कपालभाति करने का तरीका, सही समय और फायदे इन हिंदी: योग सिर्फ रोगों के इलाज में फायदेमंद होने के साथ अच्छी सेहत और स्वस्थ रहने में भी मददगार होते है, जानिए कपालभाति करने का सही तरीका, समय, फायदे और नुक्सान| अक्सर कुछ लोगों का कहना होता है की काफी समय तक कपालभाति करने के बाद भी उन्हें कोई लाभ नहीं मिला। दोस्तों अगर प्राणायाम करने का सही तरीका ना पता हो तो इस से लाभ की जगह नुकसान भी हो सकता है।यह एक बहुत ही शक्तिशाली साँस लेने का व्यायाम है जो न केवल आपका वजन कम करने में मदद करता है बल्कि आपके पूरे सिस्टम को एक सही संतुलन में लाता है।
कपालभाति का शाब्दिक अर्थ है head चमकता हुआ माथा, और इस प्राणायाम के नियमित अभ्यास के साथ ठीक यही होता है – एक ऐसा माथा, जो न केवल बाहर से चमकता है, बल्कि एक ऐसी बुद्धि भी है जो तेज और परिष्कृत हो जाती है।
जब आप प्राणायाम करते हैं, तो हमारे शरीर के 80% विषाक्त पदार्थ बाहर जाने वाली सांस के माध्यम से निकलते हैं। कपालभाति प्राणायाम के नियमित अभ्यास से हमारे शरीर के सभी सिस्टम डिटॉक्स होते हैं। और एक स्वस्थ शरीर का स्पष्ट संकेत एक चमकता हुआ माथा है |
यह रक्त परिसंचरण और पाचन में सुधार करता है। कपालभाति प्राणायाम वजन घटाने के लाभ भी करता है। यह संभव है क्योंकि यह आपकी चयापचय दर में तेजी से वृद्धि करता है। क्रिया आंतरिक अंगों को उत्तेजित करती है, विशेष रूप से पेट वाले, और इसलिए, मधुमेह वाले लोगों की मदद करती है |योग केवल कुछ आसनों की पुनरावृत्ति नहीं है – यह जीवन की सूक्ष्म ऊर्जाओं की खोज और खोज के बारे में अधिक है |
कपालभाति कब नहीं करना चाहिए और कब कितने मिनट करना चाहिए उसकी विधि, नियम और सावधानी के बारे में जानकारी हो तो कुछ ही दिनों में बेनिफिट्स दिखने लगते है। आज इस लेख में हम जानेंगे कपालभाति प्राणायाम कैसे करे, baba ramdev kapalbhati pranayam karne ka tarika aur fayde in hindi.
कपालभाति करने का नियम – Kapalbhati in Hindi
- इसे करते वक़्त मन शांत रखे और किसी भी प्रकार का तनाव ना ले।
- कपालभाति करने का सबसे अच्छा समय सुबह का होता है।
- सुबह शौच करने के बाद इस क्रिया को करना चाहिए।
- योग और प्राणायाम करने से पहले और कुछ देर बाद तक कुछ ना खाएं।
- 20 से 30 मिनट पहले और बाद पानी पी सकते है।
- शाम को करना है तो खाना खाने के कम से कम 4 घंटे बाद ही करें।
कपालभाति करने का तरीका और सही समय
Kapalbhati Pranayam Karne Ka Tarika in Hindi
- कपालभाति प्राणायाम करने की विधि जानने से पहले एक बार फिर इसके नियम पढ़े क्यूंकि योगासन और प्राणायाम करने का पूरा फायदा तभी मिलता है जब हम उसके नियमों का पालन करते है।
- सबसे पहले किसी खुली जगह पर आरामदायक आसन बिछा कर बैठे और अगर कमरे में बैठे है तो ध्यान रखें कमरा हवादार हो और AC ना चल रहा हो।
- अब अपना सिर और कमर सीधे करे, चेहरा सामने करे और दोनों हाथ घुटनों पर ध्यान की मुद्रा में रखे। शरीर ढ़ीला छोड़ कर अपनी आँखे बंद करे और मन शांत रखते हुए अपना ध्यान अपनी सांसों पर लगाए।
- कपालभाति कैसे करे, इसे करने के लिए अब अपने नाक के दोनों छिद्रों से सांस बाहर की तरफ छोड़े और पेट को अंदर की ओर सिकोड़े। सांस छोड़ते समय ज्यादा जोर ना लगाए।
- अब बिना प्रयास किये आराम से सांस ले और फिर से नाक से सांस बाहर छोड़े। इस क्रिया को ज्यादा तेज ना करे 1 सेकंड में 1 ही बार सांस ले और छोड़े।
- ध्यान रहे सांस लेते और छोड़ते समय सिर्फ पेट की मांसपेशियां ही हरकत करे कंधे और छाती स्थिर रहे।
- कपालभाति प्राणायाम कितनी देर करना चाहिए, शुरुआत में आप एक बार में कम से कम 10 से 15 बार जरूर करे और धीरे धीरे इसे बढ़ाये। नियमित प्रयास के बाद आप 1 मिनट में 40 से 60 बार कर सकते है।
- एक बार में 5 मिनट और कुल 15 मिनट तक कपालभाति करना चाहिए और 10 मिनट अनुलोम विलोम भी करे। उसे ज्यादा देर करने की बजाय सही तरीके से करने का प्रयास करें।
- बहुत से लोगों का सवाल होता है की क्या प्राणायाम व योग से पहले और बाद कुछ खा सकते है। जवाब है योग प्राणायाम करने से पहले और करते समय कुछ ना खाये, 20 से 30 मिनट पहले थोड़ा पानी पी सकते है पर करने के 30 मिनट बाद आप खा पी सकते है।
- अगर आप ने इसे अभी शुरू करना है तो किसी योग गुरु की देखरेख में करे और अगर घर पर ही सीखना चाहते है तो कपालभाति प्राणायाम बाबा रामदेव की विडियो देख कर भी सिख सकते है।
कपालभाति के फायदे और नुकसान – Kapalbhati Ke Fayde Aur Nuksan in Hindi
- कपालभाति का पहला फायदा तो ये है की इससे आपका मन और दिमाग शांत रहता है, मानसिक तनाव कम होता है और आत्मविश्वास बढ़ता है।
- मोटापा कम करने और वजन घटाने (weight loss) में ये रामबाण काम करता है। मोटापे के लिए कोई भी उपाय कर रहे है तो साथ में कपालभाति जरूर करें।
- पेट और आंतों से जुड़ी समस्याएं दूर होती है और पाचन शक्ति मजबूत होती है पर कब्ज होने पर इसे ना करे।
- हर रोज इसे करने से रक्त का प्रवाह सही तरीके से होते है जिससे शरीर के सभी अंग अच्छे से अपना कार्य करते है।
- चेहरे पर निखार आना kapalbhati pranayam benefits में से एक है, आँखों के नीचे के काले घेरे दूर होते है और त्वचा पर चमक आती है।
- मधुमेह (शुगर) में कपालभाति से लाभ मिलता है। इससे मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
- कुछ रोग ऐसे भी है जिसमें कपालभाति से नुकसान (side effects) भी हो सकता है, जैसे बुखार, हाई ब्लड प्रेशर, हर्निया, अल्सर, पीलिया, लिवर और हृदय के रोग।
कपालभाति में सावधानी
- गर्भावस्था में कपालभाति नहीं करना चाहिए। Pregnancy में कुछ योगासन है जो महिला कर सकती है।
- पीरियड के दिनों में भी में कपालभाति ना करे। Periods में इसके फायदे की जगह हानि हो सकती है।
- अगर इसे करते समय चक्कर आये या कहीं दर्द होने लगे तो इसे करना बंद कर दे।
- इस प्राणायाम को कभी जोर लगा कर और तेज गति से ना करे।
- इस क्रिया को करने के तुरंत बाद स्नान ना करे।
दोस्तों कपालभाति करने का तरीका समय फायदे और नुकसान, Baba ramdev kapalbhati pranayam in hindi का ये लेख कैसा लगा हमें बताये और अगर आपके पास प्राणायाम कपालभाति कैसे करे व कब नहीं करना चाहिए से जुड़े सुझाव है तो हमारे साथ साँझा करे|
Very good yoga.
Nashta karne ke 1 hour bad kapalbhati kar sakte hai.
खाना खाने के बाद कपालभाति प्राणायाम करना है तो 3 से 4 घंटे बाद ही करे.
nashta karne ke ek ghanta pehle karo baad me nahi morning me jaldi nhi uth sakti kya.
मुझे थोड़ा कब्ज रहता है, क्या मैं कपालभाति प्राणायाम कर सकता हूँ।
Ji mera man shant nhi rehta hai idhar udhar bhut bhatakta hai ise rokne ka koi marg btaye.
Kya raat 8:30 baje kapalbhati kar sakte hai.
1 baje es exercise ko kiya ja sakta hai aur kabhi kabhi pet me gas banaye hua rahta hai us condition me kiya ja sakta hai.