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    हाई और लो बीपी के लक्षण (high and low bipi ke lakshan)

    Home Remedies - घरेलू नुस्खेहाई और लो बीपी के लक्षण (high and low bipi ke lakshan)

    हाई और लो ब्लड प्रेशर के लक्षण कारण और उपाय ( high and low bipi ke lakshan ) : किसी बीमारी के लक्षण अगर शुरुआत में ही दिख जाये समय रहते ही उसे बढ़ने बढ़ने से रोका जा सकता है और रोग का इलाज किया जा एकता है। इसके अतिरिक्त रोग का उपचार सही तरीके से किया जा सके इसके लिए इसके कारणों का पता होना भी जरूरी है। 

    आज के दौर में गलत खान-पान और बढ़ते तनाव की वजह से अक्सर लोग कई सारी गंभीर बीमारियों का शिकार बन रहे हैं। जिनमें सबसे कॉमन है ब्लड प्रेशर की बीमारी। हाई ब्लड प्रेशर और लो ब्लड प्रेशर दोनों ही सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक हैं। जिसका असर हमारे मस्तिष्क, दिल, किडनी, नर्वस सिस्टम आदि पर साफ तौर पर देखा जा सकता है। इसलिए आज हम आपको हाई बीपी और लो बीपी के लक्षण और इसके उपचार के बारे में बता रहे हैं।

    कम ब्लड प्रेशर दिल की बीमारी की ओर भी इशारा करता है, क्योंकि ब्लड फ्लो सीधे तौर पर दिल की पंपिंग की क्रिया पर निर्भर करता है। ऐसे में आर्टरी में किसी प्रकार की दिक्कत ब्लड पंप करने में दिक्कत पैदा कर सकती है, जो शरीर के अंगों तक पर्याप्त खून नहीं पहुंचने देती।कई लोगों को लो ब्लड प्रेशर की समस्या का सामना करना पड़ता है। ये अक्सर शरीर में ऑक्सीजन की कमी से होने वाली बीमारी है। ऐसे में दिल को रक्त पंप करने में दिक्कत होती है। जिससे स्थिति कई बार जानलेवा भी साबित हो जाती है।

    हाई बी.पी को एक साइलेंट किलर कहना गलत नहीं होगा, क्योंकि इससे पीड़ित व्यक्ति का समय पर इलाज न होने की वजह से शरीर के सबसे जरूरी अंग धीरे-धीरे खराब होने लगते हैं। जिससे हार्ट अटैक, हार्ट स्ट्रोक, पैराडाइज, ब्लाइंडनेस, मेमोरी लॉस होना। आजकल हाई और लो ब्लड प्रेशर की समस्या अधिक उम्र के लोगों के साथ साथ छोटी उम्र के लोगों में भी देखने को मिल रही है। इस लेख में आज हम जानेंगे हाई और लो बीपी के लक्षण क्या होते है, high and low blood pressure symptoms in hindi.

    ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए

    • शरीर में खून की नसों पर पड़ने वाले रक्त के दबाव को ब्लड प्रेशर कहते हैं। डॉक्टर बीपी को नापने के लिए  जिस मशीन का इस्तेमाल करते है उसे स्फिग्नोमैनोमीटर कहा जाता है।
    • साधारण व्यक्ति का ब्लड प्रेशर 120/80 mm तक होता है और बड़ी उम्र के लोगों में 140/90 mm तक उनका बीपी हो सकता है।
    • जब बी पी 120/80 से अधिक हो तो ये हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण है और जब ये कम हो तो इसे लो बी पी कहते है।
    • हाई बी पी की स्थिति में हमारे हृदय को धमनियों में रक्त भेजने में ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है जिस कारण हार्ट कमजोर होने लगता है।
    • ब्लड प्रेशर जब 90/60 से भी कम हो तो शरीर में खून का प्रवाह धीमा हो जाता है।
    • जिन्हें शुगर और बीपी दोनों की समस्या है उनका ब्लड प्रेशर 30/80 या फिर उससे कम रहता है।

    ब्लड प्रेशर के लक्षण और कारण

    Blood Pressure Lakshan in Hindi

    देखने पर बी पी के कोई लक्षण और शरीर को ज्यादा परेशानी नहीं दिखती पर जब ये बीमारी बढ़ती है तो स्तिथि गंभीर हो जाती है जैसे लकवा और हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी होना। बीपी को घरेलू नुस्खे और उपाय से कण्ट्रोल में रखा जा सकता है और इसका उपचार भी कर सकते है।

    हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण ( high bp ke lakshan )

    • बीपी हाई हो जाये तो धमनियां सख्त होना, गुर्दे के रोग, आँखे खराब होना, दिल के रोग और मस्तिष्क खराब होने का खतरा होता है। हाई ब्लड प्रेशर एक धीमे जहर की तरह काम करता है जिससे धीरे धीरे शरीर के अंग खराब होने लगते है। अगर समय रहते इसकी पहचान करके देखभाल की जाए तो high bp के असर को कम किया जा सकता है। आइये हाई बीपी के लक्षण जानते है।
    1. सिर में तेज दर्द होना
    2. ज्यादा तनाव और थकावट होना
    3. सीने में भारीपन व दर्द महसूस होना
    4. कमजोरी महसूस करना
    5. सांस लेने में भी दिक्कत आना
    6. घबराहट महसूस होना
    7. बोलने और समझने में कठिनाई आना
    8. अचानक से हाथों और पैरों में सुन्नपन आना
    9. धुंधला दिखाई देना
    10. जाने हाई ब्लड प्रेशर का इलाज कैसे करे 

    लो बीपी के लक्षण (and low bp ke lakshan )

    एक दम चक्कर आना और कमजोरी महसूस होना लो ब्लड प्रेशर के लक्षण है। इसके अतिरिक्त कुछ अन्य ब्लड प्रेशर के लक्षण नीचे भी है।

    • भूख नहीं लगना
    • डिप्रेशन, थकान और निराशा
    • आँखे लाल होना
    • त्वचा पीली पड़ना
    • धुंधला दिखना
    • सांस तेज आना
    • जी मचलना व ज्यादा प्यास लगना
    • दिल जोर से धड़कना

    ब्लड प्रेशर के कारण

    ब्लड प्रेशर बढ़ने और कम होने की एक वजह अनुवांशिक भी है। मतलब परिवार में अगर किसी को हाई बीपी की समस्या है तो उनके बच्चों में भी बीपी की समस्या होने की संभावना होती है ।

    हाई बीपी के कारण

    1. बीपी बढ़ाने का एक बड़ा कारण मोटापा होता है। जो लोग मोटे होते है उन्हें हाई बीपी का खतरा दूसरे लोगों से ज्यादा होता है।
    2. बिल्कुल भी शारीरिक मेहनत ना करना। जो व्यक्ति खेल कूद, व्यायाम या किसी भी प्रकार का शारीरिक श्रम नहीं करता उसे high blood pressure की समस्या हो सकती है।
    3. रक्त धमनियां कमजोर होना, शुगर, किडनी के रोग, दिल के रोग जैसी बीमारियों के कारण भी बीपी हाई हो जाता है।
    4. धूम्रपान, ज्यादा जंक फूड खाना, नमक ज्यादा खाना और शराब का सेवन अधिक करना।
    5. गर्भावस्था के दौरान प्रेग्नेंट महिला को भी बीपी की समस्या होती है।

    लो ब्लड प्रेशर के कारण

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