मोतियाबिंद की परेशानी 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगो में होना आम बात है, लेकिन आजकल के युवाओ में भी ये परेशानी देखने को मिल जाती है| मोतियाबिंद को हम सफेद मोतिया के नाम से भी जानते है, मोतियाबिंद की परेशानी होने पर आपको धुंधला दिखाई देने लगता है, धीरे धीरे परेशानी बढ़ती जाती है| दुनिया भर में सबसे ज्यादा रौशनी खोने की वजह मोतियाबिंद ही है, इसीलिए अगर आपको कभी भी मोतियाबिंद जैसी परेशानी का लक्षण दिखाई दे तो कभी भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए तुरंत किसी नेत्र चिकित्सक के पास जाना चाहिए और आँखों की जाँच करानी चाहिए, जिससे डॉक्टर आपका सही से इलाज कर सके| चलिए आज हम आपको मोतियबिंद के कुछ लक्षणों के बारे में बताते है –
1 – आपको मोतियाबिंद की परेशानी में धुंधला दिखाई दे सकता है| धीरे धीरे मोतियाबिंद बढ़ जाता है और उसका असर हमारी आंखो की रौशनी पर पड़ता है और हमे धुंधला और रात को देखने में परेशानी होने लगती है|
2 – मोतियाबिंद की शुरुआत होने पर आँखों में चकाचोंध और तेज प्रकाश में देखने में परेशानी महसूस होने लगती है| आपको अपने घरो में लगे हुए बल्ब और लाइट के आस पास चमक दिखाई दे सकती है| इस प्रकार का लक्षण दिखाई देने पर आपको समझ जाना चाहिए और तुरंत डॉक्टर के पास आँखों की जाँच के लिए जाना चाहिए|
3 – कई बार जब आप कोई चीज देखते है तो आपको उस चीज की दो छवि दिखाई देती है, ऐसा होना भी मोतियाबिंद का एक लक्षण होता है| आँखों में इस परेशानी को डिप्लोपिया के नाम से भी जाना जाता है|
4 – आँखों में मोतियाबिंद की परेशानी हो जाने पर कई बार ये आपकी आँखों की रंग को पहचाने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है| ऐसे में आपकी आँखे रंगो को समझ नहीं पाती है और ना ही रंग को पहचान पाती है, कई बार आपको रंग वाली चीज भी बिना रंग की दिखाई दे सकती है| बाद में आँखे भूरे और पीले रंग में या नीले और बैंगनी रंगों में फर्क नहीं कर पाती है, जिसकी वजह से हमे काफी परेशानी हो जाती है।
5 – अक्सर हमारी आँखों की रौशनी और नजर में परिवर्तन मोतियाबिंद के कारण भी हो सकता है| अगर आपकी आँखों के चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस के नंबर में थोड़े थोड़े दिनों में बढ़ रहे हो या बदल रहे हो तो ये मोतियाबिंद का लक्षण हो सकता है। ऐसे में हमे ध्यान रखना बहुत जरुरी होता है|