जो लोग दुबले होते है वह मोटा होने के लिए कई प्रयास करते है क्योकि दुबले व्यक्ति को समाज व्, सेज सम्भन्धी , और मित्र अक्सर यह कहते है कि क्या खान पान सही नहीं है , क्यों इतने दुबले है | अक्सर एक ही परिवार में रहने वाले भाई या बहन एक जैसा खाना कहते है फिर भी दोनों में एक बहुत दुबला और एक है और एक हष्ट/मोटा पुष्ट है |
दुबले व्यक्ति को सभी जगह लोगो के व्यंग सुनने व् सहने पड़ते है | आप सबको पता ही होगा कि कमजोर होना एक अभिशाप है जब आप कमजोर और पतले होंगे तो आपको सब ताना मारते है आप खुद फील करेंगे की आप सबसे अलग हो। लोग आपको भी लोग माचिश की तीली जैसे कॉमेंट करके बुलाते हैं? ऐसा सबका मानना है की अगर आपका खाने का पाचन ठीक तरीके से नहीं हो रहा है तो अपने जो भी खाना खाया है वो आपके शरीर पर नहीं लगता है जिसके कारण आप कभी भी मोटे नहीं हो पाते और कमजोरी के शिकार हो जाते है।
दुबला होने के बहुत से कारण है| आज के युग में मोटा होने के लिए बाजार में अनेको दवाइयाँ / टेबलेट्स /सिरप आदि मिलते है|
आधुनिक चिकित्सा जगत में मोटा होने के लिए अनेको तरीके है | इनमे से आयुर्वेद, होम्योपैथिक एवं एलोपैथिक (अँग्रेजी ) दावों में प्रचलित एवं प्रभावशाली दवाओं के विषय में चर्चा केर रहे है , इनका प्रयोग करके हम आसानी से मोटे हो सकते है |
मार्किट में 3 तरह की Weight Gain Medicine उपलब्ध है।
- आयुर्वेदिक दवा
- होम्योपैथिक दवा
- एलौपेथिक दवा
मोटा होने के लिए आयुर्वेदिक दवा (mote hone ki dawa)
आयुर्वेद में मोटे होने के लिए कई टेबलेट्स एवं चूर्ण/तनिक उपलब्ध है| जल्दी वजन बढ़ाने करने की आयुर्वेदिक औषधियों mote hone ki dawa की जानकारी इस लेख में विस्तार से दी गई है। इस दवा के बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है। यह दवा 100% असरदार है। इस दवा का कोई साइट इफेक्ट नहीं है। एक हफ्ते में असर दिखाना शुरू कर देता है। इस दवा के फायदे, उपयोग और नाम जानने के लिए नीचे दिए गए लेख को पूरा पढ़ें।
अगर आप जल्दी मोटा होने के लिए दवा ढूंढ रहे है तो हमारे इस लेख में बताई जा रही दवा का इस्तेमाल करें और चंद दिनों में मोटापा पाएं| मोटे होने की अंग्रेजी दवा का सेवन करने से आपको कुछ साइड इफ़ेक्ट भी हो सकते है। अब सवाल ये है की जल्दी मोटा होने के लिए क्या करना चाहिए ? जल्दी वजन बढ़ाने के लिए लोग कई तरीके अपनाते है जैसे नॉन वेज खाना, योग और एक्सरसाइज करना। कुछ लोग मोटा होने के लिए टेबलेट, कैप्सूल, प्रोटीन पाउडर और फूड सप्लीमेंट्स का तरीका भी अपनाते है जिससे एक बार तो उनका वजन बढ़ जाता है पर इन्हें छोड़ने के बाद शरीर पहले से ज्यादा कमज़ोर और पतला दिखने लगता है। अगर आप भी मोटा होने के लिए दवा का सेवन करना चाहते है तो एलौपेथिक दवा का सेवन ना करें तो बेहतर होगा और अगर एलौपेथिक का सेवन करना है तो बिना डॉक्टर के परामर्श के बिलकुल भी ना करें| मोटा होने के लिए सबसे बेहतर और सुरक्षित दवा है आयुर्वेदिक दवा, आयुर्वेदिक दवा का दुष्प्रभाव काफी कम देखने को मिलता है| चलिए अब हम आपको सबसे पहले मोटे होने की आयुर्वेदिक दवा के बारे में बताते है|
- अश्वगंधा पाउडर (Ashvagandha Powder) – अश्वगंधा हमारे शरीर के लिए भी काफी लाभदायक होने के साथ साथ वजन बढ़ाने में भी मददगार होता है| अश्वगंधा पाउडर को आप मोटे होने की दवा भी कह सकते है, नियमित रूप से हल्के गर्म दूध में दो चम्मच अश्वगंधा पाउडर और एक चम्मच देसी गाय का घी डालकर अच्छी तरह से मिलाकर सेवन कर लें, इस नुस्खे को अपनाने से कुछ ही दिनों में आपको फर्क दिखाई देने लगेगा| अश्वगंधा पाउडर आपको पंसारी की दुकान या फिर पतंजलि स्टोर पर आसानी से मिल जाएगा|
- यष्टिमधु पाउडर (Yashtimadhu Powder) – अक्सर लोग यह कहते है कि हम खाते पीते तो बहुत है पर शरीर को लगता नहीं है, ऐसा इसीलिए होता है क्योंकि उन इंसानो की पाचन शक्ति कमजोर होने की वजह से खाया पिया उनके शरीर को लगता नहीं है, जिसकी वजह से कई बार बजन बढ़ने की बजाय कम होने लगता है। जिसके कारण आप कभी भी मोटे नहीं हो पाते और कमजोरी के शिकार हो जाते है। यष्टिमधु पाउडर (Yashtimadhu पाउडर) जो प्राकृतिक रूप से 100 प्रतिशत शुद्ध पाउडर हैं यह आपके पाचन तंत्र को मजबूत करता है और आपकी खाना पाचन में मदद करता है और आपका शरीर बनने लगता है और कमजोरी दूर हो जाती है
अगर पाचन तंत्र कमजोर है तो आपके लिए यष्टिमधु पाउडर बहुत ज्यादा फायदेमंद है। ऐसे लोग जिन्हे कुछ भी खाने पीने का मन नहीं करता है या भूख बहुत कम लगती है, उनके लिए भी यष्टिमधु पाउडर काफी फायदेमंद होता है, इसके सेवन से शारीरिक कमज़ोरी भी दूर होती है, भूख बढ़ती है और | यष्टिमधु पॉउडर का सेवन नियमित रूप से करने से बहुत जल्द आपका पाचन तंत्र बेहतर होगा और धीरे धीरे भूख बढ़ने लगेगी और आपकी बॉडी का स्टैमिना भी बढ़ने लगता है|
- च्यवनप्राश (Chyanwanprash) – आयुर्वेद में च्यवनप्राश का बड़ा महत्त्व बताया गया है | यह एक आयुर्वेदिक औषधि है इसका उपयोग से मोटा होने एवं अन्य कई रोगो के निवारण के लिए बच्चे , युवक एवं बूढ़े सभी करते है |
च्यवनप्राश में औषधीय गुणों से युक्त लगभा 36 सौषधिया होती है | इसमें केसर, नागकेसर, पिप्पली , छोटी इलायची , दाल चीनी, शहद, तेजपत्ता, पाटला, अरुणी, गंभारी, विल्लव, श्योनाक की छाल नागमोथा, पुष्कर के फूल, कमल गट्टा सवेल मूसली आदि वनस्पतियो को सही अनुपात में मिश्रित कर विशेष प्रकार से बनाया जाता है |
मोटा होने के लिए च्यवनप्राश एक बहुत ही लाभकारी इम्युनिटी सिस्टम बूस्टर है इसके सेवन आप सुबह शाम कर सकते है इसके सेवन से आपको बहुत सी बीमारियों लाभ मिलता है यह हमारे शरीर को इम्युनिटी बेस्ट करके हमे शक्ति प्रदान करता है और पाचन शक्ति भी बढ़ता है च्यवनप्राश में बहुत सरे एंटी ऑक्सीडेंट होते है जो हमारी कोशिकाओं में पोषक तत्वों को सुधारने का काम करते है | इसे नियमित रूप से खाने पर शरीर सुडोल पुष्ट होता है और मोटापा भी बढ़ता है | च्यवनप्राश पाचन शक्ति में सुधर करता है व् अमाशय, आंतो ,जिगर आदि अंगो को शक्ति प्रदान करता है एवं पोषण करताहै यह कब्ज के लिए उपयोगी होता है और आंतो को भी मजबूत करता है , जिससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होने के साथ साथ मोटा होने में सकारात्मक कार्य करती है |
- सफेद मूसली (Safed Musli) – मोटा होने के लिए आयुर्वेदिक पाउडर सफ़ेद मूसली एक गुणकारी औषधि है इसमें तनाव और अवसाद जैसी बीमारियों से निजात पाने में सहायक होता है सफ़ेद मूसली हमारे अंदर की ताकत को बढ़ाता है और कमजोरी को दूर करता है, मोटा एवं शक्तिशाली होने के लिए यह एक रामबाण औषधि है |
आयुर्वेद में कुछ अन्य वस्तुए : इसके अतिरिक्त आयुर्वेद में कुछ अन्य वस्तुओ का उपयोग मोटा होने के लिए बताया गया है , इनमे से मुख्यतः नीचे वर्णित है –
- मुलेठी (Mulethi for weight gain) – मुलेठी हमारे इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करता है और मुलेठी एक प्रभावशाली आयुर्वेदिक दवा है यह हमारे शरीर को अंदर से मजबूत बनता है। जो की हमारी शरीर की कमजोरी को दूर करता है
- अंजीर और किशमिश (Kishmish) – Mota Hone ka Gharelu Nuskha:दोस्तों वजन बढ़ाने के लिए मुनक्का, किशमिश, अंजीर बहुत लाभकारी माना जाता है आप मुनक्का, किशमिश, अंजीर को रात में भींगो के सेवन करे। इसके सेवन से आपको कमजोरी में छुटकारा मिलेगा और आपका वजन भी बढ़ने लगेगा।
- सौंफ (Fennel Seeds) – सौंफ एक बहुत ही गुणकारी मसाला है इसमें भूख बढ़ाने के गुण मौजूद होते है यह भूख ना लगने की बीमारी को दूर करता है और हमारी भूख को बढ़ाता है इसका रोज़ाना सेवन से हमारी कमजोरी दूर हो सकती है।
- केला (Banana) – केला हमारे शरीर को मोटा करने में आयुर्वेदिक दवा के रूप में काम करता है इसमें फाइबर और कार्बोहायड्रेट प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसका उपयोग दूध के साथ करने में ज्यादा लाभ मिलता है |
- दूध और शहद (Milk and Honey) – वजन बढ़ाने के लिए आप रोज दूध के साथ शहद पीएं. इसे मोटा होने की दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. आप नाश्ते में और रात में सोने से पहले शहद वाला दूध पी सकते हैं. इससे आपका पाचन अच्छा होगा और वजन (wight) भी बढ़ेगा |
मोटा होने की होम्योपैथिक दवा
मोटा होने के लिए अगर आप चाहे तो होम्योपैथिक दवाई का सेवन भी कर सकते है, होम्योपैथिक की मोटे की दवा सेवन करने से लाभ आपको तुरंत नहीं मिलेगा, इन दवाइयो का असर थोड़ा देर से प्राप्त होता है| चलिए अब हम आपको वजन बढ़ाने की होम्योपैथिक दवाई के बारे में जानकारी उपलब्ध कराते है –
- जोंडिला फोर्टे सिरप – वजन बढ़ाने के लिए आप होम्योपैथिक दवा जोंडिला फोर्टे सिरप का सेवन कर सकते है,इसके नियमित सेवन से आपकी भूख काफी जल्दी बढ़ती है और किसी भी इंसान की जब भूख बढ़ जाती है तो धीरे धीरे वजन भी बढ़ने लगता है| रोजाना सुबह और शाम को खाने से लगभग आधा घंटे पहले एक ढक्कन दवाई का सेवन करें जल्द ही लाभ प्राप्त होगा|
- अल्फ़ा व्हे – यह दवा जल्दी वजन बढ़ाने में सहायक होती है, नियमित रूप से एक गिलास गुनगुने दूध में एक चम्मच मिलाकर सुबह और शाम सेवन करने से बहुत जल्द आपका वजन बढ़ने लगेगा| जिम जाने वाले और बॉडी बिल्डर के लिए यह दवा बहुत ज्यादा उपयोगी साबित होती है|
- डा. रेकवेग अल्फाफा मदर टिंचर क्यू – डा. रेकवेग अल्फाफा मदर टिंचर क्यू का प्रयोग भूख बढ़ने एवं वजन बढ़ने, शारीरिक एवं मानसिक ताकत बढ़ने में मदद करती है |
- अल्फ़ा टॉनिक- यह दवा अधिकांश होम्योपैथिक मेडिकल स्टोर में इसी या किसी अन्य नाम से मिलती है. | इसअल्फा हर्ब के व्युत्पात भारत में मोटापा (fat ) बढ़ाने, टिशू के नष्ट होने को कम करने के लिए किया जाता है | यह भूख बढाती एवं पाचन में सुधार केर स्वस्थ शरीर तथा मस्तिष्क के पोषण का पोषण करती है , जिससे वजन बढ़ता है |
- लयकोपोडियम Lycopodium – यह लाजवंती पौधा भूख बढ़ने में उपयोगी है जब इसके बीजाणुओं को कुचल दिया जाता है और विचूर्णन और चूषण द्वारा उपचारित किया जाता है | लाइकोपोडियम क्लैवाटम प्लांट (3) से बने इस उत्पाद से पाचन असंतुलन को ठीक किया जाता है। अगर आपका लीवर कमजोर होने की वजह से वजन नहीं बढ़ पा रहा है तो लाइकोपोडियम आपके काम आएगा।
- कैलकेरिया फॉस्फोरिका (Calcarea Phosphorica) – यदि आपको कोई बीमारी है जो आपके स्वास्थ्य पर भारी पड़ती है, तो कैल्केरिया फॉस्फोरिका आपके लिए एक होम्योपैथिक दवा है। यह एनीमिक बच्चों और कमजोर पाचन वाले लोगों के लिए एक अच्छा उपचार विकल्प है। इससे वजन /मोटापा बढ़ता है |
- एलो सोकोट्रिना (Aloe Socotrina) – यदि आप पेट की समस्याओं का अनुभव कर रहे हैं जैसे पेट में परिपूर्णता या गर्मी या गड़गड़ाहट की आवाज़ और मल त्याग के दौरान दर्द काटने की अनुभूति होती है, तो यह आदर्श दवा है। यह मिचली की भावना और भोजन के प्रति घृणा को कम करने में भी सहायक है। यह आपको ठीक से खाने और वजन बढ़ाने में मदद कर सकता है।
- कंडुरंगो क्यू (Condurango Q) – भूख न लगने के अलावा सामान्य रूप से वजन न बढ़ने के और भी कारण होते हैं, जैसे अल्सर के कारण पेट में दर्द या खाने के तुरंत बाद उल्टी होने से वजन बढ़ने से रोका जा सकता है। आप ब्रेस्टबोन के पीछे लगातार जलन के दर्द के साथ अन्नप्रणाली में कसाव भी महसूस कर सकते हैं। इन सभी समस्याओं के लिए कंडुरंगो एक अच्छा उपाय है।
- आर्सेनिकम एल्बम (Arsenicum Album) – कुछ खाद्य पदार्थ खाने के बाद या बुखार के दौरान पेट में दर्द या जलन से पीड़ित हैं तो आप राहत के लिए इस होम्योपैथिक दवा का सेवन कर सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, आर्सेनिकम एल्बम इन लक्षणों को कम करने में मदद करता है और आपको बिना किसी चिंता के खाने देता है, जिसके परिणामस्वरूप, शरीर का वजन बढ़ने लगता है।
- पल्सेटिला (Pulsatilla) – बहुत कम चीजें हैं जो भोजन के दौरान आपके पेट को जोर से गुर्राते हुए सुनने से ज्यादा शर्मनाक हैं! कभी-कभी, गर्म या वसायुक्त भोजन करने के बाद, आप अपने पेट में दर्द या धड़कन महसूस कर सकते हैं। इस दवा की एक हल्की खुराक उस सब का समाधान कर सकती है। अगर आपको कोई दर्द महसूस हो या जैसे आपकी आंत से कोई पत्थर गुजर रहा हो तो आप भी इस दवा का सेवन कर सकते हैं। दर्द कम हो जाता है, खाने से आपको कोई परेशानी नहीं होगी, और आप वजन बढ़ाने में सक्षम होंगे।
- चेलिडोनियम माजुस (Chelidonium Majus) – सामान्य सुस्ती के साथ भूख में कमी या कमी कभी-कभी लीवर की समस्या का संकेत है। यह सीरस स्राव और पित्त संबंधी जटिलताओं के कारण हो सकता है, जो आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान होता है। लेकिन उसके बाद, आप अपने मुंह में एक कड़वा कड़वा स्वाद, भूख न लगना, या जिगर में जलती हुई वजन महसूस कर सकते हैं। इसका उपचार चेलिडोनियम माजुस द्वारा किया जा सकता है। इस जड़ी बूटी आप वजन बढ़ाने की भी क्षमता है।
- चिनीनम आर्सेनिकम (Chininum Arsenicicum) – कुछ लोग हर बार खाने के बाद बाथरूम की ओर भागते हैं! चिनिनम आर्सेनिकम दस्त के लिए एक बेहतरीन होम्योपैथिक उपचार है जो खाने के ठीक बाद होता है या यदि भोजन पूरी तरह से पच नहीं पाता है। ये सभी समस्याएं आपके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं और उचित वजन बढ़ने से रोक सकती हैं। यह भूख, अम्लता और उल्टी की सामान्य कमी का भी उपचार कर सकता है और आप वजन बढ़ाने में सक्षम होंगे।
- इग्नाटिया अमारा (Ignatia Amara) – कुछ लोग में परेशान और चिंतित होने पर भोजन से घृणा होती है! यदि आप बाद की श्रेणी से संबंधित हैं, तो आपको खाने के विकार और अपच होने का खतरा हो सकता है, जो शरीर में पोषण असंतुलन पैदा कर सकता है। अगर आप वजन बढ़ाना चाहते हैं और इन लक्षणों से लड़ना चाहते हैं, तो इग्नाटिया अमारा आजमाएं!
होम्योपैथी अन्य विकल्पों की तुलना में कम आक्रामक और स्वास्थ्यवर्धक हर्बल विकल्प है। वजन बढ़ाने के लिए कुछ होम्योपैथिक दवाएं हैं जिन्हें आप आजमा सकते हैं, जैसे अल्फाल्फा टॉनिक, आर्सेनिकम एल्बम और इग्नाटिया अमारा। ये होम्योपैथिक दवाएं बिना किसी दुष्प्रभाव या अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियों को प्रभावित किए वजन बढ़ाने के लिए एक सुरक्षित उपाय हैं। चूंकि इन दवाओं को खुराक के निर्देशों के साथ अनुशंसित किया जाता है, इसलिए उनके साथ अति न करें क्योंकि वे वजन में उतार-चढ़ाव का कारण बन सकते हैं। महत्वपूर्ण परिणाम देखने के लिए डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही इन होम्योपैथिक दवाओं को आजमाएं।
मोटे /वजन बढ़ाने होने की अंग्रेजी दवा एलौपेथिक दवा का नाम
आज के समय में बाजार में आपको बहुत सारे ऐसे पॉउडर, कैप्सूल और दवाई आसानी से मिल जाएंगी जो वजन बढ़ाने में सहायक होती है| लेकिन कई बार एलौपेथिक दवाई का सेवन करने से इंसान के शरीर पर कुछ हानिकारक प्रभाव भी हो जाते है, इसीलिए हम आपको सलाह देंगे की अगर मोटा होने की दवा खाने की बारे में सोच रहे है तो सबसे पहले किसी अच्छे चिकित्सक से परामर्श जरूर लें और उनकी सलाह से दवाई का सेवन करेंगे तो आपका वजन भी जल्दी बढ़ेगा और आपको कोई साइड इफ़ेक्ट भी नहीं होगा| चलिए अब हम आपको वजन बढ़ाने की एलौपेथिक दवाई (एलोपैथिक मेडिसिन ) द्वारा मोटा होने की दवा का नाम और जानकारी उपलब्ध करा रहे है –
- मास गेनर पाउडर (mota hone Ke liye) – अगर वजन बढ़ाने के लिए एलौपेथिक में जाओगे तो सबसे ज्यादा आपको मास गेनर पॉउडर का नाम सुनने को मिलेगा, मोटा होने की यह दवा सबसे ज्यादा पॉपुलर है| इस पॉउडर को नियमित रूप से सुबह और शाम एक गिलास गुनगुने दूध के साथ सेवन करने से आपका वजन बहुत जल्दी बढ़ने लगेगा लेकिन इस पॉउडर के साथ साथ आपको एक्सरसाइज़ करना भी जरुरी होता है|
- ड्रोनाबिनोल (mota hone ki tablet) – ड्रोनाबिनोल को मुख्य रूप से भूख बढ़ाने की दवा के रूप में जाना जाता है, यह दवाई भूख को काफी तेजी से बढ़ाने में सहायक होती है| नियमित रूप से पतला इंसान इस दवाई का सेवन कर लें तो बहुत जल्द उसकी भूख बढ़ने लगेगी और जैसे जैसे भूख बढ़ती जाती है इंसान का वजन भी बढ़ने लगता है| ड्रोनाबिनोल का सेवन करने से पहले एक बार किसी डॉक्टर से परामर्श जरूर लें|
- सिप्रोहेप्टाडिन (Cyproheptadine) – यह Mota Hone Ki Dawa शरीर में मौजूद प्राकृतिक हिस्टामाइन के प्रभाव को कम करती है। जिससे हमें ज्यादा भूख लगती है और ज्यादा खाना खा पाते है।
दवा 2 से 8 मिलीग्राम तक, पुरे दिन में चार बार ले सकते है। Cyproheptadine से मूत्र ना आना, धड़कने तेज होना, त्वचा पिली पड़ना जैसे साइड इफ़ेक्ट हो सकते है।
- ऑक्सीमेथोलोन (Oxymetholone) – यह एक तरह की स्टेरॉयड मेडिसिन है, जो शरीर के केमिकल में बदलाव लाती है। कुछ खास बीमारी के उपचार में 25 से 45 मिलीग्राम ऑक्सीमेथोलोन उपयोगी है।दवा वजन बढ़ाने के साथ कही तरह के नुकसान देती है। जैसे पेट में दर्द होना, मूत्र और मल में समस्या आना, भूख न लगना और पीलिया की बीमारी होना।
- ड्रोनाबिनोल (Dronabinol) – मोटा होने की अंग्रेजी दवा ड्रोनाबिनोल भूख बढाती है। जिससे भूख का प्रमाण बढ़ने पर ज्यादा कैलोरीज खा कर वजन बढ़ा सकते है। इसकी 2.5 मिलीग्राम मात्रा पुरे दिन में 2 बार ले सकते है।
ड्रोनाबिनोल सामान्य व्यक्ति के लिए कही तरह से नुकसानदायी है। जैसे मिर्गी की समस्या होना, सिर हल्का होना, अधिक नींद आना, याददाश्त कमजोर होना, ब्लड प्रेशर बढ़ना।
कानूनी अस्वीकरण (Disclaimer) किसी भी वर्णित दवाओं के उपयोग करने से पहले, किसी एक डॉक्टर या विशेषज्ञों से परामर्श करें। Before using any of the described medicines, consult a doctor or specialists.