आँखों में हुए आई फ्लू का इलाज उसकी जाँच करने के बाद ही किया जा सकता है| अगर आपको या आपके घर में किसी को भी आई फ्लू की परेशानी हो रही हो तो आपको कुछ सावधानी जरूर रखनी चाहिए, जिस इंसान को आई फ्लू की बीमारी हो उसकी तौलिया, रुमाल, कपडे इत्यादि चीजों को अलग रखना चाहिए, किसी और को उन चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए| आई फ्लू से पीड़ित इंसान को अपनी साफ़ सफाई का भी खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए, वरना उसकी वजह से आसपास रहने वाले लोगो की आँखों में संक्रमण हो सकता है|
जब आप किसी अच्छे नेत्र चिकित्सक के पास जाते है तो वो आँखों की जाँच करके पता करते है की परेशानी कितने समय से हो रही है और परेशानी कितनी गंभीर हो चुकी है| जाँच पूरी होने के बाद ही डॉक्टर आपकी परेशानी का इलाज करते है| लेकिन कई बार परेशानी का सही से पता ना चले तो डॉक्टर आपको आंखों के विशेषज्ञ डॉक्टर जिन्हें ओफ्थल्मोलॉजिस्ट कहा जाता है, उनके पास परीक्षण के लिए भेज देते है| ओफ्थल्मोलॉजिस्ट द्वारा आपकी आँखों की जाँच एक तेज रोशनी वाले उपकरण का इस्तेमाल करते है, जिससे आपकी आँखों की जाँच सही से हो पाती हैं, जाँच पूरी होने के बाद आपकी आँखों का इलाज सही से हो सकता है।
अगर आपकी आँख में कीचड़ आ रहा हो तो है, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर आपकी आँखों का स्वेब टेस्ट के दवारा जाँच करते है। डॉक्टर इस टेस्ट में आपकी आँख से निकलने वाले कीचड़ या द्रव का नमूना लिया जाता है| जिस उपकरण से द्रव लिया जाता है उसे स्वेब के नाम से जाना जाता है, इस जाँच में आपकी आँख में इन्फेक्शन कितना हो रहा है, इसका पता चल जाता है| जाँच पूरी होने के बाद बीमारी का कारण का पता चल जाता है उसके बाद आसानी से इलाज करा जाता है| आई फ्लू की बीमारी आमतौर पर अपने आप ठीक हो जाती है लेकिन अगर अपने आप ठीक नहीं हो तो आपको लापरवाही नहीं करनी चाहिए तुरंत किसी डॉक्टर से अपनी आँखों की जाँच करवानी चाहिए| अगर आप देरी करते है तो आपकी आँखों की दृष्टि भी बाधित हो सकती है|