शतावरी के फायदे (asparagus in Hindi) :प्राचीन समय से शतावरी का इस्तेमाल औषधि के रूप में होता हुआ आया है| शतावरी को अंग्रेजी में एस्पेरेगस के नाम से जाना जाता है| शतावरी में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, विटामिन डी इत्यादि पोषक तत्व मौजूद होते है|
भारत के हिमायल क्षेत्र में पाई जाने वाली शतावरी सबसे पुरानी जड़ी बूटियों में से एक है इसलिए शतावरी यानी कि asparagus का उल्लेख कई भारतीय ग्रंथो में किया गया है। वैज्ञानिको के मतानुसार शतावरी शरीर को पुष्ट करने वाली, वीर्य को बढ़ाने वाली, ह्रदय को बल देने वाली औषधि है। शतावरी बहुत ही फायदेमंद औषधि है जिसका उपयोग अक्सर आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक (Homeopathic) दवाइयों में किया जाता है।
इसका उपयोग स्त्री रोगों जैसे प्रसव के उपरान्त दूध का न आना, बाँछपन ,गर्भपात आदि में किया जाता है। यह जोड़ों के दर्द एवं मिर्गी में भी लाभप्रद होता है। इसका उपयोग प्रतिरोधात्मक शक्ति बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। हुत सालों से शतावरी का भिन्न-भिन्न तरीके से इस्तेमाल होता आ रहा है। शतावरी के फायदे लेने के लिए आपको शतावरी के आयुर्वेदीय गुण-कर्म, उपयोग के तरीके, उपयोग की मात्रा, एवं विधियों की जानकारी होनी जरूरी है,
शतावरी के फायदे से पहले यह जान लेना बेहद जरूरी है, कि शतावरी के कितने प्रकार हैं और कौन सा प्रकार सबसे ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। बात करें भारत की, तो यहां हरी और बैंगनी रंग की शतावरी ज्यादा देखने को मिलती है। वैसे, शतावरी तीन प्रकार की होती हैं|अब हम आपको शतावरी के फायदों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है-
शतावरी के फायदे (Benefits of asparagus in Hindi)
- वजन घटाने में फायदेमंद – शतावरी में फाइबर, कैलोरी और अन्य गुण वजन कम करने में काफी मददगार होती है,आज के समय में बड़े हुए वजन से पीड़ित लोगो की तादात काफी है और वो सभी अपने वजन को कम करने के लिए कुछ ना कुछ तरीके अपनाते रहते है| अगर आप भी अपने बड़े हुए वजन से मुक्ति पाना चाहते है,तो नियमित रूप से शतावरी का सेवन करना चाहिए|
- कैंसर को रोकने में मददगार – शतावरी में मौजूद गुण कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को रोकने में काफी मददगार साबित हो सकते हैं। शतावरी में मौजूद सल्फोराफेन कैंसर रोधी साबित होता है,इसलिए अगर आप भी अपने आपको कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचा सकता है|
- प्रेगनेंसी में फायदेमंद – किसी भी महिला के गर्भवती होने पर उसके खाने पीने का ध्यान बहुत ज्यादा रखना पड़ता है, ऐसी महिलाओ को ऐसी चीजों का सेवन कराया जाता है जो महिला और बच्चे के लिए फायदेमंद हो| गर्भवती महिला को फोलेट से भरपूर चीजों का सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है,शतावरी में फोलेट प्रचुर मात्रा में पाया जाता है| इसीलिए गर्भवती महिला और उसके अंदर पल रहे शिशु के लिए शतावरी काफी फायदेमंद होती है|
- यूरिन इन्फेक्शन में भी फायदेमंद – आज के समय इन्फेक्शन की समस्या बहुत ही आम हो गई है,यूरिन इन्फेक्शन की परेशानी भी उनमे से एक है| अगर आप भी यूरिन इन्फेक्शन की समस्या से ग्रसित है तो शतावरी के सेवन करने से आपको इस परेशानी से राहत मिल सकती है| शतावरी में मौजूद विटामिन और अन्य पोषक तत्व यूरिन इंफेक्शन से राहत दिलाने में सहायक साबित होते है|
- हड्डियों के लिए भी फायदेमंद – हड्डियों में कमजोरी अधिकतर कैल्शियम की कमी की वजह से देखने को मिलती है,अगर आप इसका उपाए नहीं करते है तो आपको जोड़ो में दर्द,गठिया इत्यादि परेशानियो का सामना करना पढ़ सकता है| शतावरी में मौजूद कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व हड्डियों को मजबूती प्रदान करने में सहायक होती है,इसीलिए शतावरी के नियमित सेवन से आप इस परेशानी से अपने आप को आसानी से बचा सकते है|
- मधुमेह में उपयोगी – शतावरी के फायदे मधुमेह में भी देखने को मिल सकते हैं। एक एंटीडायबीटिक के रूप में शतावरी का प्रयोग लंबे समय से किया जा रहा है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, यह देखा गया कि शतावरी एंटी हाइपर ग्लाइसेमिक (खून में ग्लूकोज की मात्रा को कम करने की क्रिया) क्रिया को बढ़ाने का काम कर सकता है, जिससे मधुमेय के खतरे को रोकने में मदद मिल सकती है|
- प्रतिरोधक क्षमता के लिए – प्रतिरोधक क्षमता के लिए शतावरी के फायदे देखे जा सकते हैं। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, शतावरी में मौजूद विटामिन और मिनरल प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बना सकते हैं। शतावरी में मौजूद विटामिन-ए, विटामिन-सी और विटामिन-ई शरीर से जुड़े संक्रमण पर प्रभावी असर दिखा सकते हैं |
- सूजन विरोधी के रूप में- अगर आप सूजन की समस्या से परेशान हैं, तो शतावरी के गुण इसमें लाभदायक हो सकते हैं। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, यह देखा गया कि शतावरी का प्रयोग सूजन को कम करने में मददगार साबित हो सकता है।एक अन्य अध्ययन के अनुसार, प्राकृतिक मूत्रवर्धक होने के कारण शतावरी शरीर से अतिरिक्त तरल पदार्थ को बाहर निकाल सकती है। इससे सूजन और एडिमा की समस्या को कम किया जा सकता है|
- टीबी रोग में सहायक –टीबी रोग में भी शतावरी के फायदे लाभ पहुंचा सकते हैं। एक शोध में कुछ ऐसे पौधों पर अध्ययन किया गया है, जिसके फायदे टीबी रोग में देखे जा सकते हैं, जिनमें शतावरी भी शामिल है । इसके अलावा एक अध्ययन के मुताबिक, शतावरी में मौजूद विटामिन-बी, थायमिन,और विटामिन-सी टीबी के इलाज में और इसके खतरे को कम करने में मदद कर सकते हैं ।
शतावरी के उपयोग और रेसिपी
- अधिकतर लोग शतावरी का उपयोग सब्जी के रूप में करते है|
- आप चाहे तो शतावरी का इस्तेमाल सलाद के रूप में भी कर सकते है,इसके लिए शतावरी को अच्छी तरह धो कर काट कर सलाद के साथ स्वाद अनुसार काला नमक या चाट मसाला डाल कर उपयोग कर सकते है|
- बहुत से लोग शतावरी का उपयोग जूस के रूप में भी करते हैं, शतावरी का जूस बनाने के लिए सबसे पहले ताजी शतावरी को अच्छी तरह से धो लें,उसके बाद उसके पीस करके थोड़ा सा पानी डाल कर अच्छी तरह से पीस लें,फिर उसे छान लें,आप चाहे तो स्वादनुसार नमक भी डाल सकते है|