आंखों में भेंगापन किसी भी उम्र के आदमी और औरत को कभी भी हो सकता है| आँखों के भेंगेपन को हम आँखों का तिरछापन भी कहते है और इसे अंग्रेजी में सिक्विंट कहते हैं| अगर आपको आँख के भेंगेपन का शुरुआत में ही पता चल जाए और आप इसका इलाज करा ले तो ठीक है वरना थोड़ी सी भी लापरवाही करने पर इसका इलाज बहुत मुश्किल हो जाता है| छोटे बच्चो में इस बीमारी का पता आसानी से नहीं लगाया जा सकता है, ऐसे में माँ बाप को उनका ध्यान रखना जरुरी होता है| अगर आपके बच्चे को पड़ने में परेशानी हो रही हो,आँख में पानी आ रहा हो,टीवी और कंप्यूटर इत्यादि को देखने के लिए बहुत जोर देना पड़ रहा हो तो बिलकुल भी देरी न करे तुरंत डॉक्टर को दिखाए| आँखों में भेंगापन होने पर आपकी दोनों आँखे अलग अलग दिशाओ में देखती है,और उसे एक साथ दो छवि दिखाई देती है| आँखों में भेंगापन आँख या ब्रेन का ट्यूमर,आँख में चोट इत्यादि कारणों से भी हो सकता है| चलिए आज हम आपको कुछ ऐसी जानकारी देंगे जिनकी वजह से आप भेंगेपन से बच सकते है –
1 – अगर कभी आपकी आँख में चोट लगी हो और आपको कभी भी कोई परेशानी देखने में लगे तो तुरंत डॉक्टर से मिले| लापरवाही करने से आपकी आँखों में भेंगापन हो सकता है|
2 – छोटे बच्चो का खासतौर पर ध्यान रखना बहुत जरुरी है,क्योंकि उन्हें कुछ पता नहीं होता और न ही वो समझा पाते है| इसीलिए माँ बाप को देखना चाहिए की उनके बच्चे की आँखों में कोई परेशानी तो नहीं हो रही है|
3 – आज के दौर में मधुमेह की बीमारी आम है,लेकिन बहुत कम लोग जानते है की अगर शुगर को अगर सही ना रखे तो उसका असर आपके शरीर और दिमाग पर भी पड़ सकता है| कई बार आँखों का भेंगापन शुगर की वजह से भी हो सकता है,इसीलिए शुगर को हमेशा सही रखे|
4 – पेंसिल पुश अप से आपकी आँखों को बहुत फायदा मिलता है| इसमें आपको एक पेंसिल लेनी है और उसे सीधे हाथ में पकड़ कर आँखों से थोड़ी दूर पर रखे, उसके बाद पेंसिल की नोक को गौर से देखते रहे| फिर धीरे धीरे उस पेंसिल को अपनी आँखों के पास लाए, जब तक आपको पेंसिल की नोक की 2 छवि दिखाई नहीं देती है| ऐसा आपको रोज या एक दिन छोड़कर करना चाहिए| इससे आपके आँखों की रौशनी भी बढ़ती है और आँखों में भेंगापन भी नहीं हो पाएगा|