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    अस्थमा का इलाज 10 आसान उपाय और आयुर्वेदिक नुस्खे इन हिंदी

    Ayurvedic Nuskhe - आयुर्वेदिक नुस्खेअस्थमा का इलाज 10 आसान उपाय और आयुर्वेदिक नुस्खे इन हिंदी

    अस्थमा का इलाज के घरेलू उपाय इन हिंदी: इस रोग को दमा के नाम से भी जानते है जिसमें सांस फूलने और सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्या आती है। अस्थमा का रोग महिला, पुरुष और बच्चे किसी को भी हो सकता है। कुछ लोग दमा का इलाज करने के लिए दवा लेते है तो कुछ लोग होम्योपैथिक दवा से भी अस्थमा का ट्रीटमेंट करते है। आज इस लेख में हम जानेंगे दमा का उपचार देसी आयुर्वेदिक नुस्खे से कैसे करे, natural ayurvedic treatment and home remedies (gharelu nuskhe) of asthma in hindi.

    खांसी के कारण फेफड़ों से कफ उत्पन्न होता है लेकिन इसको बाहर लाना काफी कठिन होता है। अनेक लोग चाहते हैं कि अस्थमा को जड़ से इलाज (asthma ka jad se ilaj)करेंगे लेकिन उचित तरीके से अस्थमा का इलाज (Home remedies for Asthma) नहीं करने के कारण ऐसा नहीं हो पाता है। इसलिये आइए जानते हैं कि आपको अस्थमा का जड़ से इलाज (dama ka ilaj) करने के लिए क्या करना चाहिए।

    विभिन्न वजहों से होने वाले अस्थमा के भी कई प्रकार होते हैं जैसे एडल्ट ऑनसेट अस्थमा, एलर्जिक ऑक्यूपेशनल अस्थमा, व्यायाम से होने वाला अस्थमा और गंभीर अस्थमा इत्यादि |

    सांस वाली नली फेफड़ों से हवा अंदर और बाहर करती है और अस्थमा होने पर इस नली के अंदर की और सूजन हो जाती है। ये सूजन सांस की नली को संवेदनशील बना देती है जिस वजह से किसी भी बेचैन करने वाली चीज़ से जल्दी एलर्जी हो जाती है और इससे फेफड़ों में कम हवा पहुँचती है। अस्थमा रोग 2 प्रकार का होता है स्पेसिफिक और नॉन स्पेसिफिक। सांस फूलने की परेशानी जब किसी एलर्जी की वजह से हो तो ये स्पेसिफिक है और जब दमा की समस्या मौसम के प्रभाव या एक्सरसाइज की वजह से हो तो ये नॉन स्पेसिफिक अस्थमा है।

    दमा के कारण क्या है: Dama ke Karan

    1. खाने पीने की गलत आदतें, मिलावट आहार और ज्यादा मसालेदार चीजें खाना।
    2. गुस्सा, तनाव या किसी चीज़ से डर से भी दमा हो सकता है.
    3. खून में किसी तरह का दोष होना।
    4. पालतू जानवरों से भी ये रोग हो सकता है।
    5. किसी नशीली चीज का सेवन करना।
    6. लंबे समय तक सर्दी जुकाम या फिर नजला होना या ठंड लग जाना।
    7. आँतों और फेफड़ों में कमज़ोरी होना।
    8. सांस लेने वाली नली में धूल मिट्टी फस जाना।
    9. धूम्रपान और तंबाकू का अधिक सेवन करना।
    10. अगर परिवार में पहले किसी को दमा हुआ है तो आपको ये रोग होने की संभावना अधिक है।
    11. ज्यादा दवा लेने और कफ सूख जाने पर अस्थमा हो सकता है।
    12. प्रदूषण से होने वाली एलर्जी से भी अस्थमा हो सकता है।

    अस्थमा के लक्षण: Asthma Symptoms

    • दमा का प्रमुख लक्षण है सांस फूलना और सांस लेने में तकलीफ होना।
    • थकावट महसूस करना और पसीना आना।
    • इस बीमारी में सूखी खांसी आती है, छाती में जकड़न होना।
    • दमा के रोगी का कफ बदबूदार होता है।
    • सांस लेने में ज्यादा जोर लगाने पर चेहरा लाल हो जाना।
    • सांस लेते समय सिट्टी की हल्की हल्की आवाज सुनाई पड़ना।

    अस्थमा के लिए आहार: Asthma diet tips in hindi

    1. अस्थमा के रोगी को खाने पीने का ख्याल रखना चाहिए और हल्का जल्दी पचने वाला आहार लेना चाहिए।
    2. आहार में लहसुन, लौकी, मेथी, अदरक, टिंडे और तोरई का सेवन अधिक करें।
    3. मोटा पिसा हुआ आटे से बनी रोटियां और दलिया खाए।
    4. खजूर और मुनक्का खाये।
    5. हमेशा पानी गुनगुना करके पिए।

    अस्थमा का इलाज के घरेलू उपाय और नुस्खे इन हिंदी

    Asthma ka ilaj ke Gharelu Nuskhe in Hindi

    सांस की बीमारी और अस्थमा से होने वाली परेशानी के घरेलू नुस्खे और उपाय से कम कर सकते है और इस रोग को कंट्रोल किया जा सकता है।

    1. एक कप मैथी का बना काढ़ा, थोड़ा सा शहद और एक चम्मच अदरक का रस मिला ले। ये होम रेमेडी अस्थमा का उपचार करने में काफी फायदेमंद है।
    2. अस्थमा का अटैक कम करने के लिए दो चम्मच शहद और एक चम्मच हल्दी मिलाकर चाट ले।
    3. अस्थमा का इलाज में लहसुन का सेवन काफी उपयोगी है। चार से पांच लहसुन की कलियां तीस एम एल दूध में उबाल ले और प्रतिदिन इसका सेवन करें। इसके अलावा लहसुन की दो कलियां पीसकर अदरक की चाय में डाल कर सुबह शाम पीने से भी फायदा मिलता है।
    4. गर्म कॉफी पीने से भी दमा की बीमारी में राहत मिलती है। कॉफी से साँस लेने वाली नली साफ़ होती है जिससे सांस लेने में दिक्कत नहीं आती।
    5. थोड़ा सा कपूर सरसों के तेल में डाल कर गरम कर ले और ठंडा होने के बाद इससे कमर और छाती की मालिश करे। हर रोज इस तेल से मालिश करने पर दमा के लक्षण कम होने लगते है।
    6. अस्थमा का इलाज देसी नुस्खे से करने के लिए पीपल के पत्ते छांव में सूखा कर सूखे पत्ते किसी बर्तन में डाल कर जला ले। अब जलने के बाद जो बचेगा उसे कपड़े से छान ले। अब इस में शहद मिलाकर चाट ले। इस उपचार को दो महीने तक प्रतिदिन दो से तीन बार करने पर दमा में आराम मिलता है।
    7. पानी में तुलसी के पत्ते डाल कर पीस लें फिर उसमें दो चम्मच शहद मिलाएं और खाएं। इस घरेलु उपाय से दमा में आराम मिलता है।
    8. अस्थमा का इलाज करने में इलायची भी फायदेमंद है। बड़ी इलायची का सेवन करने से अस्थमा और हिचकी दोनों से आराम मिलता है। बड़ी इलायची, खजूर और अंगूर को एक समान मात्रा में ले और पीस ले। इस अस्थमा की घरेलू दवा को शहद के साथ चाटे, इससे दमा और खांसी दूर होते है।
    9. एक गिलास दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से एलर्जी से बचते है और अस्थमा कंट्रोल में रहता है।
    10. दिन में दस से बारह गिलास पानी जरूर पिए और भोजन करते वक़्त पानी ना पिए।
    11. हमारी रसोई में सब्जियों के साथ उपयोग में लाया जाने वाला लहसुन सिर्फ एक मसाला नहीं लेकिन औषधीय गुणों का एक खजाना भी है। लहसुन के एंटीबैक्टीरियल गुणों को आधुनिक विज्ञान भी मानता है, लहसुन का सेवन बैक्टीरिया जनित रोगों, दस्त, घावों, सर्दी-खांसी और बुखार आदि में बहुत फायदा करता है।
    12. डाँग-गुजरात के आदिवासियों के अनुसार पान के पत्तों के साथ अशोक के बीजों का चूर्ण की एक चम्मच मात्रा चबाने से सांस फूलने की शिकायत और दमा में आराम मिलता है। पालक के एक गिलास जूस में स्वादानुसार सेंधा नमक मिलाकर सेवन करने से दमा और श्वास रोगों में खूब लाभ मिलता है।
    13. नियमित रूप से प्राणायाम एवं सूर्य नमस्कार करने से अस्थमा से राहत मिलती है। 
    14. ठण्डे तथा नमी युक्त वातावरण में न रहें। अत्यधिक शारीरिक व्यायाम न करें।
    15. सूखी अंजीर को गर्म पानी में रातभर भिगोकर रख दें। सुबह खाली पेट इसे खा लें। ऐसा करने से श्वास नली में जमा बलगम ढीला होकर बाहर निकलता है और इससे संक्रमण से भी राहत मिलती है और अस्थमा का सफल इलाज होता है।

    अस्थमा के लिए योग : Asthma ke liye yoga

    • अस्थमा का इलाज करने के लिए होम रेमेडी के साथ अगर योग भी किया जाए तो जल्दी फायदा मिल सकता है। दमा के लिए योग में अनुलोम विलोम प्राणायाम, भस्त्रिका प्राणायाम और कपालभाति कर सकते है।

    दमा का आयुर्वेदिक उपचार: Ayurvedic Treatment of Asthma in Hindi

    1. आयुर्वेदिक दवा और घरेलू तरीके से इलाज करने का फायदा ये है की ये बीमारी और उसके कारण दोनों का उपचार करने में मदद करते है और इनके साइड इफ़ेक्ट भी ना के बराबर है।
    2. एक कप में दो चम्मच आंवला पाउडर डालें अब इसमें एक चम्मच शहद मिला कर अच्छे से मिक्स कर ले। रोजाना सुबह इसका सेवन करने पर अस्थमा कंट्रोल होने लगता है।
    3. चार से पांच लौंग आधे गिलास पानी में डाल कर पांच मिनट तक उबल ले फिर इसे छान कर थोड़ा शहद मिलाए और पिए। ये अस्थमा का आयुर्वेदिक इलाज  हर रोज दो से तीन बार करने पर दमा ठीक होने में मदद मिलती है।
    4. एक तिहाई हिस्सा पालक का रस और दो तिहाई हिस्सा गाजर का रस मिला कर एक गिलास हर रोज पिए।
    5. बथुआ, लहसुन, जों और अदरक का प्रयोग अस्थमा के रोगी के लिए काफी फायदेमंद है।

    पतंजलि अस्थमा मेडिसिन इन हिंदी: Baba Ramdev Patanjali Medicine

    • अस्थमा का इलाज के लिए अगर आप आयुर्वेदिक दवा लेना चाहते है तो बाबा रामदेव पतंजलि स्टोर से दिव्य श्वासारि रस ले सकते है। इसके अलावा दमा का उपचार और इस रोग से बचने के उपाय के लिए कुछ और भी आयुर्वेदिक मेडिसिन है जो पतंजलि पर उपलब्ध है। कोई भी दमा की दवा शुरू करने से पूर्व उसे लेने का सही तरीका विस्तार में जाने।
    • जाने सर्दी जुकाम ठीक करने के उपाय

    दमा का होम्योपैथिक इलाज कैसे करे: Dama ka homeopathic ilaj

    • होम्योपैथिक दवा रोग के लक्षण के आधार पर ही दी जाती है। होमियोपैथी ट्रीटमेंट में दमा और एलर्जी के कारणों को खत्म करने पर ध्यान देते है। दमा के होम्योपैथिक इलाज के लिए वैसे तो बहुत सी दवाएं उपलब्ध है पर यहां हम पांच नाम बता रहे है जो अस्थमा का ट्रीटमेंट करने में फायदा करती है। ये सिर्फ आपकी जानकारी के लिए है व्यक्तिगत उपचार के लिए आप किसी होम्योपैथिक डॉक्टर से सलाह जरूर ले।
    1. Thuja
    2. Iodium
    3. Allu Cepa
    4. Carbo Veg
    5. Dulcamara

    दमा बढ़ने से रोकने के उपाय

    दमा के रोगी को अस्थमा अटैक किसी भी वक़्त आ सकता है और ये रोग जानलेवा भी हो सकता है, इसलिए दमा से बचने के उपाय पता होना बेहद ज़रूरी है।

    • सांस फूलने का इलाज, मुंह से सांस लेने की बजाय नाक से सांस लेने की कोशिश करे। मुंह से सांस लेने से अंदर ठंड जा सकती है जिससे परेशानी बढ़ सकती है।
    • अपना इनहेलर पंप हमेशा अपने पास रखे।
    • परफ्यूम  जैसी खुशबू वाली चीजों के प्रयोग से बचे।
    • धूम्रपान और तंबाकू से परहेज करें।
    • आहार में मिर्च और मसाले कम प्रयोग करें।
    • धुएँ और धूल मिट्टी वाली जगह जाने से बचें.
    • बलगम बनाने वाली चीजों का सेवन कम करें।
    • मौसम में हो रहे बदलाव की जानकारी रखें।

    अस्थमा का रोग लाइलाज नहीं है। सही समय पर अगर इस बीमारी की पहचान करके दमा के उपाय किए जाए तो इलाज आसानी से किया जा सकता है। इसलिए अस्थमा के लक्षण दिखते ही तुरंत टेस्ट करवाए और ट्रीटमेंट शुरू करें।

    दोस्तों अस्थमा का इलाज के उपाय, Dama Asthma ka ilaj ke Gharelu Nuskhe in Hindi का ये लेख आपको कैसा  लगा हमें बताये और अगर आपके पास दमा का उपचार के घरेलू नुस्खे और अस्थमा का इलाज देसी आयुर्वेदिक उपाय है तो हमारे साथ साझा करे।

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