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    हर तरह के बुखार की दवा रामबाण इलाज और आसान घरेलू उपचार

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    बुखार की दवा (मेडिसिन) का नाम और रामबाण इलाज इन हिंदी: हमारे शरीर को होने वाले कई रोग और इन्फेक्शन के शुरुआती लक्षण में ठण्ड लगकर बुखार आना, सिर दर्द, सर्दी जुकाम, गले में दर्द और बॉडी पेन होना आम है। डेंगू, चिकनगुनिया, टाइफाइड और मलेरिया कुछ ऐसी बीमारी है जिनमें तेज बुखार होता है। फीवर ट्रीटमेंट के लिए कुछ लोग दुआ, टोटके और मंत्र का सहारा लेते है तो कुछ लोग जल्दी बुखार उतारने की गोली (टेबलेट) खाते है पर छोटे बच्चों को बुखार होने पर कोई भी अंग्रेजी दवा देने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। 

    वायरल फीवर मौसमी बुखार हो या किसी भी वजह से हुआ हो घरेलू नुस्खे और देसी आयुर्वेदिक उपचार से आसान तरीके से बुखार ठीक करने के उपाय किये जा सकते है। आइये जाने तेज बुखार में बुखार की दवा,बाबा रामदेव पतंजलि के बताये क्या उपाय करे, ayurvedic medicine name and natural home remedies, gharelu nuskhe for fever treatment in hindi.

    मौसम के बदलने और तापमान में आने वाले बदलाव के कारण शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे बुखार के बैक्टीरिया आसानी से शरीर में प्रवेश कर जाते हैं. वायरल का फीवर हमारे इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है, जिसकी वजह से शरीर में इंफेक्शन बहुत तेजी से बढ़ता है|

    बुखार के सामान्य लक्षणों में पसीना आना , सर दर्द ,मांसएशियों में दर्द कमज़ोरी ,कांपना और भूक की कमी आदि प्रमुख हैं। बुखार आना एक अच्छी बात है क्यूंकि इस दौरान आपके शरीर में अन्य बिमारियों के प्रति इम्युनिटी विकसित होती है। लेकिन अगर आप बुखार से परेशान हो रहे हैं तो शरीर ठंडा करने ,बेहतर महसूस करने के लिए कुछ सरल और आसान घरेलु उपाए अपना सकते हैं।  

    बुखार उतरने के बाद अक्सर कुछ लोग दवाई लेने और खाने पिने में लापरवाही करने लगते है जिस कारण उनका इलाज पूरा नहीं हो पाता और बुखार फिर से आने लगता है। इस समस्या से बचने के लिए जरुरी है की जब तक फीवर के वायरस पूरी तरह से ख़तम ना हो जाये तब तक सही तरीके से दवा लेते रहे और खाने पिने में भी परहेज करते रहे।

    तेज बुखार आने पर क्या करे

    • बुखार की दवा, लेने और घरेलू उपचार के बाद भी बुखार नहीं उतर रहा हो तो तुरंत चिकित्सक से मिले और जांच करवाएं क्योंकि आज कल कई नए रोगों के नाम सामने आ रहे है जिनके सिम्टम्स में बुखार आना भी है।
    • बुखार आने के साथ साथ अगर कुछ असाधारण लक्षण भी दिखे तो बिना किसी लापरवाही के डॉक्टर से मिले ताकि किसी भी तरह के गंभीर रोग से समय रहते ही बचा जा सके।

    बुखार की दवा रामबाण इलाज और घरेलू उपचार

    Bukhar Ki Dawa Aur Ramban ilaj in Hindi

    1. बुखार की अंग्रेजी दवा – Fever Allopathic Treatment
    • बुखार से छुटकारा पाने के लिए अंग्रेजी दवा में क्रोसिन, पेरासिटामोल और एस्पिरिन नाम की मेडिसिन ज्यादा प्रयोग की जाती है।
    • ये tablet बुखार भगाने के साथ साथ सिर दर्द कम करने में भी असरदार है पर इसके सेवन से बुखार आने के कारणों का इलाज नहीं होता।
    • कुछ लोग body pain होने या कोई भी परेशानी होने पर इन टेबलेट का सेवन करते है, पर बिना डॉक्टर की सलाह के बात बात पर कोई भी दवा लेना शरीर के लिए ठीक नहीं है।
    1. बुखार की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि – Fever Patanjali Medicine Name
    • ज्वर नाशक क्वाथ लेने में बहुत कड़वा होता है पर इसकी एक खुराक में ही बुखार उतरने लगता है।
    • छोटे बच्चे का बुखार के उपचार में भी ये दवा दे सकते है और इस को कितनी मात्रा में देना है इसकी जानकारी दवा के ऊपर लिखी होती है।
    1. बुखार का इलाज बाबा रामदेव – Bukhar Ka ilaj Baba Ramdev in Hindi
    • बाबा रामदेव के अनुसार किसी भी कारण बुखार हुआ हो गिलोय सबसे अच्छी आयुर्वेदिक medicine है। कैसा भी बुखार हो गिलोय का काढ़ा पिए कुछ ही समय में बुखार उतरने लगेगा।
    • पतंजलि के किसी स्टोर से आप गिलोय की टेबलेट भी ले सकते है। छोटे बच्चे का बुखार ठीक करने के लिए 1 गोली दे। इस मेडिसिन की ज्यादा जानकारी आपको baba ramdev patanjali स्टोर से मिल जाएगी।
    • डेंगू बुखार और चिकनगुनिया के इलाज में भी गिलोय अचूक दवा है।

    बुखार का रामबाण इलाज और आयुर्वेदिक उपचार

    1. बुखार उतारने की गोली के सेवन की बजाय आप कुछ अन्य घरेलू नुस्खे भी अपना सकते है। लहसुन fever treatment के लिए आयुर्वेदिक दवा के जैसे काम करता है। लहसुन की 4 से 5 कलियाँ घी में डाल कर उसे तवे पर सेक ले फिर ठंडे होने के बाद खाएं।
    2. सर्दी जुकाम के कारण अगर बुखार आया है तो शहद और अदरक के इस्तेमाल से आप घर पर दवाई बना सकते है।
    3. तुलसी के पत्ते बुखार उतारने का अचूक घरेलू इलाज है। इनमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीबायोटिक गुण होते है जो बुखार कम करने में मदद करते है। एक लीटर पानी में तुलसी के 15 से 20 पत्ते उबाल ले फिर इसमें थोड़ा सा लौंग पाउडर मिला कर तब तक उबाले जब तक ये पानी आधा ना रह जाए। बुखार ठीक करने में ये काढ़ा रामबाण दवा है, ध्यान रखे की इसके सेवन के बाद पानी नहीं पिए। ये उपाय गले में खांसी, सिर दर्द और सर्दी जुकाम के उपचार में भी फायदेमंद है।
    4. बुखार भगाने के उपाय में धनिया की चाय काफी असरदार है। इसमें एंटीबायोटिक गुण मौजूद होते है जो बुखार ठीक करने में उपयोगी है। इस देसी उपचार को करने के लिए धनिया के थोड़े दाने ले कर एक गिलास पानी में उबाल ले और इसमें दूध व शक्कर डाले। फीवर ट्रीटमेंट में इस चाय के सेवन से काफी आराम मिलता है।
    5. घरेलु नुस्खे फॉर फीवर इन हिंदी , थोड़ी सी अदरक पीस कर इसका रस निकल ले और इसमें थोड़ा शहद मिलाए। सर्दी लगने से हुए बुखार को ठीक करने के लिए इस देशी दवा को दिन में 2 बार खाएं और इसके बाद कुछ देर तक पानी ना पिए।
    6. तेज बुखार में क्या करना चाहिए, बुखार तेज आने पर शरीर का तापमान काफी बढ़ जाता है जिसे कम करने के लिए सिर पर पानी की पट्टी रखे। बुखार भगाने के लिए इस तरीके को लम्बे समय से इस्तेमाल किया जाता है।

    वायरल बुखार के घरेलू नुस्खे – Viral Fever Treatment in Hindi

    • फीवर होने पर हमारी बॉडी की इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है जिस कारण शरीर को कई तरह के इन्फेक्शन और वायरस होने का ख़तरा बढ़ जाता है। वायरल इन्फेक्शन तेज़ी से एक व्यक्ति से दूसरे में फैलता है। छोटे बच्चों में ये काफी तेज़ी से फैलता है।
    • वायरल फीवर सिम्पटम्स में गले में दर्द, खांसी, सिर दर्द, उल्टी आना, थकान, जोड़ों में दर्द, दस्त लगना, माथा गरम होना और आँखे लाल होना कुछ वायरल बुखार के लक्षण है।
    • हल्दी व सौंफ के पाउडर से वायरल बुखार की दवा घर पर ही बना सकते है। 1 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर, 1 चम्मच सौंफ, 1 चम्मच काली मिर्च चूर्ण और थोड़ी चीनी एक कप पानी में डाल कर उबाल ले। पानी जब आधा रह जाए तब छान कर ठंडा कर ले और पिए। Viral fever home remedies में इस नुस्खे से काफ़ी आराम मिलता है।
    • धनिया और तुलसी की चाय भी वायरल बुखार का उपचार करने में उपयोगी है।
    • वायरल फीवर ट्रीटमेंट में ये उपाय घरेलू मेडिसिन की तरह काम करता है। रात भर के लिए मेथी के दाने 1 कप पानी में भिगो कर रख दे और सुबह छान कर हर घंटे पिए।
    • शहद और नींबू का रस भी वायरल बुखार के असर को कम करता है।

    बुखार में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाएं

    • आहार में हल्का भोजन खाये जो की आसानी से पच सके।
    • किसी भी वजह से बुखार हुआ हो पानी ज्यादा पीना चाहिए।
    • फीवर में आम चाय की बजाय लौंग, तुलसी और अदरक की चाय पिए।
    • तेज मिर्च मसालेदार और फ़ास्ट फ़ूड से परहेज करे।
    • शराब और धूम्रपान से भी दूर रहे।
    • दादी माँ के घरेलु नुस्खे
    • बाबा रामदेव आयुर्वेदिक उपचार

    दोस्तों बुखार की दवा रामबाण इलाज और उपचार, gharelu nuskhe for fever treatment and medicine name in hindi का ये लेख कैसा लगा हमें बताये और अगर आपके पास वायरल फीवर ट्रीटमेंट मेडिसिन नाम, बुखार की देशी आयुर्वेदिक पतंजलि दवा, घरेलू नुस्खे और उपाय से जुड़े सुझाव है तो हमारे साथ साँझा करे।

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    10 COMMENTS

    1. अगर बुखार शुगर के मरीज को हुआ तो वह कौन सी दवाई का उपयोग करे.

    2. Mujhe har month typhoid bukhar ho jati hai meri hadiyo me bukhar hamesha bna rahta hai. Dawa se bhi koi effect nhi hota kya karu, meri abhi 1 saal hi shadi ko hue hai par mai kya karu apni tabiyat haddi ki bukhar se preshan ho gyi hu.

    3. Ek meri dost hai vo bhut bimar rahti hai isko hafte me ek do bar bukhar aa jata hai to kya kare jisse vo bilkul sahi ho jaye.

    4. Mujhe 5 month pahle piliya hua tha lekin piliya to thik ho gaya magar har mahine pet me dard aur bukhar aata hai aur jab tak main bahut kamjor mahsus na karne lagu tab tak nahi jata.

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