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    किशमिश के फायदे – खाने का सही तरीका और नुकसान

    Uncategorizedकिशमिश के फायदे - खाने का सही तरीका और नुकसान

    किशमिश के फायदे –  सूखे मेवों की दुनिया में केवल बादाम और काजू का ही राज नहीं है। एक और लोकप्रिय सदस्य किशमिश है जो न केवल उतना ही पौष्टिक है बल्कि बहुत स्वादिष्ट भी है।  इसके अलावा, भारत में किशमिश के रूप में जाना जाता है, वे धूप में सुखाए गए छोटे अंगूर होते हैं जिनका स्वाद उतना ही मीठा और ताज़ा होता है। अपने छोटे आकार के बावजूद, वे पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट से भरे होते हैं जो उन्हें एक सुपरफूड बनाते हैं।

    किशमिश के फायदे – खाने का सही तरीका और नुकसान

    Contents

    किशमिश शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है| किशमिश को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें. रोजाना किशमिश खाने से कई फायदे मिलते हैं | किशमिश काफी सस्ती, हेल्दी और टेस्टी होती हैं. ये सबसे सस्ते ड्राई फ्रूट्स में शामिल है| अंगूर और बैरीज को सुखाकर किशमिश तैयार की जाती हैं. किशमिश में काफी पोषक तत्व पाए जाते हैं| किशमिश में अच्छी मात्रा में प्रोटीन, आयरन और फाइबर पाया जाता है| रोजाना किशमिश खाने से शरीर में विटामिन बी6, कैल्शियम, पोटैशियम और कॉपर की कमी को पूरा किया जा सकता है| किशमिश खाने से शरीर को भरपूर एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण मिलते हैं| किशमिश में विटामिन ई और हेल्दी फैट भी पाया जाता है. आपको किशमिश जरूर खानी चाहिए|

    किशमिश घुलनशील फाइबर का एक अच्छा स्रोत है, जो हमारे पाचन में सहायता करता है और पेट की समस्याओं को कम करता है। किशमिश में टार्टरिक एसिड भी होता है। अनुसंधान से पता चलता है कि इस प्रोटीन में सूजन-रोधी गुण हो सकते हैं, आंतों के कार्य में सुधार कर सकते हैं और आपकी आंत में बैक्टीरिया के संतुलन को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।

    किशमिश में पोषक तत्व (raisins nutrition)

    किशमिश सूखे मेवों की श्रेणी में आती है। इसे अंगूरों को सूखाकर तैयार किया जाता है। इसे हिंदी में किशमिश (Kishmish) और (kishmish in english) अंग्रेजी में राइसिन (Raisin) कहा जाता है। किशमिश में प्रोटीन, आयरन और फाइबर भरपूर होता है। साथ ही किशमिश में पोटैशियम, कॉपर, विटामिन बी6, कैल्शियम भी पाया जाता है। किशमिश फाइटोकैमिकल्स का अच्छा सोर्स होता है। इतना ही नहीं इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, हेल्दी फैट और विटामिन ई भी होता है। इसलिए इन सभी पोषक तत्वों को पाने के लिए आपको इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।

    किशमिश के फायदे

    1. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है

    जब हम रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों की बात करते हैं तो किशमिश का नाम जरूर आता है। वे कई विटामिन और खनिजों का एक समृद्ध स्रोत हैं जो मानव शरीर के लिए आवश्यक हैं। किशमिश बेहद पौष्टिक होते हैं और हमारे शरीर को एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करते हैं जो रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ते हैं और हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं।  पानी में भिगोए हुए किशमिश खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता (Raisins boost Immunity) बढ़ती है। चूंकि, इसमें एंटीऑक्सिडेंट्स होता है, जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है। शरीर में बाहरी बैक्टीरिया और वायरस का हमला नहीं होता।

    1. आयरन का समृद्ध स्रोत

    किशमिश आयरन के दैनिक अनुशंसित सेवन का पर्याप्त प्रतिशत पूरा करती है। नियमित रूप से किशमिश खाने से आप आयरन की कमी से होने वाले कई विकारों से बच सकते हैं। वे रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या में कमी के कारण होने वाली एनीमिया जैसी बीमारियों के प्रबंधन और उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आयरन लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए आवश्यक एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है।

    1. हड्डियों को मजबूत बनाता है

    आयरन के साथ-साथ किशमिश भी कैल्शियम का एक बड़ा स्रोत है। अगर आप नियमित रूप से किशमिश का सेवन करते हैं तो आपके शरीर में कैल्शियम की भी अच्छी मात्रा होती है। कैल्शियम के इस सेवन से आपकी हड्डियां मजबूत होती हैं। कैल्शियम हड्डियों के घनत्व को भी बढ़ाता है और गठिया जैसी बीमारियों को रोकने में मदद करता है। किशमिश वास्तव में सबसे अधिक पौष्टिक सूखे मेवों में से एक है। किशमिश से कैल्शियम मिलता है जिससे हड्डियां और दांत तंदुरुस्त रहते हैं|

    1. इसमें भारी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं

    किशमिश एंटीऑक्सीडेंट का पावरहाउस है। ये एंटीऑक्सिडेंट आपके शरीर में मुक्त कणों से लड़ते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करते हैं। एंटीऑक्सिडेंट हमें बीमार पड़ने से बचाने के लिए कई रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया और वायरस से लड़ते हैं। साथ ही किशमिश में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण हमें अनचाही बीमारियों और इंफेक्शन से बचाते हैं.

    1. पाचन में सहायक

    किशमिश पाचन तंत्र को साफ करने और चयापचय को बढ़ावा देने में मदद करती है। वे पाचन की सुविधा प्रदान करते हैं और पाचन संबंधी कई विकारों को ठीक करने/रोकने में मदद करते हैं। किशमिश फाइबर से भरपूर होती है जो मल त्याग को बढ़ावा देती है और कब्ज जैसी बीमारियों में मदद करती है। किशमिश में डिटॉक्सिफाइंग गुण भी होते हैं जो शरीर से सभी विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करते हैं।

    1. रक्तचाप को नियंत्रित करता है

    रक्तचाप भारत में सबसे आम बीमारियों में से एक है। हालांकि आम है, यह एक पुरानी बीमारी है और इससे एक बड़ा स्वास्थ्य संकट हो सकता है। ब्लड प्रेशर को मैनेज करने के लिए डाइट भी अहम भूमिका निभाती है। किशमिश पोटेशियम और फाइबर से भरपूर होती है जो रक्त परिसंचरण में सुधार करने और उच्च रक्तचाप से राहत प्रदान करने में मदद करती है। नियमित रूप से किशमिश का सेवन करने से ब्लड प्रेशर को मैनेज करने में मदद मिल सकती है। ब्लड प्रेशर सामान्य रखने के लिए भी आप किशमिश का सेवन कर सकते हैं। हाई ब्लड प्रेशर जिन्हें है, उन्हें पानी में भिगोए हुए किशमिश खाने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित होती है। इसमें मौजूद पोटैशियम तत्व हाइपरटेंशन से बचाता है। ऐसे में आप हृदय रोगों से भी बचे रहते हैं।

    1. वजन घटाने में मदद मिलती है

    भीगी हुई किशमिश खाने से वजन घटाने में मदद मिलती है. इससे आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम और फाइबर जैसे पोषक तत्व मिलते हैं|

    1. पुरुषों के लिए फायदेमंद

    पुरुषों को किशमिश खानी चाहिए. शहद के साथ किशमिश खाने से स्पर्म काउंट बढ़ता है |

    9- दांतों और मसूड़ों की कैविटी को दूर करने के लिए

    दांतों और मसूड़ों की कैविटी को दूर करने के लिए भी किशमिश खाने की सलाह दी जाती है|

    10 –  किशमिश खाने से डायजेशन की समस्या दूर होती है

    पानी में भिगोए हुए किशमिश में कैलोरी अधिक होती है, तो इसका सेवन कम ही करें। किशमिश खाने से डायजेशन की समस्या दूर होती है। फाइबर होने के कारण यह पेट को साफ रखता है। कब्ज की समस्या दूर होती है।

    11-  शरीर की गंदगी बाहर निकालने में भी किशमिश मदद करती है

    शरीर की गंदगी बाहर निकालने मे शरीर की गंदगी बाहर निकालने में भी किशमिश मदद करती है। रात को पानी में कुछ किशमिश डालकर रख दें। इस पानी को पीने से शरीर में मौजूद टॉक्सिन पदार्थ बाहर निकलते हैं। इस तरह आप लिवर, किडनी, पथरी आदि रोगों से बचे रह सकते हैं।

    12 आँखों के लिए फायदेमंद

    दूध और किशमिश का सेवन एक साथ करना आंखों के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि इसमें पॉलीफेनोलिक और फाइटोन्यूट्रिएंट्स के गुण पाया जाता है, जो एंटी ऑक्सीडेंट को मजबूत बनाने में कार्य करता है। ये आंखों में होनी वाली समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।

    1. दिल को स्वस्थ बनाए रखने में फायदेमंद

    दूध और किशमिश का सेवन एक साथ करना दिल को स्वस्थ बनाए रखने में फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि इसमें फाइबर, पोटेशियम और अन्य बायोएक्टिव यौगिकों के गुण पाए जाते हैं, जो दिल को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। रोजाना दूध और किशमिश का सेवन करने से दिल स्वस्थ रहेगा।

    दूध के साथ किशमिश खाने के फायदे (Beefits of Milk with Resins)

    दूध में किशमिश मिलाकर खाने से सेहत को कई प्रकार के लाभ मिलते हैं। दूध में किशमिश मिलाकर खाने से शरीर को अलग ही एनर्जी मिलती है, जो कई बीमारियों से बचाने में मदद करता है। दूध में कैल्शियम होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है। किशमिश में आयरन की भरपूर मात्रा पाया जाता है, जो शरीर में होने वाली खून की कमी को पूरा करने में मदद करता है। इनके सेवन करने से पाचन तंत्र बेहतर होता हैं। आइए जानते हैं दूध में किशमिश मिलाकर खाने से होने वाले स्वास्थ्य लाभ के बारे में

    1. पाचन के लिए फायदेमंद:

    दूध और किशमिश का सेवन एक साथ करना पाचन के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि किशमिश में की भरपूर मात्रा पाया जाता है, जो पाचन को बेहतर बनाने में मदद करता है। इनके सेवन करने से पेट से जुड़ी समस्या दूर होती है।

    1. आंखों के लिए फायदेमंद:

    दूध और किशमिश का सेवन एक साथ करना आंखों के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि इसमें पॉलीफेनोलिक और फाइटोन्यूट्रिएंट्स के गुण पाया जाता है, जो एंटी ऑक्सीडेंट को मजबूत बनाने में कार्य करता है। ये आंखों में होनी वाली समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।

    1. दिल को स्वस्थ बनाए रखने में फायदेमंद:

    दूध और किशमिश का सेवन एक साथ करना दिल को स्वस्थ बनाए रखने में फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि इसमें फाइबर, पोटेशियम और अन्य बायोएक्टिव यौगिकों के गुण पाए जाते हैं, जो दिल को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। रोजाना दूध और किशमिश का सेवन करने से दिल स्वस्थ रहेगा।

    1. हड्डियों को मजबूत बनाने में फायदेमंद :

    दूध और किशमिश का सेवन एक साथ करना हड्डियों को मजबूत बनाने में फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि दूध और किशमिश दोनों कैल्शियम का अच्छा सोर्स होता हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। रोजाना दूध और किशमिश का सेवन करने से जोड़ों के दर्द, घुटनों के दर्द और हड्डियों से जुड़ी कई समस्याओं से राहत मिल सकता है।

    किशमिश खाने के नकुसान (Side effects of kishmish)

    किशमिश कई वेरायटी की होती है। काली, भूरी, नारंगी रंग में आपको किशमिश (kishmish in Hindi) दिख जाएगी और इन सभी किशमिश के फायदे (kishmish benefits in Hindi) कमाल के होते हैं। किशमिश में कई तरह के पौष्टिक तत्व होते हैं, जैसे आयरन, पोटैशियम, विटामिन बी, कैल्शियम, मैग्नीशियम, कार्बोहाइड्रेट्स, फाइबर आदि। किशमिश आप सर्दियों में भी खा (Raisins benefits) सकते हैं, क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है। किशमिश (Kishmish) खाने से शरीर में खून की कमी नहीं होती है, जिससे आप एनीमिया से बचे रहते हैं। इसमें विटामिन बी काम्प्लेक्स होता है, जो रक्त फार्मेशन में उपयोगी है। किशमिश में मौजूद कॉपर रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में मदद करता है। किशमिश खाने के फायदे हैं, तो अधिक सेवन के कुछ नकुसान (benefits and side effects of kishmish) भी होते हैं, जिसे आप जरूर जानें…

    1 किशमिश खाने से कुछ लोगों को एलर्जी की समस्या शुरू हो जाती है। यदि आप पहली बार किशमिश खाए हैं और उसे खाते ही किसी भी तरह की स्किन रैशेज, त्वचा में खुजली हो तो इसे दोबारा ना खाएं|

    2 सांस लेने में परेशानी भी हो सकता है किशमिश के अधिक सेवन (Kishmish khane ke nuksan in hindi) से। कई लोगों में किशमिश अधिक खाने से डायरिया, उल्टी, बुखार भी देखा जाता है।

    3 किशमिश में फ्रुक्टोज और ग्लूकोज की मात्रा अधिक होती है। ऐसे में जिनका वजन अधिक है और वजन घटाने की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं, वे किशमिश का सेवन ना करें। इसके सेवन से वजन बढ़ सकता है।

    4 अधिक किशमिश खाने से गैस की समस्या भी हो सकती है।

    5 डायबिटीज है, तो किशमिश कम ही खाएं। इससे टाइप-2 डायबिटीज के होने का रिस्क बढ़ जाता है।

    6 किशमिश अधिक खाने से शरीर में कैलोरी बढ़ सकती है और कैलोरी बढ़ने से वजन भी बढ़ सकता है। वजन बढ़ने से आप कई दूसरे रोगों के शिकार हो सकते हैं।

    7 किशमिश में ट्राइग्लिसराइड्स अधिक होता है, जो हार्ट डिजीज, फैटी लिवर, लिवर कैंसर, डायबिटीज होने की संभावनाओं को काफी हद तक बढ़ा देता है।

    किशमिश के प्रकार

    किशमिश कितने प्रकार की होती हैं |

    किशमिश हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होती है। इसमें ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे स्वस्थ शरीर के लिए जरूर होते हैं। इसलिए आपको अपनी डाइट में किशमिश जरूर शामिल करना चाहिए। किशमिश कई प्रकार की होती हैं, इसमें काली किशमिश, हरी किशमिश और भूरे रंग की किशमिश आदि शामिल हैं।

    किशमिश नरम और मीठे सूखे अंगूर हैं, जो आवश्यक पोषक तत्वों और स्वास्थ्य लाभों से भरे हुए हैं। किशमिश का सेवन नाश्ते में किया जाता है, साथ ही कई मीठे व्यंजनों में भी इसे डाला जाता है। क्या आप जानते हैं किशमिश कई तरह की होती हैं। इसमें काली किशमिश, भूरे रंग की किशमिश, हरी किशमिश और गोल्डन किशमिश शामिल हैं। ये सभी तरह के किशमिश पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। जानें किशमिश के प्रकार-

    1. काली किशमिश (black raisins benefits in hindi)

    काली किशमिश सबसे आम प्रकार की किशमिश है, जो आमतौर पर घरों में उपयोग की जाती है। इसे काले अंगूरों से तैयार किया जाता है। यह बालों को झड़ने से रोकता है, आंतों की सफाई करता है और त्वचा की समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। काली किशमिश खाने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं

    2. ज़ांटे करंट्स (zante currants health benefits)

    ज़ांटे करंट्स काले किशमिश के प्रकारों में से एक है, यह बहुत मीठा नहीं होता है। इनमें थोड़ा तीखापन होता है, साथ ही आकार में भी छोटे होते हैं। यह किशमिश गले की खराश कम करने, इम्यूनिटी बढ़ाने और रक्तचाप को कम करने में मदद करता है।

    3. सुनहरी किशमिश (golden raisins in hindi)

    सुल्तानास किशमिश का नाम तुर्की के हरे अंगूर के नाम पर रखा गया है, इसे थॉम्पसन बीज रहित अंगूर से तैयार किया गया है। यह आकार में दूसरे किशमिश की तुलना में छोटा होता है। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने, सूजन को कम करने और पाचन में सहायक होता है।

    4. लाल किशमिश (Red Raisins Benefits)

    लाल किशमिश सबसे स्वादिष्ट प्रकार की किशमिश होती है, जो लाल अंगूर से तैयार की जाती है। यह डायबिटीज के जोखिम को कम करती है, साथ ही दांतों को भी स्वस्थ रखती है। लाल किशमिश आंखों की रोशनी में भी सुधार करती है।

    5. हरी किशमिश (Green Raisins)

    हरी किशमिश पतली लेकिन आकार में लंबी होती है। यह किशमिश रसदार, कोमल और फाइबर से भरपूर होती है। हरी किशमिश खाने से हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है, एनीमिया की समस्या से बचाव होता है साथ ही पाचन क्रिया में भी सुधार होता है।

    6. मुनक्का (munakka benefits in hindi)

    मुनक्का में मूल रूप से सूखे अंगूर होते हैं, जो किशमिश की तुलना में आकार में बड़े होते हैं। इसके अंदर एक बीज होता है। मुनक्का महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए स्वाभाविक रूप से बहुत अच्छा है। मुनक्का कब्ज ठीक करता है, हड्डियों को मजबूत बनाता है और वजन बढ़ाने में कारगर होता है।

    एक दिन में कितनी किशमिश खानी चाहिए

    किशमिश खाने में बहुत स्वाद लगती हैं, लेकिन ज्यादा खाने से मोटापा बढ़ने और ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा रहता है. आपको रोजाना 5 से 10 किशमिश ही खानी चाहिए.

    अस्वीकरण  (Disclaimer)

    आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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