हार्ट अटैक का आयुर्वेदिक इलाज (heart attack ka upay) : जब दिल तक खून पहुँचाने में रुकावट आती है तब हार्ट अटैक (दिल का दौरा ) होने की सम्भावना होती है| अगर सही समय पर दिल की बीमारी का ट्रीटमेंट ना किया जाये तो ये जानलेवा भी हो सकती है| हार्ट अटैक की बीमारी का इलाज महंगा होने के कारण ये आम व्यक्ति की पहुँच से बाहर होता है और पैसो के अभाव में ये बीमारी जानलेवा हो जाती है| इससे पहले वाले लेख में हम जानेगे दिल का दौरा पड़ने से कैसे बचे और अगर दौरा पढ़ जाये तो घरेलू और आयुर्वेदिक तरीके से अपना उपचार कैसे करे|
दिल हमारे शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा है, और हमारी सेहत के लिए इसका सही रखरखाव करना अत्यंत आवश्यक है। हृदय अटैक या घातके एक गंभीर स्थिति होती है जब दिल की धमनियों में रक्त संचार बंद हो जाता है, जिससे दिल को पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचने में दिक्कत होती है। यदि इसे समय रहते पहचाना और उपचार किया न जाए, तो इसके कारण मृत्यु भी हो सकती है। इसलिए, हमें अपनी सेहत की देखभाल करने और हृदय संबंधी समस्याओं के बारे में जागरूक रहने की जरूरत है। इस लेख में, हम आपको हृदय अटैक या घातके के लक्षणों के बारे में विस्तार से बताएंगे और आयुर्वेदिक उपायों की सलाह देंगे जो आपकी सेहत को सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं।
हार्ट अटैक का आयुर्वेदिक इलाज से बिना एंजियोप्लास्टी के करीब 80 फीसदी हार्ट अटैक की संभावना को टाला जा सकता है| इससे दिल की दूसरी बीमारियां भी कम हो जाती है| दिल में खून सही मात्रा में नहीं पहुंचना हार्ट अटैक की संभावना को बढ़ा देता है ऐसे में हार्ट ब्लॉकेज को खोलने के लिए चिकनाई से पैदा होने वाले एसिड को खत्म किया जाता है| हार्ट अटैक का आयुर्वेदिक इलाज समय से कराना चाहिए नहीं तो यह जानलेवा साबित हो सकती है| दिल की बीमारियों का इलाज महंगा होता है इसलिए आम आदमी इसका खर्चा उठाने में सक्षम नहीं होता है| इलाज के लिए पैसे नहीं होने पर यह और भी जानलेवा होना लाजमी है| हार्ट अटैक के लिए आयुर्वेदिक उपाय मौजूद हैं जिससे इसका इलाज संभव है|
खासकर हार्ट अटैक की शिकायत बुजुर्गों को अधिक रहती हैं व अचानक किसी खुशी या किसी अधिक चिंता के कारण भी व्यक्ति को अचानक हार्ट अटैक आ जाता है| व्यक्ति को आमतौर पर 3 बार तक हार्ट अटैक आ सकता है जिसमे पहले व तीसरे अटैक में व्यक्ति की मृत्यु तक हो सकती हैं| Heart Attack se Bachne ke Upay in Hindi आपको आज हम कुछ आसान से तरीके बताने वाले हैं जिससे आप बहुत आसानी से Heart Attack की जानलेवा बीमारी से बच सकते हैं|
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हृदय अटैक/घातके के लक्षण
हृदय अटैक/घातके के लक्षण हमारे दिल की समस्या को दर्शाते हैं। इन लक्षणों को पहचानना और उन पर संज्ञान रखना महत्वपूर्ण है। निम्नलिखित हैडिंग्स में हम आपको विस्तार से हृदय अटैक/घातके के लक्षणों के बारे में बताएंगे:
- छाती में दर्द: जब हृदय अटैक होता है, तो व्यक्ति छाती में दर्द का अनुभव कर सकता है। यह दर्द आपके बाएं हाथ तक फैल सकता है और कुछ मिनटों तक बना रह सकता है। यह दर्द आमतौर पर तनाव, सांस लेने में दिक्कत, तेजी या कमी और जबरदस्त भारीपन के साथ होता है।
- तेजी या कमी: जब हृदय अटैक होता है, तो व्यक्ति को अनियमित हृदय धड़कन का अनुभव हो सकता है। यह धड़कन तेज या धीमी हो सकती है और अनियमितता के साथ बदल सकती है।
- थकान: हृदय अटैक के समय व्यक्ति को असामान्य थकान का अनुभव हो सकता है। व्यक्ति थकाने में जल्दी आ जाता है और सामान्य कार्यों को करने में असमर्थ हो जाता है।
- उल्टी या मतली: हृदय अटैक के समय व्यक्ति को उल्टी या मतली का अनुभव हो सकता है। यह तेजी से आने वाली या लंबे समय तक चलने वाली उल्टी हो सकती है।
- चक्कर आना: हृदय अटैक के समय व्यक्ति को चक्कर आने का अनुभव हो सकता है। व्यक्ति को एकाएक भूमि के चक्कर चल रहे होते हैं और वो हिलता रहता है।
- अचानक पसीना आना – किसी भी इंसान को शारीरिक काम करते समय या गर्मी के मौसम में पसीना आना आम बात है| लेकिन अगर किसी इंसान को बिना किसी वजह से अचानक से तेज पसीना आने लगे तो उस इंसान दिल के दौरे की परेशानी हो सकती है| अगर किसी भी इंसान के साथ ऐसा लक्षण दिखाई दे तो कभी भी लापरवाही ना करें तुरंत चिकित्सक के पास लेकर जाएं और सलाह लें| कई बार बहुत से लोग ऐसे पसीने आने को नार्मल मान लेते है जिस्सकी वजह से घातक परिणाम भुगतने पढ़ जाते है| हृदय अटैक के समय व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। इसका कारण यह हो सकता है कि दिल को पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचने में असमर्थता हो जाती है और श्वसन यंत्र को संचार करने में दिक्कत होती है।
- सांस लेने में परेशानी होना – दिल के दौरे के लक्षणों (heart attack symptoms in hindi) में से एक लक्षण सांस में तकलीफ होना भी है| कई बार कोई शारीरिक काम जैसे तेज भागना या सीधी चढ़ना इत्यादि करने पर सांस फूल जाती है या थोड़ी तकलीफ हो सकती है लेकिन अगर आप कोई ऐसा काम नहीं कर रहे है और फिर भी आपको सांस लेने में परेशानी हो रही है तो आपको चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लेना चाहिए|
- खांसी लगातार आना – किसी भी इंसान को अगर पिछले कुछ दिनों से खांसी की परेशानी हो और साथ ही उसे सांस लेने में भी दिक्कत का सामना करना पढ़ रहा है तो शायद आपका दिल कमजोर हो चूका है जिसकी वजह से आप ऐसा हो रहा है| इसीलिए ऐसे लक्षण (heart attack symptoms in hindi) दिखने पर भी लापरवाही ना करें तुरंत
- सांस लेने में दिक्कत: हृदय अटैक के समय व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। इसका कारण यह हो सकता है कि दिल को पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचने में असमर्थता हो जाती है और श्वसन यंत्र को संचार करने में दिक्कत होती है।
- तेजी या कमी: जब हृदय अटैक होता है, तो व्यक्ति को अनियमित हृदय धड़कन का अनुभव हो सकता है। यह धड़कन तेज या धीमी हो सकती है और अनियमितता के साथ बदल सकती है।
हार्ट अटैक के कारण ( Causes of Heart Attack )
- हाई कोलेस्ट्रॉल
- मोटापा
- एक्ससरसाइज़ की कमी
- शुगर
- जेनेटिक प्रॉब्लम
- हाई ब्लड प्रेशर
एलोपैथी में डॉक्टर एंजियोप्लास्टी ट्रीटमेंट से इस बीमारी का इलाज करते है | और हार्ट की प्रोब्लेम्स से बचाव के लिए डॉक्टर हार्ट की सर्जरी करवाने की सलाह देते है| जिससे हम हार्ट बाईपास ट्रीटमेंट भी कहते है जिसमे 5 लाख तक का खर्चा आ जाता है|हार्ट बाईपास सर्जरी में ब्लॉकेज वाली नली में स्प्रिंग डाल दिए जाते है जिसे स्टंट भी कहते है| पर एंजियोप्लास्टी के बाद भी रोगी को दोबारा हार्ट अटैक होने का खतरा बना रहता है |लेकिन हार्ट अटैक का आयुर्वेदिक इलाज से आप किसी भी बीमारी का पूरा इलाज कर सकते है|
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दिल के दौरे का उपचार
दिल के दौरे का उपचार : जब हमारे शरीर में दिल तक खून को पहुँचने में रुकावट आती है तब दिल का दौरा (हार्ट अटैक) पड़ने की संभावना बढ़ जाती है और अगर समय रहते इस रुकावट को दूर ना किया जाए तो ये एक गंभीर रोग बन सकता है जो जानलेवा हो सकता है। हॉस्पिटल्स में एलोपैथिक ट्रीटमेंट से हार्ट अटॅक का इलाज काफी महँगा होता है और पैसों की कमी के कारण आम व्यक्ति दिल की बीमारियों का उपचार नहीं करवा पाता।
कई बार लोग दिल की बीमारी के शुरुआती संकेतों को नजरअंदाज कर देते हैं और इस लापरवाही का नतीजा अक्सर जानलेवा होता है|दिल की बीमारी से होने वाली मौत के हर छह मामलों में से एक में लोग शुरुआती चेतावनी पर गौर करना भूल जाते हैं. ये बात ब्रिटेन में हुए एक सर्वे में सामने आई है|यदि आप भी हार्ट अटैक की पूर्ण जानकारी से अनजान हैं, तो आपको इस लेख को जरूर पढ़ना चाहिए क्योंकि इसमें हमने इस बीमारी की आवश्यक जानकारी देने की कोशिश की है।
आमतौर पर, ठोस पदार्थ टूट जाते हैं और क्लॉट का रूप ले लेते हैं। यह बाधित रक्त प्रवाह दिल की मांसपेशियों को नष्ट या खराब कर सकता है। इसी स्थिति का परिणाम दिल का दौरा या हार्ट अटैक होता है।इस लेख में हम पढ़ेंगे दिल की बीमारियों से कैसे बचे और दिल के दौरे का उपचार घरेलू उपाय और आयुर्वेदिक तरीके से कैसे करे। आइये जाने natural ayurveda home remedies tips for heart attack treatment in hindi.
हार्ट अटैक का आयुर्वेदिक इलाज : दिल का दौरा रोकने के उपाय
आयुर्वेद में कई प्राकृतिक उपाय हैं जो हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं। निम्नलिखित हैडिंग्स में हम आपको हृदय अटैक से बचने के लिए आयुर्वेदिक उपायों के बारे में बताएंगे:
- अर्जुन चूर्ण हृदय स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। यह हृदय को मजबूत और स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसे दूध के साथ लेने से ज्यादा लाभ होता है।
- योग, आयुर्वेद और कुछ घरेलु नुस्खे अपना कर आप बिना एंजियोप्लास्टी और ऑपरेशन के 80 से 90% तक की हार्ट ब्लॉकेज खोल सकते है और हार्ट की दूसरी बीमारियों का ट्रीटमेंट भी घर बैठे कर सकते है | दिल का दौरा रोकने के लिए आयुर्वेद में काफी आसान तरीके है जो काफी कारगर है|
- राजीव दीक्षित का बताया हुआ आयुर्वेदिक उपचार : हार्ट की ब्लॉकेज को खत्म करने के लिए आयुर्वेद चिकनाई से पैदा हुए अम्ल (एसिड ) को खत्म कर देता है जिससे हार्ट की बिमारी जड़ से खत्म हो जाती है| दिल की बीमारिया एसिडिटी (अमलता ) के कारण होती है|
- लहसुन में हृदय स्वास्थ्य को सुधारने के लिए औषधीय गुण होते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, रक्त प्रवाह को सुचारु रूप से बनाए रखता है, और हृदय की सुरक्षा में मदद करता है।
- त्रिफला हृदय के लिए एक प्राकृतिक औषधि है जो उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद करती है। इसे नियमित रूप से लेने से आपकी सेहत और हृदय दोनों को लाभ होगा।
- योगाभ्यास हृदय स्वास्थ्य को सुधारने का एक प्रमुख तरीका है। योगासन और प्राणायाम करने से आपके हृदय की सेहत बेहतर होगी और आपकी शारीरिक और मानसिक स्थिति पर भी अच्छा प्रभाव पड़ेगा।
अम्लता 2 प्रकार की हो सकती है पहली वो जो पेट से सम्बंधित होती है और दूसरी अम्लता खून यानी ब्लड की होती है| जब पेट की एसिडिटी बढ़ती है तब पेट में जलन महसूस होती है और ये एसिडिटी जब ज्यादा बढ़ती है तब ये हाइपरसिटी हो जाती है और पेट की एसिडिटी बढ़ते बढ़ते ब्लड एसिडिटी में बदल जाती है| अमला में प्राकृतिक औषधीय गुण पाए जाते हैं जो हृदय के लिए अत्यंत उपयोगी होते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट प्रभावी होता है और हृदय की सेहत को सुधारने में मदद करता है।
जब ये अम्लीय ब्लड खून की नालियों से नहीं निकल पता तब रक्त परवाह करने वाली नलियों में ब्लॉकेज हो जाती है जो हार्ट अटैक का कारण बनती है |
दिल की बीमारी से बचाने वाले आहार के साथ लाभदायक खाद्य सामग्री
आहार | लाभ |
---|---|
अंगूर | हृदय स्वास्थ्य में सुधार, रक्तचाप कम करना, धमनियों को स्वस्थ रखना |
सेब | रक्त चिकित्सा में सुधार, हृदय स्वास्थ्य को बढ़ाना, कोलेस्ट्रॉल कम करना |
नींबू | हार्ट अटैक की आशंका को कम करना, रक्तचाप कम करना, हृदय स्वास्थ्य को बढ़ाना |
सूखे बादाम | हृदय स्वास्थ्य में सुधार, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करना, स्वस्थ धमनियों की रखरखाव |
गाजर | हृदय को सुरक्षित रखना, लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एलडीएल) को बढ़ाना, रक्तचाप कम करना |
तिल | हृदय के रोगों का नियंत्रण करना, कोलेस्ट्रॉल को कम करना, रक्तचाप को संतुलित करना |
मखाने | हृदय स्वास्थ्य में सुधार, अंगीकार को बढ़ाना, रक्तचाप कम करना |
सोयाबीन बीन्स | हृदय को सुरक्षित रखना, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करना, रक्त विपथ को कम करना |
हरी पत्तेदार सब्जियाँ | हृदय स्वास्थ्य को बढ़ाना, रक्तचाप कम करना, धमनियों की सुरक्षा |
जौ | हृदय को सुरक्षित रखना, कोलेस्ट्रॉल को कम करना, रक्तचाप को संतुलित करना |
मटर | हृदय स्वास्थ्य में सुधार, कोलेस्ट्रॉल को कम करना, रक्तचाप को संतुलित करना |
ताजा अंगूरी सब्जियाँ | हार्ट अटैक की आशंका को कम करना, रक्तचाप को कम करना, हृदय स्वास्थ्य को बढ़ाना |
पोमेग्रेनेट | हृदय स्वास्थ्य में सुधार, रक्तचाप को संतुलित करना, धमनियों की सुरक्षा |
ओट्स | हृदय स्वास्थ्य में सुधार, कोलेस्ट्रॉल को कम करना, रक्तचाप को संतुलित करना |
ताजा सब्जियाँ | हृदय को सुरक्षित रखना, रक्तचाप को कम करना, हृदय स्वास्थ्य को बढ़ाना |
अदरक | हृदय स्वास्थ्य में सुधार, रक्त विपथ को कम करना, रक्तचाप को संतुलित करना |
मक्का | हृदय को सुरक्षित रखना, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करना, रक्तचाप को संतुलित करना |
मशरूम | हृदय को सुरक्षित रखना, रक्तचाप को कम करना, रक्त विपथ को कम करना |
सफेद सरसों | हृदय स्वास्थ्य में सुधार, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करना, रक्त विपथ को कम करना |
खजूर | हृदय को सुरक्षित रखना, रक्तचाप को कम करना, धमनियों की सुरक्षा |
सफेद मुसली | हृदय स्वास्थ्य में सुधार, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करना, रक्तचाप को संतुलित करना |
खाजू | हृदय स्वास्थ्य में सुधार, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करना, रक्तचाप को संतुलित करना |
हार्ट अटैक का आयुर्वेदिक इलाज में ब्लड की अमलता को खत्म करने के लिए शारिया (एल्कलाइन ) चीजे खाने की सलाह दी जाती है| शारिया चीजे खाने से रक्त में बढ़ी हुई अमलता न्यूट्रल हो जाती है और ब्लॉकेज खुल जाती है| आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट अपना कर हम दिल का दौरा पड़ने की सम्भावना खत्म कर सकते है|
- लौकी सबसे ज्यादा शायरियाँ होती है | लौकी की सब्जी, लौकी का जूस या फिर कच्ची लौकी खाने से भी फायदा मिलता है| (लौकी कड़वी नहीं होनी चाहिए)
- तुलसी भी बहुत शायरियाँ है और इसे हम लौकी के जूस में मिलाकर भी पी सकते है|
- पुदीना (मिंट ) में भी शायरियां गुण होते है| पुदीना और तुलसी को हम लौकी के साथ मिलाकर लौकी के जूस को ज्यादा शायरियाँ बना सकते है और इसमें हम सेंधा नमक भी मिला सकते है|
हार्ट प्रॉब्लम के इलाज के लिए योगा टिप्स
- हार्ट की किसी भी तरह की कोई बीमारी हो योग गुरु बाबा रामदेव के बताए हुए योग के प्राणायाम धीरे -धीरे करे | नीचे बताए हुए 5 तरीके के प्राणायाम करने से हार्ट परेशानी में बहुत लाभ मिलता है:
- भस्त्रिका प्राणायाम
- कपालभाति प्राणायाम
- अनुलोम-विलोम प्राणायाम
- भ्रामरी प्राणायाम
- उद्गीथ प्राणायाम
हार्ट अटैक के इलाज के लिए बाबा रामदेव मेडिसिन
- दिव्या अर्जुन क्वथ 4-4 चमच खाने के बाद पिए.
- दिव्या हृदयामृत 2-2 गोली सुबह शाम.
- हार्ट की प्रॉब्लम सीरियस हो गयी है तो 5-5 गरम दिव्या सांगेयासाव पिष्टी, दिव्या एकिक पिष्टी, 2 से 4 गरम दिव्या मोती (मुक्त ) पिष्टी और 1 से 2 ग्राम योगेंदर रस मिलाकर एक मिश्रण बना ले और बराबर मात्रा में 60 पुड़िया बना ले और सुबह शाम खाली पेट 1-1 पुड़िया शहद के साथ ले
एक्यूप्रेशर से हार्ट अटैक का इलाज :
- हाथ की सब से छोटी उंगली के नीचे गहरी रेखा के ऊपर दबाने से सभी प्रकार की हृदय के रोग (चेस्ट इन्फेक्शन, हार्ट पैन, हार्ट फेलियर, हार्ट बीट बढ़ जाना, हार्ट ब्लॉकेज, हार्ट एंलार्ज, कार्डियोवैस्कुलर डिसीसेस ) में फायदा मिलता है |
हार्ट अटैक (दिल का दौरा ) से बचने के घरेलू उपाय
हार्ट अटैक और दिल की बीमारियों से हर साल लाखों लोगों की मौत होती है | हमारे डेली रूटीन में कुछ उपाय और घरेलु नुस्खे अपनाकर हम हार्ट की बीमारियों से बचे रह सकते है और जरुरत पड़ने पर इनका इलाज भी कर सकते है|
- अर्जुन छाल हार्ट की सभी डिसीसेस के लिए उत्तम औषधि है| अर्जुन छाल की चाय बनाकर पीने से बहुत फायदा मिलता है|
- रोजाना दलिया (ओट्स ) खाने से हार्ट की प्रोब्लेम्स होने का खतरा काफी कम होता है, क्योंकि दलिये में साबुत अनाज होता है
- शहद दिल को ताकत देता है , इसलिए रोजाना 1 चम्मच शहद का सेवन जरूर करें|
- सूखा आवला और मिश्री को बराबर मात्रा में पीस कर हर रोज पानी के साथ 1 चमच्च लेने से दिल का दौरा पड़ने की सम्भावना कम होती है|
- खाने में अलसी के तेल का प्रयोग करें | अलसी में ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में होता है जिससे दिल मजबूत होता है|
- गुड़ को घी में मिला कर रोजाना खाने से दिल को ताकत मिलती है|
- अलसी के पत्ते और सूखे धनिया का काढ़ा बना कर पीने से भी दिल की कमजोरी दूर होती है|
- बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल दिल से जुड़ी बीमारियों का सबसे बड़ा कारण है | अपने खाने में लहसुन (garlic) को शामिल करके आप कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं| लहसुन में एलिसिन नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो न केवल कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने का काम करता है बल्कि ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है. ऐसे में लहसुन खाना दिल से जुड़ी बीमारियों से दूर रहने का कारगर उपाय है|
- मछली का सेवन स्वास्थ्य के लिए कई तरह से लाभदायक होता हैं व आखो की रोशनी के लिए भी मछली बहुत लाभदायक होती हैं आप मछली के सेवन से दिल से संबंधित कई तरह की बीमारियों से बचे रह सकते हैं दिल के रोगी को सप्ताह में एक बार मछली का सेवन जरूर करना चाहिए ये दिल के दौरे से बचने के लिए काफी लाभदायक होती हैं|
- धूम्रपान के नुकसान से तो लगभग सभी लोग परिचित होने पर फिर भी लोग इसकी जानलेवा बीमारियों को नजरअंदाज कर देते हैं पर अगर हम बात करे दिल के मरीज की तो धूम्रपान दिल के मरीज के लिए पूर्णतया जहर के समान ही हैं धूम्रपान से दिल व फेफड़ों पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता हैं जिससे दिल का दौरा पड़ने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती हैं इसलिए दिल के रोगी को जल्द ही सभी के धूम्रपान को छोड देना ही बेहतर है|
हृदय अटैक/घातके एक गंभीर स्थिति है जो जानलेवा हो सकती है, लेकिन सही जागरूकता, सावधानी, और उचित उपचार के साथ इससे बचा जा सकता है। आयुर्वेदिक उपायों और स्वस्थ जीवनशैली का पालन करके हम हृदय स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं और इससे बच सकते हैं। यह आर्टिकल आपको अपनी सेहत की देखभाल करने और हृदय संबंधी समस्याओं के बारे में जागरूक रहने के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करता है।
किसी भी बीमारी के इलाज से बेहतर है आप उससे बचे , इसलिए ऐसे खान पान से दूर रहे जो किसी बीमारी का कारण बनती है|
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हृदय अटैक/घातके के लक्षण क्या हैं?
जब हृदय अटैक होता है, तो व्यक्ति छाती में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, थकान, उल्टी या मतली, चक्कर आना, और अनियमित हृदय धड़कन का अनुभव कर सकता है।
हृदय अटैक से बचने के लिए कौन-कौन से आयुर्वेदिक उपाय हैं?
हृदय अटैक से बचने के लिए आप अर्जुन चूर्ण, अमला, लहसुन, त्रिफला, प्रायश्चित्ती आहार, और योगाभ्यास का सहारा ले सकते हैं।
क्या हृदय अटैक एक संकटमय स्थिति है?
हां, हृदय अटैक एक गंभीर स्थिति है जिसमें तत्परता और संवेदनशीलता की आवश्यकता होती है। इसे समय रहते पहचानकर उपचार करना बहुत महत्वपूर्ण है।
क्या योग और प्राणायाम हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं?
हां, योग और प्राणायाम हृदय स्वास्थ्य को सुधारने का एक प्रमुख तरीका है। योगासन और प्राणायाम करने से आपके हृदय की सेहत बेहतर होगी और आपकी शारीरिक और मानसिक स्थिति पर भी अच्छा प्रभाव पड़ेगा।
क्या प्रायश्चित्ती आहार हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है?
हां, प्रायश्चित्ती आहार हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है। यह आपके शरीर की भूमिका को बनाए रखता है और आपकी सेहत को अच्छा रखता है।
हृदय अटैक से बचने के लिए क्या सावधानियां होनी चाहिए?
हृदय अटैक से बचने के लिए आपको नियमित व्यायाम करना, स्वस्थ आहार खाना, धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन न करना, तनाव को कम करना, और नियमित चेकअप करवाना चाहिए।
Sir apne acchi jankari di hai is se hame pata jala hai ki kya Kya upya hai, sir ap bahut accha kar rahi hai allha, Bhagwaan ap ka bhala karega,Thank You very much……….
Sir mere husband ki umr 28 Saal h aur unhe attack aa gaya h.mujhe yaha s achhi jankari mili h. thank u Sir. kyunki mujhe apne husband ki bahut tention hoti h .
महाशय,
मेरा नाम बासुदेव महतो है| मै 16 वर्ष का हुँ| मुझे आपलोगो से दो प्रश्नो का उत्तर जानना है 1)मैं कभी-कभी जब लम्बी स्वास लेता हु तो मेरे सिने के बाई ओर दर्द करने लगता है,तो क्या ये दिल का दौरा है या कभी पड सकता है| 2)इसका ईलाज क्या है? यदी ईलाज हो या कोई आयुर्वेदिक सलाह हो तो हमे मेरे ईमेल पर मेल कर दे|
Vasudev ji kya ye dil ka daura ke lakshan hai ya kuch aur ye to doctor checkup kar ke bta sakenge, aap doctor se consult kare taki samasya ke karnao ka pta chal sake tabhi iska upchar sahi tarike se kar sakenge.
Mere papa ko heart blokage ki shikayat h or ab unhe kafi problem hoti h sans lene pls mujhe blokage km krne ya khatm krne k upay btaye.
Nupur aap upar likhe hue tips padhe aur ayurvedic vaid ki madad se jane kon sa upay aapke father ke liye behtar hoga.
Aaknho ka motiaya bind ka oppression karwane hai jab ki muje heart ka problem hai Kay opprestion ke bad heart ke dawa me name Marne parts hai
Parmod ji is bare mein aap doctor se salah le aur kisi bhi treatment se pahle dusri bimariyo ke bare mein btaye.
hlo bhai hamaare pass me ak uncle g h Jo ki unko heart attack ki bimari h to use thik karne ka koi ilaag h to bata do please
Dost heart attack ke ilaj ke gharelu aur ayurvedic nuskhe upar lekh mein btaye gaye hai aap unhe padhe.
Mujhe left ventricular hypertrophy means LVH h, mai kon si dawa khau ki heart ka size or mussels majbut h. Kaya thik hota h
Dibya ji aap is bare mein doctor ya avyurvedic vaid se milkar salah le.
Sir mere pet mai kide hai or gas bhut banti hai or pet saaf nahi rehta ab to mujhe lagta hai ki pet ki Saadi bimari mujhe hi hai bataye kya karu
पेट की बीमारियों का इलाज के घरेलू नुस्खे यहाँ पढ़े :: http://sehatdoctor.com/topics/pet/
Sir main 22yrs ki hi. And pIchhale 7 month se mild valve regurgitation prolapse so picky hi. So sir tell me any aurvedic complete treatment.
Sir mujhe chest me kabhi kabhi pakar jesa dard hota hai aur main parshan ho jata hu ye hoke phir khatam ho jata hai kya ye heart ka problem hai sir mujhe btaye ya medicine ho to main khau.