बच्चों का बिस्तर पर पेशाब करने का इलाज इन हिंदी: रात को सोते समय छोटे बच्चों का बिस्तर में पेशाब करना आम बात है पर 8 साल और 10 साल की उम्र के बच्चे के लिए नींद में बिस्तर गीला करना एक बीमारी भी हो सकती है। वयस्कों के मुकाबले बच्चों का ब्लैडर छोटा होता है जिस कारण वे ज्यादा देर पेशाब रोक नहीं पाते जिससे रात को बेडवेटिंग हो जाती है।
कई बच्चों को बिस्तर पर पेशाब करने की बुरी आदत होती है । बच्चा छोटा हो तो इसे हम अक्सर ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते हैं। लेकिन कई बार ये समस्या बढ़ती उम्र के बच्चों में भी देखी जाती हैं, जिसके कारण दूसरी जगह हमें शर्मिंदा होना पड़ता हैं । माता-पिता बच्चे को इसके लिए डांटते भी हैं, पर बच्चा चाहकर भी कुछ नहीं कर पाता हैं। पर इसके लिए न तो शर्मिंदा होने की जरूरत है न ही बच्चे को सजा देने की ,क्योंकि बच्चा ये सब जानकर नहीं करता हैं। आइये जाने कुछ घरेलू नुस्खे जिनके जरिये इस समस्या को रोका जा सकता है |
कुछ लोग बिस्तर गीला करने की समस्या के समाधान के लिए दवा का सहारा लेते है पर हम बिना मेडिसिन के देसी घरेलू उपचार और आयुर्वेदिक दवा से नींद में पेशाब न करने उपाय कर सकते है। आइये जाने बेड वेटिंग का इलाज कैसे करे, बिस्तर पर पेशाब करने का इलाज ,ayurvedic treatment and natural home remedies (desi gharelu nuskhe) to stop bed wetting in hindi.
बिस्तर गीला करने के कारण
- रात में पेशाब ज्यादा बनना।
- किडनी या ब्लैडर में इन्फेक्शन होना।
- ब्लैडर में पेशाब जमा करने की क्षमता कम होना।
- कुछ दवा ऐसी होती है जिसके सेवन से पेशाब ज्यादा बनता है।
- शराब या कैफीन के अधिक सेवन से भी वयस्कों को बार बार पेशाब आता है।
बच्चों का बिस्तर पर पेशाब करने का इलाज और उपाय
Bistar Gila Karne Ke Upay Desi Nuskhe in Hindi
- बिस्तर पर पेशाब करने का इलाज के लिए बच्चे को सोने से पहले 1 ग्राम अजवाइन चूर्ण खिलाए या फिर अजवाइन को पानी में मिलाकर इसका काढ़ा बना ले और बच्चे को पिलाएं। लगातार कुछ दिन इस घरेलू नुस्खे को करने से बेड वेटिंग की प्रॉब्लम दूर होने लगती है।
- ठंड लगने की वजह कई बार बच्चे रात को बिस्तर में पेशाब कर देते है। ऐसी स्थिति में जरुरी है की बच्चे के शरीर को अंदर से गर्मी मिले। गुड के सेवन से शरीर में गर्मी आती है जिससे बिस्तर पर पेशाब करने में कमी आने लगती है। इसके लिए प्रतिदिन सुबह गुनगुने दूध के साथ बच्चों को गुड खाने को दे।
- बिस्तर पर पेशाब करने का इलाज की आयुर्वेदिक दवा से उपचार के लिए नवजीवन रस की एक – एक गोली सुबह शाम दूध के साथ दे। कुछ दिन नियमित रूप से ये दवा लेने पर फर्क दिखने लगेगा।
- पानी में जायफल घिसकर इसका एक चौथाई चम्मच 1 कप गुनगुने दूध में मिला कर सुबह और शाम बच्चे को पिलाने से बिस्तर गीला करने की समस्या का समाधान करने में मदद मिलती है।
- गुर्दे और मूत्राशय में इन्फेक्शन के कारण भी बड़ो और बच्चों को रात में बार बार पेशाब करने या रुक रुक कर पेशाब आने की बीमारी होने लगती है। क्रैनबेरी जूस इसके लिए फायदेमंद है। रात को सोने से एक घंटे पहले बच्चे को क्रैनबेरी जूस पिलाए।
- रात में सोने से पहले थोड़ी किशमिश पानी में भिगो दे और सुबह सुबह खाली पेट खाए। इस देसी नुस्खे से भी बच्चों का बिस्तर गीला करने से रोकने में मदद मिलती है।
- नींद में पेशाब करने की समस्या दूर करने के लिए बच्चे को दिन में 2 से 3 केले खिलाएं। बेड वेटिंग ट्रीटमेंट करने में अखरोट खाने से भी फायदा मिलता है। अखरोट पेशाब आने की मात्रा को कम करता है।
- दालचीनी के प्रयोग से शरीर में गर्मी आती है जिससे बिस्तर पर पेशाब की समस्या से छुटकारा मिलने लगता है।
- बच्चों बिस्तर पर पेशाब करने का इलाज के लिए रोजाना सुबह 1 कप ठंडे दूध में 1 चम्मच शहद मिलाकर पिलाए और साथ ही गुड, तिल का 1 लड्डू खाने को दे। ध्यान रहे लड्डू खाने के बाद ही बच्चे को दूध पिलाए और दूध में चीनी ना मिलाएं।
- घरेलू उपाय करने के अलावा अगर आप इस समस्या के इलाज के लिए मेडिसिन लेना चाहते है तो डॉक्टर की सलाह से ही ट्रीटमेंट ले। अगर आयुर्वेदिक दवा से उपचार करना चाहते है तो बाबा रामदेव पतंजलि के स्टोर से भी दवा ले सकते है।
रात को बिस्तर गीला न करने के उपाय
- नींद में बिस्तर गीला करने की समस्या कई बार बड़े लोगों को भी होती है। बच्चे हो या व्यस्क बिस्तर पर पेशाब करने का इलाज के साथ कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी है।
- शाम को 8 बजे के बाद ज्यादा पानी ना पिए और रात को सोने से पहले एक बार पेशाब जरूर करना चाहिए।
- रात के 1 से 2 बजे के दौरान बच्चे को बाथरूम ले जाकर पेशाब करवाएं।
- बच्चों के सोने वाले कमरे में रात में हल्की रोशनी रखें ताकि रात को पेशाब आने पर बच्चा बाथरूम जाकर पेशाब कर सके।
- सुबह को बच्चे का बिस्तर गीला न दिखने पर बच्चे की तारीफ करें।
- कुछ बच्चे रात में पेशाब लगने पर डर के कारण बाथरूम नहीं जाते और बिस्तर पर ही पेशाब कर देते है, ऐसी स्थिति में बच्चे से बात कर के उसका डर दूर करे।
- नींद में बार बार बिस्तर में पेशाब करने पर बच्चे को डांटे नहीं और ना ही उसे शर्मिंदा महसूस होने दे बल्कि उसे प्यार से बात करें।
- अगर 8 से 10 साल की उम्र में भी बच्चा बिस्तर गीला करता है तो एक बार डॉक्टर से मिलकर भी सलाह लेनी चाहिए। सही समय पर और सही तरीके से ट्रीटमेंट लेने पर बेड पर पेशाब करने की समस्या को रोक सकते है।
- दादी माँ के घरेलु नुस्खे
- बाबा रामदेव पतंजलि आयुर्वेदिक दवा
दोस्तों बच्चों का बिस्तर पर पेशाब करने का इलाज, Bistar gila naa karne (bed wetting) ke upay in hindi का ये लेख कैसा लगा हमें बताये और अगर आपके पास रात को नींद में बिस्तर गीला ना करने के लिए उपचार और देसी घरेलू नुस्खे से जुड़े सुझाव है तो हमारे साथ साँझा करे|
Urine ko rokne ke liye koi medicine bataye.
सुबह पेट साफ नहीं होता है.
पेट साफ करने के उपाय घरेलू नुस्खे और आयुर्वेदिक दवा की जानकारी के लिए हमने कुछ लेख साँझा किये है आप उन्हें पढ़े.
Mera bhai 15 saal ka hai to bhi bed wetting karta hai kya kare isse rokne ke liye.