के फायदे नुकसान और सेवन का तरीका, triphala churna ke fayde aur nuksan in hindi का लेख कैसा लगा हमें बताये और अगर आपके पास त्रिफला चूर्ण का सेवन कैसे करना चाहिए से जुड़े उपाय है तो हमारे साथ साँझा करे।

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