आँखे हम सभी के लिए बेशकीमती होती है, लेकिन अक्सर हम आँखों में होने वाली परेशानियों को अनदेखा कर देते है जिसकी वजह से हमे काफी नुक्सान उठाना पढ़ सकता है| ड्राई आई सिंड्रोम को केराटोकोनजेक्टिवेटाइटिस सिकाका या शुष्क आंखें भी कहते है| ड्राई आई सिंड्रोम की स्थिति में आँखों के अंदर आंसू बनना बहुत कम हो जाता है और आंसू के अंदर पानी की कमी हो जाती है| आँखों के शुष्क होने के पीछे बहुत सारे कारण हो सकते है, जिसमे से धूल, कांटेक्ट लेंस का अधिक प्रयोग, बढ़ती उम्र, मधुमेह, थाइरॉइड इत्यादि चीजों से आपकी आँखे शुष्क हो सकती है| ड्राई आई सिंड्रोम की परेशानी बुढ़ापे में ज्यादा परेशान करती है|
ड्राई आई सिंड्रोम में आपको काफी परेशानी महसूस होती है, अगर आपने इसका इलाज शुरुआत में नहीं करते है तो कई बार आँखों की रौशनी धुंधली भी हो सकती है, इसीलिए बिना कोई देरी किए आँखों के अच्छे डॉक्टर से सलाह ले| हमारी आँखों की पलकों के अंदर मांसपेशिया और नसे होती है, जिसमे से आंसू बनते है और निकलते है लेकिन अगर उसमे कुछ परेशानी हो जाती है तो आपको ड्राई आई सिंड्रोम की परेशानी हो सकती है| आजकल की जिंदगी में मोबाइल, टीवी और कंप्यूटर का इस्तेमाल बहुत ज्यादा होता है, जिसकी वजह से आजकल ड्राई आई सिंड्रोम की समस्या बहुत ज्यादा हो रही है| मोबाइल, टीवी और कंप्यूटर की स्क्रीन की वजह से हमारी आंख की आंसू वाली परत पर पड़ती है जिसकी वजह से आंसू में पानी की कमी हो जाती है| अगर आपकी आँख में ड्राई आई सिंड्रोम की परेशानी हो जाती है तो आपकी आँख में जलन होना, चुभन और किरकिराहट होना, खुजली और भारीपन होना इत्यादि परेशानी हो सकती है| इसीलिए लापरवाही न करे और तुरंत इलाज कराए| आंसू तेल, बलगम और पानी से मिलकर बनते है|
पहली परत तेल की होती है जो आंसू के पानी को उड़ने से रोकता है, दूसरी परत आँख में आंसू को फ़ैलाने में मदद करती है, किसी भी परेशानी की वजह से आपकी आँख में आंसू कम मात्रा में बनते है तो आपकी आँखों में सूखा होने की परेशानी होने लगती है| आंसू जब कम बनते है तो पूरी आँखों पर सही तरह से फ़ैल नहीं पाते है, ऐसा होने के पीछे तीनो परतो में कोई कमी आना भी हो सकता है, थोड़ी सी भी लापरवाही की वजह से आपकी आँख की पुतली में भी परेशानी हो सकती है, बहुत से मामलो में आँखों की रौशनी तक चली जाती है|