आँखे हम सभी के लिए बहुमूल्य है, उन्ही के दवारा हम इस दुनिया को और उसकी ख़ूबसूरती को देख सकते है| आँखों में कई बार बहुत सी बीमारी हो जाती है, जिनमे से एक भेंगापन भी है| आमतौर पर भेंगेपन को आसानी से पहचाना जा सकता है लेकिन कई बार इसे पहचानना काफी मुश्किल होता है| अगर आप सही समय पर भेंगेपन का इलाज नहीं कराते है तो भेंगापन जिंदगी भर आपकी आँखों में रह सकता है और कई बार तो आप अपनी आँखों की रौशनी भी खो सकते है| इसीलिए अगर आपको हल्का सा भी अहसास हो की आपकी आँख में भेंगापन हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर से मिले| चलिए आज हम आपको भेंगापन का परिक्षण कैसे कर सकते है इसकी जानकारी देंगे –
1 – नवजात शिशु कुछ भी बोल या बता नहीं सकते है, इसीलिए जन्म से लेकर 3 महीने तक के शिशु की आँखों की जाँच जरूर करा लेनी चाहिए जिससे आपके शिशु की आँख की जानकारी हो सके| अगर उसकी आँख में भेंगेपन की परेशानी होती है तो वो उसके माँ बाप के कारण भी हो सकता है और अगर किसी और वजह से भेंगापन हुआ है तो इसका इलाज सही से हो सकता है l
2 – कॉर्नियल लाइट रिफ्लेक्स टेस्ट के दवारा भी आपकी आँख के भेंगेपन की जाँच की जाती है| अगर आपको अपनी आँख में थोड़ी बहुत परेशानी हो रही हो तो आपको जाँच जरूर करा लेनी चाहिए, इसकी मदद से आपको भेंगापन शुरुआत में ही पता चल जाएगा और उसका इलाज आसानी से हो जाएगा|
3 – अगर आपकी आँख दूर की वस्तु को सही से देख नहीं पा रही है या आपको दूर की चीजे धुंधली सी दिखाई देती है तो आपको तुरंत विज़ुअल एक्युइटी टेस्ट करा लेना चाहिए| इस टेस्ट की मदद से आपको दूर की चीजों को देखने में परेशानी क्यों हो रही है, इसका सही कारण पता चल जाएगा और आपकी आँख में भेंगापन की परेशानी तो नहीं होने वाली है इसका भी पता चल जाएगा|
4 – अगर आपकी दोनों आँख की गति एक साथ नहीं हो रही है और आपको कुछ परेशानी महसूस हो रही है तो आपको तुरंत कवर/अनकवर टेस्ट जरूर करा लेना चाहिए,इससे आपकी आँखों की गति के बारे में ठीक से पता चल जाता है| इससे आपकी आँख में भेंगापन की समस्या के बारे में पता चल जाएगा और आपका इलाज भी समय पर शुरू हो सकता है|
5 – रेटिना टेस्ट से आप अपनी आँखों के रेटिना की जाँच हो सकती है| इस जाँच से भी आपकी आँखों में भेंगेपन की परेशानी का पता चल सकता है|