मोतियाबिंद की परेशानी में अगर आप लापरवाही करते है तो धीरे धीरे बढ़कर आपकी पूरी आँख को प्रभावित कर देता है और आपकी आँखों की रौशनी को भी खत्म कर सकता है| इसीलिए कभी भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए तुरंत किसी नेत्र चिकित्सक के पास जाकर जाँच और इलाज कराना चाहिए| मोतियाबिंद की परेशानी पुरुषो के मुकाबले महिलाओ में ज्यादा देखने को मिलती है, जिसका कारण शायद महिलाओ के शरीर में हार्मोन्स बदलाव होना होता है|
अधिकतर लोगो को 40 की उम्र के बाद मोतियाबिंद हो जाता है लेकिन शुरुआत में ये बहुत ही छोटे सफ़ेद धब्बे के रूप में हो सकता है, उसके बाद ये बहुत धीरे धीरे बढ़ता है और बाद में ये बढ़कर आपकी पूरी आँख में हो जाता है और आपकी आँखों की रौशनी को भी धीरे धीरे खत्म कर देता है| अगर आपको मोतियाबिंद की परेशानी हो रही है तो डॉक्टर आपसे आपके परिवार के बारे में पूछते है की उन्हें भी तो मोतियाबिंद की परेशानी नहीं है, कई बार देखा गया है की मोतियाबिंद अनुवांशिकता के कारण भी हो सकता है| जो लोग बहुत अधिक मोटे होते है उनकी आँखों में पतले लोगो के मुकाबले मोतियाबिंद होने की सम्भावना बहुत ज्यादा होती है|
जिन इंसानो को मधुमेह की बीमारी होती है उन्हें अपनी शुगर का खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए, उन्हें भी मोतियाबिंद की परेशानी आ सकती है| बहुत से लोग तेज धूप में बिना चश्मा लगाए निकल जाते है जिसकी वजह से उनकी आँखे सीधे सूरज की किरणों के संपर्क में आ जाती है, जिसकी वजह से उनकी आँखों में न्यूक्लिअर मोतियाबिंद के होने की सम्भावना बढ़ जाती है| बहुत से लोग शराब का सेवन बहुत ज्यादा करते है, जिसकी वजह से उनके शरीर में एल्कोहल की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और उसका असर हमारी आँखों पर भी पढ़ सकता है, ऐसे लोगो की आँखों में मोतियाबिंद होने की सम्भावना बहुत अधिक होती है| बहुत से लोग बहुत अधिक धूम्रपान करते है, जिसकी वजह से सिगरेट, बीड़ी, सिगार इत्यादि का धुंआ सीधे हमारी आँख में चला जाता है, जो हमारी आँखों को बहुत प्रभावित करता है, ऐसे लोगो की आँखों में बहुत रोग हो सकते है जिनमे से मोतियाबिंद प्रमुख होता है|
हम आपको सलाह देंगे कारण चाहे जो भी हो लेकिन अगर आपको अपनी आँखों में हलकी सी भी परेशानी महसूस हो रही हो तो लापरवाही नहीं करनी चाहिए तुरंत किसी नेत्र चिकित्सक के पास जाकर आँखों की जाँच और इलाज करना चाहिए|