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    प्रेगनेंसी के शुरुआती 10 लक्षण जाने महिला प्रेग्नेंट है या नहीं

    Pregnancy - गर्भावस्थाप्रेगनेंसी के शुरुआती 10 लक्षण जाने महिला प्रेग्नेंट है या नहीं

    Pregnancy ke lakshan in hindi: महिला गर्भवती है या नहीं ये कैसे पता करते है अगर आपके मन में भी प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण से जुड़े हुए सवाल है तो इस लेख को अंत तक पढ़े। वैसे पीरियड मिस होने को प्रेग्नेंट होने की पहचान मानी जाती है पर कुछ और सिम्पटम्स भी है जिससे गर्भवस्था की पहचान की जा सकती है। शुरू के 2 हफ्ते तक प्रेगनेंसी सिम्पटम्स कम दिखाई देते है पर अगर पहले 2 हफ़्तों में ही प्रेगनेंसी की पहचान हो जाए तो समय रहते ही जरुरी उपाय हो सकते है, जैसे अगर महिला या लड़की प्रेग्नेंट नहीं होना चाहती वो प्रारंभिक लक्षण पहचान कर वे गर्भवती होने से बच सकते है। आइये जाने पहले हफ्ते से ले कर पहले महीने में प्रेगनेंसी के लक्षण क्या होते है, starting pregnancy symptoms in hindi.

    प्रेगनेंसी के लक्षण क्या है, Pregnancy symptoms in hindi

     

    प्रेगनेंसी का पहला हफ्ता

    1. प्रेगनेंसी के first month में लड़की के शरीर में कुछ बदलाव शुरू होते है पर ये बदलाव शरीर के बाहर नजर नहीं आते।
    2. पहले हफ्ते में गर्भ में भ्रूण की शुरुआत होने लगती है पर भ्रूण का विकास शुरू नहीं होता।
    3. सामान्य दिनों में पीरियड्स ये समय पर आते है या थोड़ा आगे पीछे हो जाते है पर गर्भवस्था में period miss होना पहला लक्षण है।

     

    प्रेगनेंसी के लक्षण क्या है

    Pregnancy Symptoms in Hindi

     

    1. पीरियड मिस होना

    1. लड़की प्रेग्नेंट है या नहीं इसकी शुरुआती पहचान पीरियड से हो सकती है, प्रेग्नेंट होने के बाद पीरियड्स आने रुक जाते है।
    2. आपको अगर गर्भवती होने की संभावना है और periods भी नहीं आ रहे तो ये प्रेग्नेंट होने के संकेत हो सकते है।
    3. शुरू के 2 हफ्ते में कुछ महिलाओं को थोड़ी ब्लीडिंग हो जाती है पर सिर्फ पीरियड नहीं आने के आधार पर प्रेगनेंसी पुष्टि नहीं की जा सकती क्यूंकि पीरियड नहीं आर के कई और कारण भी हो सकते है।

     

    2. उल्टी आना और जी मिचलाना

    • पीरियड मिस होने के बाद दो सप्ताह में जी मिचलाने और उल्टी आने की शिकायत होती है तो ये गर्भधारण के संकेत हो सकते है।

     

    3. सिने में जलन और पेट में गैस होना

    प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में कई बदलाव आते है जिसका असर पाचन पर भी होता है जिस वजह से पेट में गैस की समस्या होने लगती है। ये गैस 1 हफ्ते से लेकर 9 महीने तक रह सकती है। पाचन में बदलाव होने से छाती में जलन की शिकायत भी हो जाती है।

     

    4. मुंह का स्वाद बिगड़ना

    • गर्भावस्था के पहले महीने में मुंह का स्वाद बदलने लगता है। इस दौरान महिला जो कुछ भी खाती पीती है उसका स्वाद नहीं मिल पाता। ऐसे में खट्टी चीजें खाने पीने पर उनका स्वाद पहचान पाते है।

     

    5. कब्ज

    प्रेगनेंसी के समय पाचन में बदलाव आने के साथ साथ शरीर के हार्मोन में भी बदलाव आते है और ऐसे में पेट ठीक से साफ ना होना और कब्ज की समस्या होने लगती है।

     

    6. बार बार पेशाब आना

    1. प्रेगनेंसी के दौरान चल रहे हार्मोंस परिवर्तन के कारण किडनी में खून का संचार तेज हो जाता है और मूत्राशय जल्दी भर जाता है जिससे बार बार पेशाब जाना पड़ता है।
    2. पेशाब बार बार आना प्रेगनेंसी के लक्षण में एक है और जैसे जैसे गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास होता है ये परेशानी बढ़ने लगती है।

     

    7. स्तनों में बदलाव होना

    • ब्रैस्ट के आकार में बदलाव आना भी प्रेगनेंसी के लक्षण है। प्रेगनेंसी के पहले 2 हफ्ते में स्तनों में हल्की सूजन दिखने लगती है जिससे स्तनों के आकार में बदलाव नज़र आने लगता है।
    • ब्रैस्ट में सूजन दिखने और मुलायम होने पर प्रेगनेंसी का टेस्ट कर के इसकी पुष्टि की जा सकती है।

     

    8. सिर में दर्द रहना

    • शुरुआत के कुछ दिनों तक सिर में दर्द रहना गर्भावस्था की पहचान हो सकती है। सिर दर्द की शिकायत हार्मोन्स परिवर्तन के कारण हो सकती है।

     

    9. स्वभाव बदलना

    1. प्रेग्नेंट होने के शुरुआती संकेत मिलने के इलावा स्वभाव चिड़चिड़ा रहना, तनाव में रहना, जल्दी गुस्सा आना और जल्दी थकान होना भी आम है।

    2. ऊपर बताये गए लक्षणों में से अगर आप को कुछ लक्षण भी दिख रहे है तो आप घरेलू नुस्खे या फिर किट की मदद से शुरुआत में घर पर ही प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती है।

     

    प्रेगनेंसी में क्या करना चाहिए और क्या ना करे

    • प्रेगनेंसी की पुष्टि होते ही सबसे पहले खान पान पर ध्यान दे और शराब, धूम्रपान जैसी चीजों से दूर रहे।
    • ज्यादा देर तक फ्रीज़ में रखी हुई चीजें ना खाएं और जादा गर्म व ठंडा खाने से भी परहेज करे।
    • अपनी डाइट में सब्जियों और फलों का जूस भी शामिल करे।
    • प्रेगनेंसी के दौरान चिकित्सक की सलाह ले कर विटामिन बी का उपयोग करे, ये बच्चे को दिमाग और रीढ़ की हड्डी से जुडी समस्याओं से दूर रखता है।
    • भोजन में प्रोटीन, विटामिन और कैलोरी बढ़ाये पर विटामिन C और A कितना ले इस बारे में अपने चिकित्सक से राय ले।
    • प्रेगनेंसी के बारे में जैसे ही पता चले तुरंत डॉक्टर से मिलकर अपनी दिनचर्या बताए।

     

    दोस्तों प्रेगनेंसी के लक्षण क्या है, pregnancy symptoms in hindi का ये लेख कैसा लगा हमें बताये और अगर आपके पास महिला के प्रेग्नेंट होने के शुरुआती लक्षण से जुड़े सुझाव है तो हमारे साथ सांझा करे।

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