भेंगेपन का इलाज : अगर आपके या आपके बच्चे की आँख में भेंगापन जैसे परेशानी हो जाती है तो आप काफी चिंतित हो जाते है| भेंगेपन से आप आसानी से निजात भी पा सकते है बस आपको शुरुआत में इसका पता चल जाए और आप तुरंत उसका इलाज कराए| लेकिन अगर आप इलाज करने में थोड़ी सी भी देरी करते है तो इसके काफी घातक परिणाम हो सकते है| आँखों का टेढ़ापन और भेंगापन आज के समय में आम समस्या बन गई है। इसके कारणों में एक डिजिटलाइजेशन और मोबाइल का इस्तेमाल भी है।कुछ डॉक्टर बताते है की भेंगापन दो तरह का होता है |
अगर आपके बच्चे को पड़ने में परेशानी हो रही हो,आँख में पानी आ रहा हो,टीवी और कंप्यूटर इत्यादि को देखने के लिए बहुत जोर देना पड़ रहा हो तो बिलकुल भी देरी न करे तुरंत डॉक्टर को दिखाए| आँखों में भेंगापन होने पर आपकी दोनों आँखे अलग अलग दिशाओ में देखती है,और उसे एक साथ दो छवि दिखाई देती है|कुछ बच्चो की आँखों में जन्म से ही भेंगापन होता है| ऐसे भेंगापन का ऑपरेशन करके उसे ठीक किया जा सकता है| उनकी आँखों की मांसपेशियों में शुरू से खराबी या परेशानी रहती है |
आज के दौर में मधुमेह की बीमारी आम है,लेकिन बहुत कम लोग जानते है की अगर शुगर को अगर सही ना रखे तो उसका असर आपके शरीर और दिमाग पर भी पड़ सकता है| कई बार आँखों का भेंगापन शुगर की वजह से भी हो सकता है,इसीलिए शुगर को हमेशा सही रखे|
पहले प्रकार के भेंगापन में आपको सामने से आँखों को देखकर पता लगाया जा सकता है, लेकिन दूसरे प्रकार के भेंगापन में आपको सामने से कुछ दिखाई नहीं देता है| भेंगापन का पता अगर शुरुआत में ही चल जाए तो उसका इलाज करना आसान हो जाता है, लेकिन अगर देर हो जाए तो इसका इलाज हो पाना बहुत मुश्किल हो जाता है|
भेंगापन के कारण
- एक नवजात बच्चे में जन्मजात और वंशानुगत स्क्वाइन जन्म के समय मौजूद हो सकते हैं और यह परिवार में समान समस्याओं के इतिहास से उपजा हो सकता है।
- आंख के तंत्रिका क्षति को कम करने के लिए कपाल तंत्रिका पर घाव या एक कठिन प्रसव के दौरान नसों में चोट लगने के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।
- लंबे समय तक दृष्टि कभी-कभी लंबे समय से दृष्टि के कारण एक स्क्विंट विकसित किया जा सकता है क्योंकि आंखों को स्पष्ट रूप से देखने के लिए ‘ओवर-फोकस’ करना पड़ता है और मस्तिष्क मांसपेशियों को कमजोर करने के परिणामस्वरूप छवियों को एक आंख से दूसरे पर स्विच करके प्रतिक्रिया कर सकता है।
- आँखों में बचपन की बीमारी स्क्विंट को बीमारियों और वायरल संक्रमणों जैसे खसरा, चिकनपॉक्स आदि या आनुवंशिक कारकों जैसे नूनन सिंड्रोम के लिए भी जिम्मेदार ठहराया जा सकता है|
भेंगापन के लक्षण
भेंगापन के सबसे आम लक्षण निम्नलिखित हैं।
- आंखों का एक समय में एक दिशा में न देख पाना
- दोनों आँखों का साथ न चलना
- उज्जवल सूरज की रोशनी में एक आँख बंद करना
- एक वस्तु को देखने के लिए सर को झुकाना
- बार बार टकराने की समस्या
भेंगेपन का इलाज और आसान घरेलु उपचार
भेंगेपन की परेशानी अक्सर बच्चों में ज्यादा देखी जाती है, कुछ बच्चों को जन्म से ही भेंगेपन की परेशानी होती है| अगर आप भेंगेपन का इलाज कम उम्र में कर लेते है तो आँखे बिलकुल ठीक हो जाती है| चलिए आज हम आपको कुछ ऐसी जानकारी देंगे जिससे आपको आसानी से भेंगापन को ठीक करने में मदद मिलेगी |
1 – भेंगेपन का इलाज आप योग के द्वारा भी कर सकते है| ऐसे बहुत से आसन है जिसके नियमित रूप से करने से आप भेंगेपन की समस्या से मुक्त हो जाएंगे| शवासन,अनुलोम विलोम प्राणायाम,त्राटक आसन इत्यादि को रोजाना करना चाहिए, इससे आपको काफी जल्दी आराम मिलेगा|
2 – पेंसिल पुश अप के दवारा भी आप अपनी आँखों का भेंगापन दूर कर सकते है| इस व्यायाम में आपको एक पेंसिल लेकर उसे अपनी आँखों से थोड़ी दूर पर रख कर उसे ध्यान से देखते हुए अपनी आँखों के पास लाना होता है| ऐसा आपको तब तक करना है जब तक आपको पेंसिल की नोक की 2 छवि न दिखाई दे | ऐसा करने से आपकी आँखों की रौशनी बढ़ती है और साथ ही साथ आँखों का भेंगापन भी दूर हो जाता है|
3 – आँखों का भेंगापन चश्मा लगाकर भी दूर किया जाता है| बस आपको चश्मे का उपयोग जरूर करना है और समय समय पर चेकअप करके चश्मे का नंबर भी चेंज करते रहना चाहिए|
4 – छोटे बच्चो की आँखों में पट्टी बांधकर भी भेंगेपन का इलाज किया जाता है| इसमें बच्चे की आँखों की जाँच करने के बाद जिस आँख में परेशानी होती है उस आँख में पट्टी बांध देते है, इससे बच्चा केवल एक आँख से देखता है और जिस आँख में परेशानी होती है वो बंद रहती है| ऐसे में दिमाग को केवल एक छवि प्राप्त होती है, दूसरी आँख बंद होने के कारण आराम करती है जिससे उसकी आँख की परेशानी कुछ समय बाद अपने आप दूर हो जाती है|
5 – उपरोक्त उपाय के अलावा सर्जरी से भी आँखों का भेंगापन दूर किया जा सकता है| आँखों की सर्जरी करने में लगभग 2 घंटे लगते है और इसमें ठीक होने में 2 महीने लग जाते है| वैसे तो सर्जरी करने के बाद दिक्कत कम ही आती है, लेकिन कभी कभी दो छवि दिखने की समस्या आ सकती है|