Typhoid Symptoms in Hindi : टाइफाइड का नाम लगभग सभी ने सुना ही है और शायद ही कोई इंसान हो जो इससे कभी न कभी ग्रसित ना हुआ हो| लेकिन इसके लक्षणों के बारे में कम ही लोग जानते है अगर हमे इसके लक्षणों के बारे में पहले ही पता चल जाएं तो इससे गंभीर रूप लेने से पहले ही रोका जा सकता है| चलिए आज हम टाइफाइड के लक्षणों के बारे में आपको अहम जानकारी बताते है –
टायफाइड के लक्षण (Typhoid Symptoms in Hindi)
1 – टाइफाइड के लक्षणों में प्रथम और मुख्य लक्षण होता है बुखार आना,किसी भी इंसान को अगर 104 डिग्री तक हो रहा है तो उस इंसान को टाइफाइड हो सकता है| बुखार के साथ मरीज को ठंड भी लग सकती है| कई बार ऐसा भी देखा जाता है की टाइफाइड के मरीज की त्वचा में रैशेज भी हो जाते हैं। किसी भी इंसान में अगर टाइफाइड के लक्षण (Typhoid Symptoms in Hindi) दिखाई दें तो कभी भी लापरवाही ना करें तुरंत कसी चिकित्सक से परामर्श लें|
2 – टाइफाइड से ग्रसित इंसान के शरीर और सिर में दर्द रहता है| जैसे जैसे टाइफाइड का संक्रमण बढ़ता है वैसे वैसे दर्द भी लगातार रहने लगता है| अगर आपके शरीर या सिर में दर्द है और साधारण दर्द निवारक लेने से कुछ समय के लिए आराम मिल जाता है फिर कुछ समय बाद आपको दर्द की परेशानी हो रही है तो आपको टाइफाइड (Typhoid Symptoms in Hindi) की परेशानी हो सकती है|
3 – टाइफाइड के लक्षणों में से एक भूख कम लगना भी है| किसी भी टाइफाइड से ग्रसित इंसान के शरीर में जैसे जैसे संक्रमण बढ़ता है वैसे वैसे उस इंसान की भूख कम होने लगती है। अगर आपको या आपके परिवार में किसी भी इंसान के साथ ऐसा हो रहा है तो भूख ना लगने ना कारन पता कीजिए कई बार कई लोग लापरवाही कर देते है जिसकी वजह से टाइफाइड (Typhoid Symptoms in Hindi) धीरे धीरे बढ़ कर गंभीर रूप ले लेता है, इसीलिए भूख कम होने पर कभी भी लापरवाही मत कीजिए तुरंत किसी चिकित्सक से सलाह जरूर लें|
4 – किसी भी इंसान को दिन में कभी भी बिना किसी कारण के ठंड लग रही है, या उसका मन काम में नहीं लग रहा है मन कर रहा है की लेट जाऊ अर्थात पूरे दिन सुस्ती एवं आलस्य का अनुभव हो रहा है तो ये भी टाइफाइड के ही लक्षणों (Typhoid Symptoms in Hindi) में एक लक्षण होता है| खासतौर पर बच्चो का मन अगर पढ़ाई में नहीं लग रहा है, आपका बच्चा सुस्त हो रहा है, खाना भी सही से नहीं खा रहा है तो तुरंत चिकित्सक से सलाह जरूर लें|
5 – टाइफाइड की समस्या बच्चो में ज्यादा देखने को मिलती है इसीलिए बच्चो का ध्यान रखना बहुत ज्यादा जरुरी होता है| अगर बच्चा छोटा होता है तो उसे दस्त लग सकते हो और बच्चा थोड़ा सा बड़ा है तो उसे कब्ज की परेशानी हो सकती है| छोटे बच्चे को अगर दस्त की परेशानी हो तो कभी भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए क्योंकि बच्चे बताने में असमर्थ होते है और कई बार माँ बाप लापरवाही कर देते है और टाइफाइड (Typhoid Symptoms in Hindi) गंभीर रूप ले लेता है जिसकी वजह से घातक परिणाम भुगतने पढ़ जाते है| इसलिए तुरंत किसी बच्चो के डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए|
हम आशा करते है की sehatdoctor के द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी और जिस भी परेशानी के नुस्खे आपने पढ़ें है उस परेशानी में भी आपको आराम प्राप्त हुआ होगा| किसी भी अन्य बीमारी या परेशानी के लिए हेल्थ टिप्स इन हिंदी ( health tips in hindi ) और घरेलू नुस्खे इन हिंदी ( gharelu nuskhe in hindi ) जरूर पढ़ें और लाभ प्राप्त करें| आपका अनुभव कैसा रहा इसकी जानकारी कमेंट करके जरूर बताए |