आँखों में रतोंधी की परेशानी हो जाने पर ज्यादा परेशान नहीं होना चाहिए, सबसे पहले रतोंधी की परेशानी किस वजह से हो रही है उससे जानना जरुरी है। बहुत सारे लोग ऐसे होते है जिन्हे पता होता है की किस चीज को खाने या इस्तेमाल करने से उन्हें परेशानी हो सकती है, वो उसका इस्तेमाल करते है। अगर आपको दिन में पढ़ने में या अन्य किसी भी काम को करने में कोई परेशानी नहीं हो रही और रात में आपको देखने में परेशानी हो रही है तो इसका कारण रतोंधी भी हो सकता है। जब आप डॉक्टर के पास जाते है तो वो आपकी आँखों की पूर्ण जाँच करते है और कुछ टेस्ट भी करते है, जिससे आपकी परेशानी का सही तरीके से पता चलता है। जाँच के अलावा डॉक्टर आपसे कुछ सवाल भी कर सकते है जैसे परिवार में तो किसी को रतोंधी की परेशानी तो नहीं है।
रतोंधी की परेशानी हो जाने पर आपको कुछ सावधानी भी जरूर बरतनी चाहिए, कभी भी आपको रात में गाड़ी नहीं चलानी चाहिए। अगर आपको परेशानी है तो कई बार डॉक्टर आपकी आँखों के चश्मे के नंबर को भी बदल कर देखते है, अगर परेशानी चश्मा बदल कर भी दूर नहीं हो रही हो तो फिर आपकी आँख का ऑप्रेशन ही करा जाता है। रतोंधी की परेशानी शरीर में विटामिन ए की कमी से होती है। विटामिन ए की कमी को दूर करने के लिए आपको अंडे का पीला हिस्सा, पीले-हरे फल और सब्जियां, आम, खरबूजा, शिमला मिर्च, पालक इत्यादि चीजों का सेवन करना चाहिए। अगर आपकी आँखों में कोई परेशानी नहीं है तो भी आपको नेत्र चिकित्सक से नियमित रूप से अपनी आँखों की जांच जरूर करनी चाहिए, जिससे आपकी आँखों में किसी भी परेशानी का शुरुआत में ही पता चल जाता है।
बहुत से लोग रतोंधी की परेशानी के लक्षण दिखाई देने पर अपनी या किसी और की सलाह पर दवाई मेडिकल से लेकर अपनी आँखों में डाल लेते है, जिसकी वजह से रतोंधी की परेशानी कम होने की बजाय बढ़ जाती है। इसीलिए हम आपको सलाह देते है की कभी भी कोई भी दवाई बिना किसी नेत्र चिकित्सक की सलाह के अपनी आँखों में नहीं डालनी चाहिए।