बच्चे को बुखार का इलाज के लिए घरेलू उपचार और उपाय इन हिंदी: वैसे तो बुखार आना किसी बीमारी के शुरुआती लक्षण हो सकते है पर हमेशा फीवर आने का मतलब कोई रोग होना भी नहीं है। छोटे बच्चों को बुखार होने पर वायरल इन्फेक्शन की संभावना अधिक होती है। कुछ लोग बुखार कम करने और उतारने के लिए दुआ, मंत्र, आयुर्वेदिक इलाज, देसी घरेलू नुस्खे और बेबी फीवर मेडिसिन का सहारा लेते है।
बच्चों में बीमारियों से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता पूरी तरह से तैयार नहीं होती, इसलिए वे बाहरी संक्रमण से जल्दी प्रभावित हो जाते हैं। इस कारण बच्चे बार-बार बुखार से पीड़ित हो जाते हैं। आपको यह पता है कि आयुर्वेद में बच्चों के बुखार को ठीक करने के लिए कई तरह के घरेलू उपाय बताए गए हैं। आप इन उपायों का प्रयोग कर ना सिर्फ बच्चों को स्वस्थ कर सकते हैं, बल्कि भागमभाग से भी बच सकते हैं।
बुखार मानव शरीर द्वारा संक्रमण से लड़ने के लिए उपयोग की जाने वाली एक आत्मरक्षा प्रणाली है। उच्च तापमान पर, शरीर श्वेत रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करता है जो किसी भी संक्रमण से रक्षा करती हैं और वायरस या बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकती हैं। दिलचस्प बात यह है कि बुखार कम करने से असल में संक्रमण से लड़ने वाले शरीर के प्राकृतिक तंत्र में बाधा आ सकती है।
छोटे बच्चे और नवजात शिशु को बुखार आने पर बिना डॉक्टर की सलाह के सर्दी खांसी या बुखार की दवा नहीं देनी चाहिए और अगर बच्चे को बार बार बुखार आता है या फिर दवा लेने पर तेज बुखार कम नहीं हो रहा तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। आज हम जानेंगे बच्चों के बुखार में क्या करे,, बच्चे को बुखार का इलाज natural ayurvedic treatment and home remedies (gharelu nuskhe) for baby fever in hindi.
बच्चों को बुखार आने का कारण
- ज्यादा ठंड लगना, ज्यादा गर्मी होना, ठंडे पानी से नहाना, गला खराब होना और सर्दी जुकाम होना कुछ ऐसे कारण है जिनमें बच्चों को बुखार की समस्या अधिक होती है।
- ज्यादातर बच्चे पूरा दिन खेलते रहते है जिससे उन्हें थकान हो जाती है और रात में बुखार हो जाता है।
- बच्चों को दांत निकलने के समय भी बुखार हो जाता है।
बच्चे को बुखार के लक्षण
- ज़्यादा गर्मी या ठंड लगने से शरीर में बेचैनी महसूस होना।
- बच्चे का सिर गर्म होना, सांस तेज होना, सिर में दर्द, आँखे लाल होना।
- भूख न लगना, शरीर टूटने लगना, सुस्ती और ज्यादा प्यास लगना।
- जी मचलना, उल्टी, चक्कर आना और कब्ज बेबी फीवर के सिम्पटम्स है।
बच्चे को बुखार का इलाज और घरेलू उपचार
Bacho Ko Bukhar Ke Gharelu Nuskhe in Hindi
- एक साल से कम उम्र के बच्चे के लिए तुलसी काफी फायदेमंद है। ये एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक है जो बॉडी की इम्युनिटी बढ़ाने का काम करती है। मुट्ठी भर तुलसी के पत्ते 1 कप पानी में उबाल ले और इसके बाद थोड़ी सी शक्कर मिला कर बच्चे को दे।
- तुलसी की पत्तियां चबाने से बच्चे की कफ (बलगम) का इलाज में मदद मिलती है।
- जायफल पीसकर नाक, छाती और माथे पर इसका लेप करने से भी बुखार में आराम मिलने लगता है।
- दो काली मिर्च और तुलसी के 2 पत्ते पीस कर शहद में मिलाएं और बच्चे को दिन में 2 से 3 बार चटाये। इस घरेलू नुस्खे से बेबी का फीवर कम होने लगेगा।
- बुखार उतारने के लिए गिलोय रामबाण दवा है। बच्चों को बुखार होने पर थोड़ा सा गिलोय का रस 120 एम एल शहद में मिला कर बच्चे को दिन में 3 बार दे।
- नवजात शिशु के बुखार में एक साफ कपड़ा ठंडे पानी में भिगो कर शिशु के सिर पर ठंडी पट्टी रखे। बुखार कम करने के लिए बेबी के हाथ पैर और कमर पर भी कपड़े का प्रयोग करें। ख्याल रहे बर्फ वाला ज्यादा ठंडा पानी प्रयोग ना करें।
- 6 महीने से भी कम उम्र के बच्चे का बुखार ठीक करने में माँ का दूध बेहद ज़रूरी है। इससे शिशु को जरूरी पोषक तत्व मिलते है जिससे बच्चे को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- बच्चे को बुखार का इलाज में सेब के सिरके (एप्पल साइडर विनेगर) का इस्तेमाल भी कर सकते है। एप्पल साइडर विनेगर गुनगुने पानी में मिला लें फिर इसमें एक कपड़ा भिगोकर निचोड़ ले और बच्चे के शरीर पर स्पंज करे। दिन में 2 से 3 बार इसे करने पर बुखार उतरने लगेगा।
- माँ अगर बच्चे को दूध पिलाती है तो उसे भी बात बात पर दर्द निवारक दवा खाने से बचना चाहिए।
- बच्चे को बार बार बुखार आता है या फिर दवा और इलाज करने के बाद भी तेज बुखार कम नहीं रहा है तो तुरंत डॉक्टर से मिले।
- ऊपर बताए गए नुस्खे और घरेलू उपाय आपकी जानकारी के लिए है बच्चे के बुखार का इलाज में कोई भी दवा और उपाय करने से पहले किसी डॉक्टर की सलाह अवश्य ले।
- बच्चे को ज्यादा कपड़े न पहनाएं और कंबल से न ढकें, क्योंकि ऐसा करने से बुखार कम भी हो सकता है और बढ़ भी सकता है। बच्चे को हल्के कपड़े पहनाएं और एक हल्की चादर से शरीर को ढकें।
- बच्चे को बुखार का इलाज में बीच-बीच में पानी पिलाते रहें, जिससे बच्चा हाइड्रेट रहे।
- बच्चे को ज्यादा से ज्यादा आराम कराएं। कुछ ऐसा न करें, जिससे बच्चा असहज महसूस करे।
- अदरक उन बैक्टीरिया को मारने में सक्षम है जो बच्चों में बुखार के लिए जिम्मेदार हैं। यह निकालने में मदद करता है, जो बदले में, शरीर की गर्मी और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। गर्म पानी से भरे एक स्नान–टब में लगभग 2 बड़े चम्मच अदरक का चूर्ण डालें। चूर्ण को अच्छी तरह से मिलाएं । अब आप अपने बच्चे को एक गर्म अदरक स्नान दे सकते हैं।
बच्चों को बुखार होने पर क्या करे – Baby Fever Treatment in Hindi
- बुखार की वजह से बच्चे के शरीर में पानी की कमी ना हो इसके लिए जरुरी है की बच्चे को दिन भर पानी और कुछ तरल पदार्थ पीने को दे।
- शिशु के पैरों के निचले भाग पर गुनगुने जैतून के तेल से हल्के से मालिश करें, इससे बच्चे को अच्छी नींद आएगी जो बुखार को जल्दी ठीक करने में जरूरी है।
- नवजात शिशु अगर रोता रहता है तो चिकित्सक से मिल कर बच्चे का चेकअप करवाएं।
- छोटे बच्चों में बुखार आने के साथ साथ कुछ दूसरे लक्षण भी दिखे तो इस बारे में भी डॉक्टर को बताएं जैसे दस्त लगना, सर्दी जुकाम और उल्टी आना।
- बच्चों को आरामदायक और नरम कपड़े पहनाए, साथ ही उसका कमरा भी आरामदायक हो वहां का तापमान ना कम हो ना अधिक हो।
दोस्तों बच्चे को बुखार का इलाज और उपचार, Bacho ke bukhar ka ilaj ke liye gharelu upchar in hindi का ये लेख कैसा लगा हमें बताये और अगर आपके पास बच्चों के तेज बुखार में उपाय घरेलू नुस्खे और दवा से जुड़े सुझाव है तो हमारे साथ साँझा करे।
मेरी बच्ची 3 महीने 10 दिन की है और उसे बुखार खांसी सांस का फूलना है मेडिसिन के लेते ही 5 सेकंड में उल्टी कर देती है जिससे उसका शरीर डाउन हो गया है कृपया उपाय बताइये.