पेट में तेजाब का इलाज और सीने में जलन के उपाय इन हिंदी: आज के समय में पेट में तेजाब बनना और सीने में जलन होना आम बात है, तो हमारे द्वारा बताए जा रहे घरेलू उपाय को अपनाकर आसानी से इस परेशानी से निजात पा सकते है| पेट मे तेजाब बनना, पेट फूलना, गैस होना, जी घबराना, गले और सीने मे जलन या दर्द होना एसिडिटी के कुछ प्रमुख लक्षण है। पेट में एसिड ज्यादा बनने से छाती (कलेजे) में जलन बढ़ने लगती है जो बाद में एसिडिटी बन जाती है।
सीने में जलन एक आम समस्या है और ये किसी भी उम्र में किसी भी व्यक्ति को हो सकती है। सीने में जलन के लिए किसी दवा के इस्तेमाल से पहले घरेलू नुस्खों की मदद लेनी चाहिए |ज्यादा तला हुआ खाने से एसिडिटी होती है। ऐसा खाना देर से पचता है और इसकी वजह से पेट में एसिड बनने लगता है।
जो लोग अधिक चाय, कॉफी, सिगरेट या शराब पीते हैं उन्हें इस समस्या का खतरा अधिक होता है।सीने में जलन का दर्द गर्दन या गले के अंदर तक भी महसूस होने लग सकता है। कई बार पेट का अम्लीय द्रव गाके तक भी वापस आ जाता है ,जिससे जला के साथ साथ मुँह और गले का स्वाद भी बिगड़ जाता है।
सीने में जलन की समस्या हृदय से जुड़ी हुई नहीं होती है बल्कि पेट से संबंधित होती है। असंतुलित खान-पान या किसी बीमारी के साइड इफेक्ट के कारण पेट में गैस या एसिडिटी होने लगती है, जिसके कारण सीने में जलन की परेशानी होती है। आमतौर पर इसके लिए ओमेप्राजोल जैसी दवा ली जाती है। हालांकि, जीवनशैली और खानपान में कुछ बदलाव करके भी सीने में जलन की दिक्कत को कंट्रोल किया जा सकता है।
कुछ लोग पेट में तेजाब का इलाज और सीने में दर्द व जलन का इलाज के लिए दवा लेते है पर बिना मेडिसिन के घरेलू उपाय और देसी आयुर्वेदिक नुस्खे से इस समस्या को आसानी से दूर किया जा सकता है। आज इस लेख में हम जानेंगे natural home remedies (gharelu nuskhe) and ayurvedic treatment for acidity in hindi.
पेट में एसिड बनने के कारण – Causes
- सीने में जलन क्यों होती है, हमारे पेट में एसिड बनता है जो खाने को पचाने में मदद करता है पर जब ये एसिड ज्यादा बनने लगे तो ये एसिडिटी का रूप ले लेता है जिस कारण पेट और छाती में जलन की समस्या होने लगती है।
- एसिड अधिक बनने का सबसे पहला कारण है घर का खाना छोड़ कर बाहर का फास्ट फूड खाना। ज्यादा तला हुआ, खट्टा और मिर्च मसालेदार खाना पेट में तेजाब अधिक बनाता है।
- चाय, कॉफ़ी, धूम्रपान, कोल्ड ड्रिंक और शराब के अधिक सेवन से भी एसिडिटी की समस्या होने लगती है।
- प्रेगनेंसी में सीने में दर्द और जलन की शिकायत अक्सर बहुत सी गर्भवती महिलाओं को होती है।
- बात बात पर दर्द निवारक दवाओं का सेवन करने से भी ये रोग होता है। इसके अलावा लम्बे समय तक खाली पेट रहने और भूख से अधिक खाना खाने से भी ये समस्या आने लगती है।
पेट में तेजाब बनने के लक्षण – Symptoms
- जी घबराना, बेचैनी महसूस होना और उल्टी आने का मन करना
- पेट गले और छाती में जलन महसूस करना
- कब्ज, गैस और पाचन से जुड़ी कोई समस्या होना
- खाना खाने के बाद खट्टी डकार आना
पेट में तेजाब का इलाज के घरेलू उपाय
Pet Me Tejab Ka ilaj in Hindi
- सीने की जलन, पेट में गैस और तेजाब बनने की समस्या से बचने के लिए भोजन करने के बाद थोड़ा सौंफ खाना चाहिए। सौंफ वाली चाय के सेवन से भी राहत मिलती है।
- पेट में तेजाब बनना कम करने के लिए जीरा रामबाण देसी इलाज है। आधे से एक चम्मच जीरा कच्चा चबा कर खाएं और 10 मिनट बाद गुनगुना पानी पिए। इस घरेलू नुस्खे को करने से कितनी भी भयंकर एसिडिटी हो तुरंत आराम मिलने लगता है।
- इलायची पाचन ठीक रखने में मदद करती है। जब भी सीने मे जलन या दर्द और एसिड बनने के लक्षण दिखे 2 इलायची खा ले। इलायची पानी मे उबाल कर पीने से भी आराम मिलता है।
- एसिडिटी दूर करने के उपाय में ठंडा दूध बहुत फायदेमंद है। ठंडा दूध पीने से तुरंत आराम मिलने लगता है। दूध पेट में एसिड नहीं बनने देता।
- तेजाब ज्यादा बनने पर तुलसी के पत्तों को चबा कर खाए या फिर इन्हें पानी में उबालकर पानी पिए। पेट मे तेजाब की समस्या से छुटकारा पाने में ये उपाय भी अचूक है।
- खाने के बाद गुड़ खाना चाहिए इससे पाचन क्रिया में सुधार होता है।
- सीने में जलन और पेट में तेजाब का इलाज करने के लिए भोजन करने से पहले एलोवेरा जूस पिए और अगर acidity जादा है तो खाना खाने के आधे घंटे के बाद एलोवेरा जूस पिए। इस उपचार से एसिडिटी का स्थाई इलाज किया जा सकता है। एलोवेरा जूस पंसारी या पतंजलि स्टोर से ले सकते है।
- पेट में एसिड बनने से होने वाली परेशानियां दूर करने के लिए लहसुन का सेवन करें।
- पेट में तेजाब का इलाज में बाबा रामदेव के योग भी फायदेमंद है। कपालभाति प्राणायाम व भस्त्रिका प्राणायाम प्रतिदिन करने से तेजाब से बचाव होता है।
- ज्यादा खाना खा लिया है तो भुना हुआ जीरा और काली मिर्च पाउडर छाछ में डाल कर पिए। इससे पेट में ज्यादा तेजाब नहीं बनेगा।
सीने में जलन और पेट में तेजाब के उपाय
- पेट मे तेजाब की समस्या अधिक होने पर ज़्यादा खाना खाने से बचना चाहिए। अक्सर हम पेट भरने के बाद भी खाते रहते है जो एसिडिटी और सीने में जलन का कारण बनता है।
- इलाज के लिए दवा और उपाय करने के साथ साथ ये भी जानना जरुरी है की क्या खाएं और क्या नहीं खाना चाहिए। इस रोग के परहेज में जादा मिर्च मसाले वाला आहार, फ़ास्ट फ़ूड, तला हुआ खाना, कोल्ड ड्रिंक, पकोड़े, पूड़ी, परांठे, चाय, कॉफ़ी और खट्टे फल ना खाए।
- पेट में एसिड को नियंत्रित करने के लिए पानी ज्यादा पिए।
- एसिडिटी के कारण पेट गले और सीने में जलन रहती है तो केला खाये। केले में तेजाब से लड़ने की ताकत होती है।
- आहार में खट्टी चीजों का सेवन ना करे। खट्टी चीजों में एसिड की मात्रा अधिक होती है जिससे पेट में तेजाब बनता है।
- सुबह दोपहर और रात का भोजन करने का समय निर्धारित करें और रोजाना उसी समय पर खाना खाए।
- खाना हमेशा धीरे धीरे और चबा कर खाना चाहिए। जल्दी में खाना निगलने से उसे पचाने के लिए पेट में ज्यादा तेजाब बनता है।
- लम्बे समय तक खाली पेट रहने से भी एसिडिटी हो जाती है। इसलिए 3 से 4 घंटे में कुछ खाते रहे।
दोस्तों सीने में जलन व पेट में तेजाब का इलाज Pet me tejab ka ilaj upay in hindi का ये लेख कैसा लगा हमें बताये और अगर आपके पास एसिडिटी, सीने (कलेजे) मे जलन या दर्द और पेट मे तेजाब बनने के उपाय और घरेलू नुस्खे से जुड़े अनुभव है तो हमारे साथ साँझा करे।
Very nice thinks and tips.
मेरे पेट में बहुत गैस बनती है 12 बजे खाना खाने के बाद 3 – 4 घंटे के बाद उलटी हो जाती है खाना हजम नहीं होता सिर दर्द हो जाता है। जी मचलना घबराहट कमजोरी बार बार पेशाब दिन में 5 – 6 बार टॉयलेट जाना पड़ता है। ये बिमारी मुझे तकरीबन 4 साल है। मुंह में पानी आता है खट्टे डकार छाती में जलन भूख ना लगना बार बार थकना पड़ता है मुझे इलाज बताए।
Kache pyaj aur jeera dal ke lassi ke sath khana khaye aur khana kam khaye lassi pet bhar kar piye 2 din me hi aaram mil jayega.
Mere pet mein bahut gas banti hai subah khali pet bhi bahut gas hoti hai dakar bhut aate hai acidity ki bhut problem hai.
Mere pet me hmesha jalan hoti hai aur lettring saaf nahi hoti kya kare bataye.
पेट ठीक से साफ ना होने के कारण ये समस्या हो सकती है, इसके इलावा एसिडिटी की वजह से भी पेट और सीने में जलन की परेशानी आती है, इसके इलाज के घरेलू नुस्खे व उपाय ऊपर लेख में पढ़े.
मेरे पेट में जलन रहती है सादा खाना खाती हूँ।
Mere jo laar aati hai vo kabhi to namkeen kabhi khatti aur kabhi tejab ki tarah lagti hai hamesha koi upay batiye.
Gale mein jalan aur phiki dakar aana.
Pet me jalan aur tejab banta hai kafi din ho gye dawa se koi aaram nhi hai batao kya karu.
Mere pet me jalan hota hai kabhi thik hoga to kabhi jalan karne lagta hai usko sahi tarike se kaise thik kiya ja sakta hai.
Sir khana khane wakt hi sine me jalan kyo hoti hai please bataiye sir main bahut tension me hu.
Pet me tejab banne lagta hai aur bhukh nahi lagti hai.
Mere gale me raat ko bhut jada jalan hoti hai. Aaj maine aapka nuskha dekha to maine thanda dudh piya aur turant aaram lga. Kyo gale me jalan hoti hai app iska ilaj btaye jo kabhi dubara na ho.
Baki sab theek hai par ramdev patanjali ke bare me na bataye sabse gatiya hai dabur ka bata diya karo himalaya ka bata diya karo.
Mere adhe sir me dard hota hai aur ulti aati hai.
Tejab bahut banta hai aur gas bhi bahut banti hai bhukh bhi nahi lagti koi upay btaye.
Mere sir mein bahut dard hota hai.
Pet me jalan hoti acid bhi banta hai, body me chakar aate hai.
Agree sir nice information.
मेरे सीने और गले मे काफी तेज जलन होती है एसिडिटी की वजह से कोई फायदेमंद उपचार बताएं।